Rekha Gupta Delhi CM: दिल्ली को 12 दिनों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार नया मुख्यमंत्री मिल गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक रेखा गुप्ता ने दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना के समक्ष मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ ली।

 

Delhi CM Rekha Gupta Oath: 

27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की वापसी

दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा ने सत्ता में वापसी की है। मंगलवार (20 फरवरी) को रामलीला मैदान में भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम, केंद्रीय कैबिनेट के सदस्य और हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के दौरान भगवा साड़ी पहनी हुई थी, जो उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता और विचारधारा का प्रतीक मानी जा रही है। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं। उनसे पहले शीला दीक्षित, सुषमा स्वराज और आतिशी यह पद संभाल चुकी हैं।

शालीमार बाग से विधायक रेखा गुप्ता ने दर्ज की बड़ी जीत

रेखा गुप्ता दिल्ली के शालीमार बाग से विधायक हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी की तीन बार की विधायक बंदना कुमारी को बड़े अंतर से हराया। इससे पहले, उन्होंने कई चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली थी।

कैबिनेट मंत्रियों ने भी ली शपथ

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बाद 6 अन्य विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। ये सभी मंत्री एलजी विनय कुमार सक्सेना द्वारा शपथ ग्रहण समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।

शपथ लेने वाले मंत्री:

  1. प्रवेश वर्मा
  2. आशीष सूद
  3. मनजिंदर सिंह सिरसा
  4. रविंदर सिंह इंद्राज
  5. कपिल मिश्रा
  6. पंकज सिंह

शपथ ग्रहण के तुरंत बाद, इनके मंत्रालयों का बंटवारा किया जाएगा। भाजपा ने इस मंत्रिमंडल में जाट, पंजाबी और पूर्वांचली समुदायों को संतुलित प्रतिनिधित्व दिया है, ताकि सभी वर्गों को साधा जा सके।

भव्य समारोह में दिखी बीजेपी की ताकत

शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आयोजित किया गया, जहां भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के अलावा करीब 50 हजार समर्थक और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे।

रेखा गुप्ता कौन हैं?

रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर बेहद दिलचस्प रहा है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की पूर्व अध्यक्ष रही हैं। वह दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री बनी हैं और भाजपा की तरफ से मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज के बाद चौथी मुख्यमंत्री हैं।

इसके अलावा, वर्तमान में वह भाजपा शासित राज्यों में इकलौती महिला मुख्यमंत्री भी हैं। रेखा गुप्ता इससे पहले दो बार पार्षद और मेयर भी रह चुकी हैं। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के करीब मानी जाती हैं और अपने स्पष्ट विचारों व बेबाक बयानों के लिए पहचानी जाती हैं।


कैबिनेट मंत्रियों का प्रोफाइल

1. प्रवेश वर्मा (जाट समुदाय)

  • दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं।
  • जाट समुदाय का बड़ा चेहरा माने जाते हैं।
  • नई दिल्ली सीट से चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया था।
  • लोकसभा सांसद भी रह चुके हैं।

2. आशीष सूद (पंजाबी समुदाय)

  • पहली बार विधायक बने, जनकपुरी सीट से जीत हासिल की।
  • भाजपा संगठन में लंबे समय तक काम किया।
  • जम्मू-कश्मीर और गोवा भाजपा इकाइयों में अहम भूमिका निभा चुके हैं।
  • आरएसएस से भी करीबी संबंध हैं।

3. मनजिंदर सिंह सिरसा (सिख समुदाय)

  • राजौरी गार्डन सीट से आप की धनवंती चंदेला को हराया।
  • पहले शिरोमणि अकाली दल में थे, बाद में भाजपा में शामिल हुए।
  • भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भी हैं।

4. रविंदर सिंह इंद्राज (अनुसूचित जाति वर्ग)

  • बवाना विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक हैं।
  • भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी हैं।
  • दलित समुदाय में लोकप्रिय, उनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है।

5. कपिल मिश्रा (पूर्व आम आदमी पार्टी नेता)

  • करावल नगर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की।
  • 2015 में आप के विधायक बने थे, बाद में भाजपा में शामिल हुए।
  • दिल्ली सरकार में जल संसाधन मंत्री भी रह चुके हैं।
  • वर्तमान में दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष हैं।

6. पंकज सिंह (बिहार मूल के नेता)

  • बिहार के बोधगया, मगध यूनिवर्सिटी से डेंटल सर्जरी की डिग्री ली।
  • दिल्ली नगर निगम में कई पदों पर रह चुके हैं।
  • स्वर्गीय राजा मोहन सिंह के बेटे हैं, जो एमसीडी के पूर्व कमिश्नर रह चुके थे।
  • कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को बड़े अंतर से हराया।

भविष्य की चुनौतियाँ और भाजपा की रणनीति

रेखा गुप्ता और उनकी सरकार के सामने कई अहम चुनौतियाँ हैं:
प्रदूषण नियंत्रण: दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या को लेकर कड़े फैसले लेने होंगे।
यमुना सफाई: भाजपा सरकार यमुना को स्वच्छ करने के लिए नए कदम उठा सकती है।
बिजली और पानी संकट: दिल्ली की जनता को मुफ्त सुविधाएं जारी रहेंगी या नहीं, यह बड़ा सवाल है।
महिलाओं की सुरक्षा: महिला मुख्यमंत्री होने के नाते यह उनका सबसे अहम मुद्दा होगा।
अवैध कॉलोनियों को नियमित करना: दिल्ली की बड़ी आबादी अवैध कॉलोनियों में रहती है, इस पर भाजपा क्या कदम उठाएगी, यह देखना होगा।

भविष्य की राजनीति पर असर

भाजपा के लिए दिल्ली में सरकार बनाना एक ऐतिहासिक सफलता है। यह 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए एक मजबूत संकेत हो सकता है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रेखा गुप्ता और उनकी कैबिनेट इन सभी चुनौतियों से कैसे निपटती हैं और क्या वे जनता की उम्मीदों पर खरी उतर पाएंगी।