Special Train: राजस्थान के लोगों के लिए, विशेषकर पश्चिमी राजस्थान (Western Rajasthan) के बाड़मेर जिले के निवासियों के लिए एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आ रही है। उत्तर-पश्चिम रेलवे (North Western Railway) ने बाड़मेर से मुनाबाव के बीच चलने वाली महत्वपूर्ण स्पेशल ट्रेन की संचालन अवधि में एक बार फिर से विस्तार करने का ऐलान किया है, जिससे सीमावर्ती क्षेत्र के हजारों यात्रियों ने राहत की सांस ली है।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा और लगातार मांग को ध्यान में रखते हुए इस ट्रेन के 184 और फेरे बढ़ाने का निर्णय लिया है। अब यह स्पेशल ट्रेन एक जुलाई, 2025 से 31 दिसंबर, 2025 तक नियमित रूप से पटरी पर दौड़ती रहेगी। यह निर्णय उन हजारों ग्रामीणों, दैनिक यात्रियों, छात्रों और कर्मचारियों के लिए एक बड़ी सौगात है, जिनके लिए यह ट्रेन किसी लाइफलाइन (Lifeline Train) से कम नहीं है।
अधिकारियों ने दी जानकारी
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए उत्तर-पश्चिम रेलवे, जोधपुर मंडल (Jodhpur Division) के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक, श्री विकास खेड़ा ने बताया कि ट्रेन संख्या 04879/04880 (बाड़मेर-मुनाबाव-बाड़मेर स्पेशल) को आगामी छह महीनों तक और संचालित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस ट्रेन की लोकप्रियता और उपयोगिता को देखते हुए, इससे पहले भी रेलवे की ओर से इसके 181 फेरों में विस्तार किया जा चुका था। बार-बार मिल रहा यह विस्तार इस बात का प्रमाण है कि यह रेल सेवा अपने उद्देश्य में पूरी तरह सफल हो रही है।
इन स्टेशनों पर होगा ठहराव
यह स्पेशल ट्रेन बाड़मेर से चलकर अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित मुनाबाव तक जाएगी। अपनी यात्रा के दौरान, यह ट्रेन अपने पूर्व निर्धारित स्टेशनों पर ही ठहराव लेगी, जिनमें जसाई, भाचभर, रामसर, गागरिया, गडरारोड, लिलमा और जैसिंदर जैसे महत्वपूर्ण ग्रामीण स्टेशन शामिल हैं। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि ट्रेन के समय और ठहराव (Train Schedule and Stoppages) में कोई बदलाव नहीं किया गया है और यह अपने पुराने समय-सारणी के अनुसार ही चलेगी।
ग्रामीणों की मांग पर शुरू हुई थी रेल सेवा
गौरतलब है कि यह रेल सेवा (Rail Service) सीमावर्ती क्षेत्र के गांवों में रहने वाले लोगों की पुरजोर मांग पर ही प्रारंभ की गई थी। इस ट्रेन के अभाव में, यहां के लोगों को परिवहन के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता था और उन्हें निजी वाहनों पर अधिक पैसे खर्च करने पड़ते थे। इस ट्रेन के शुरू होने से, वे अपने काम, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य जरूरी आवश्यकताओं के लिए जिला मुख्यालय बाड़मेर से आसानी से जुड़ पाते हैं। पहले भी इसके फेरों में कई बार विस्तार किया गया था। अब एक बार फिर इस अवधि विस्तार से सीमावर्ती इलाके के हजारों यात्रियों को आवागमन में बड़ी राहत और सुविधा मिलेगी, और उनका आर्थिक बोझ भी कम होगा। यह फैसला क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक कनेक्टिविटी को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।