Vande Bharat Sleeper: पटना और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बीच यात्रा करने वाले रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी और उत्साहजनक खबर है। जल्द ही इस महत्वपूर्ण रूट पर भारत की पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस (Sleeper Vande Bharat Express) अपनी सेवाएं शुरू करने जा रही है। यह अत्याधुनिक ट्रेन यात्रा के समय को आश्चर्यजनक रूप से लगभग 9 घंटे कम (travel time reduction by 9 hours) कर देगी, जिससे न केवल यात्रियों का बहुमूल्य समय बचेगा बल्कि सफर भी अधिक आरामदायक और सुविधाजनक होगा। रेलवे बोर्ड (Railway Board) ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए कमर कस ली है और प्रारंभिक तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू कर दी गई हैं।
तैयारियां जोरों पर, ट्रैक मरम्मत का काम तेज:
जानकारी के अनुसार, पूर्व मध्य रेलवे (East Central Railway) के अंतर्गत पटना और दिल्ली के बीच पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के परिचालन के लिए रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। इस ट्रेन के माध्यम से यात्री पटना से दिल्ली की दूरी लगभग 9 घंटे (travel time of 9 hours) में तय कर सकेंगे, जो वर्तमान में लगने वाले समय से काफी कम है। इस महत्वपूर्ण सुधार के लिए दिल्ली-पटना रेल मार्ग पर पटरियों की मरम्मत और उन्नयन का काम तेजी से चल रहा है ताकि वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेन का सुचारू और सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित किया जा सके। इस कदम से राजधानी पटना के निवासियों के लिए दिल्ली की यात्रा काफी सुगम और समय की बचत करने वाली हो जाएगी। बताया जा रहा है कि डबल इंजन वाली सरकार (double-engine government) रेलवे के विकास और आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दे रही है, और इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की घोषणा भी की है।
सांसद रविशंकर प्रसाद ने विकास का खाका खींचा:
यह महत्वपूर्ण जानकारी सांसद श्री रविशंकर प्रसाद (MP Ravi Shankar Prasad) ने शुक्रवार को पाटलिपुत्र जंक्शन पर एक वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) के उद्घाटन समारोह के दौरान साझा की। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने बिहार के समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य के लिए ₹80 हजार करोड़ की विकास योजना (₹80,000 crore development plan for Bihar) तैयार की गई है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए, बिहार में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय (Central University in Bihar) भी स्थापित किया जाएगा। श्री प्रसाद ने पटना शहर के भीतर भी यातायात व्यवस्था में आए सुधार का जिक्र करते हुए कहा कि अब शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचना 10 से 20 मिनट में संभव हो गया है, जो बेहतर बुनियादी ढांचे का प्रमाण है।
वंदे भारत: हवाई जहाज जैसी यात्रा का अनुभव:
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा का अनुभव किसी हवाई यात्रा से कम नहीं होगा। यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करने के लिए, ट्रेन के एग्जीक्यूटिव क्लास (Executive Class) में दो ट्रेंड होस्टेस और चेयर कार (Chair Car) में एक ट्रेंड होस्टेस तैनात रहेंगी, जो यात्रियों की जरूरतों का ध्यान रखेंगी। उद्घाटन विशेष परिचालन के लिए चार लोको पायलटों की एक विशेष टीम को भी तैनात किया गया था, जो इस ट्रेन के महत्व को दर्शाता है। रेलवे अधिकारियों का मानना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत से लोगों के आवागमन में काफी सुविधा होगी और यह बिहार की कनेक्टिविटी के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
पटना-दिल्ली मार्ग पर स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन न केवल यात्रियों के लिए एक वरदान साबित होगा, बल्कि यह क्षेत्र में पर्यटन और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। यह कदम निश्चित रूप से भारतीय रेलवे (Indian Railways) के आधुनिकीकरण और यात्री अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।