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‘Skill India मिशन’ का नया कदम: इन छात्रों को मुफ्त AI शिक्षा, जानिए क्या है SOAR प्रोग्राम

Published On: July 23, 2025
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'Skill India मिशन' का नया कदम: इन छात्रों को मुफ्त AI शिक्षा, जानिए क्या है SOAR प्रोग्राम
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भारत सरकार (Indian Government) ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शिक्षा को स्कूल पाठ्यक्रम (School Curricula) में एकीकृत (Integrate) करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। ‘स्किल इंडिया मिशन’ (Skill India Mission) के दस साल पूरे होने के उपलक्ष्य में नई दिल्ली (New Delhi) में आयोजित ‘भारत स्किलनेक्स्ट 2025’ (Bharat SkillNxt 2025) कार्यक्रम के दौरान, कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री (Minister of State for Skill Development and Entrepreneurship), श्री जंयत चौधरी (Shri Jayant Chaudhary) ने SOAR (Skilling for AI Readiness) नामक एक नई पहल की घोषणा की।

SOAR पहल: 6वीं से 12वीं के छात्रों के लिए AI शिक्षा:

यह नई पहल कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों (Students from Classes 6 to 12) को लक्षित करती है और युवा शिक्षार्थियों (Young Learners) के बीच AI साक्षरता (AI Literacy) बनाने के लिए तीन संरचित 15-घंटे के मॉड्यूल (Three Structured 15-hour Modules) पेश करती है।

  • AI to Aware (जागरूकता के लिए AI): यह परिचयात्मक मॉड्यूल (Introductory Module) बुनियादी AI अवधारणाओं (Fundamental AI Concepts) को कवर करता है और छात्रों को दिखाता है कि AI तकनीकें उनके दैनिक जीवन में पहले से ही कैसे मौजूद हैं। छात्र विभिन्न प्रकार के AI के बारे में जानेंगे और क्षेत्र की बुनियादी समझ प्राप्त करेंगे।
  • AI to Acquire (हासिल करने के लिए AI): यह छात्रों को जागरूकता से व्यावहारिक अनुप्रयोग (Practical Application) में ले जाता है। यह मॉड्यूल AI प्रोग्रामिंग की मूल बातें (AI Programming Basics) पर केंद्रित है और छात्रों को AI परियोजनाओं में आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले विकास उपकरणों (Development Tools) का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करता है।
  • AI to Aspire (आकांक्षा रखने के लिए AI): यह मॉड्यूल AI के नैतिक विचारों (Ethical Considerations)रोजगार और समाज पर इसके प्रभावों (Effects on Employment and Society), और क्षेत्र में संभावित करियर पथों (Potential Career Paths) की पड़ताल करके छात्र की यात्रा को पूरा करता है।

शिक्षकों के लिए विशेष प्रशिक्षण:

छात्रों के अलावा, शिक्षकों (Teachers) के लिए भी ‘AI फॉर एजुकेटर्स’ (AI for Educators) नामक एक समर्पित 45-घंटे का मॉड्यूल (45-hour Module) पेश किया जाएगा, जो उन्हें छात्रों को प्रभावी ढंग से AI शिक्षा प्रदान करने के लिए तैयार करेगा।

डिजिटल विभाजन को पाटना (Bridging the Digital Divide):

SOAR पहल विशेष रूप से भारत के विविध भौगोलिक क्षेत्रों (Varied Geographical Regions) में AI शिक्षा तक समान पहुंच (Equal Access) प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। छात्रों की शैक्षणिक यात्रा (Academic Journey) में AI अवधारणाओं को जल्दी पेश करके, यह कार्यक्रम सभी शिक्षार्थियों, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों या सीमित संसाधनों वाले समुदायों (Rural Areas or Communities with Limited Resources) के लिए अवसर पैदा करने का प्रयास करता है। यह दृष्टिकोण इन छात्रों को तेजी से डिजिटल होती दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करता है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप:

स्कूल शिक्षा में AI का एकीकरण राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (National Education Policy 2020) की सरकार की व्यापक रणनीति को दर्शाता है, जो कौशल विकास (Skill Development) और व्यावसायिक प्रशिक्षण (Vocational Training) को भारत के शैक्षिक दृष्टिकोण के आवश्यक तत्वों के रूप में प्राथमिकता देता है।

वैश्विक सहयोग से मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र (Robust Ecosystem):

सरकार ने SOAR पहल के प्रभाव को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण साझेदारी (Partnerships) स्थापित की हैं। भारत के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) और फ्रांस गणराज्य सरकार (Government of the French Republic) के बीच एक उल्लेखनीय समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह सहयोग संयुक्त पाठ्यक्रम विकास (Joint Curriculum Development), प्रतिभा विनिमय कार्यक्रम (Talent Exchange Programmes), और नवाचार-केंद्रित प्रशिक्षण (Innovation-focused Training) का समर्थन करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत की AI शिक्षा प्रणाली अंतरराष्ट्रीय मानकों (International Standards) को पूरा करे।

वैश्विक प्रौद्योगिकी और कौशल नेता बनने की ओर भारत:

वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री श्री जितेंद्र प्रसाद (Minister of State for Commerce and Industry Shri Jitendra Prasad) (प्रस��ार सूचना ब्यूरो – PIB के हवाले से) ने इन साझेदारियों को भारत के वैश्विक प्रौद्योगिकी और कौशल नेता (Global Technology and Skills Leader) बनने के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “यह पहल हमारे युवाओं को न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने, योगदान करने और नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाएगी। हम उन कौशलों में निवेश कर रहे हैं जो जीवन बदलते हैं।”

छात्रों और शिक्षकों दोनों को सशक्त बनाना:

SOAR कार्यक्रम छात्रों के सीखने और शिक्षक तैयारी (Teacher Preparation) दोनों को संबोधित करता है। समर्पित शिक्षक मॉड्यूल सुनिश्चित करता है कि शिक्षकों के पास इस तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र में छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए आवश्यक उपकरण और ज्ञान हो। यह पहल समावेशिता और विविधता (Inclusivity and Diversity) पर भी जोर देती है। जैसा कि डॉ. मजूमदार (Dr. Majumdar) ने बताया, कार्यक्रम को सभी छात्रों को लाभ पहुंचाने के लिए संरचित किया गया है, जिसमें STEM विषयों में लड़कियों की भागीदारी (Girls’ Participation in STEM subjects) को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया है। यह सरकार के बेहतर लिंग संतुलन (Gender Balance) और भारत के डिजिटल और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों (Digital and Technology Sectors) में प्रतिनिधित्व बनाने के लक्ष्य के अनुरूप है।

‘विकसित भारत’ की ओर एक साहसिक कदम:

SOAR पहल केवल छात्रों को AI-संबंधित करियर के लिए तैयार करने से परे है – इसका उद्देश्य एक पूरी पीढ़ी को विकसित करना है जो प्रौद्योगिकी का उपयोग करके वास्तविक समस्याओं को हल करने (Using Technology to Solve Real Problems) में आत्मविश्वास और क्षमता महसूस करती है। स्कूल स्तर पर AI कौशल शुरू करना भारत की विकसित राष्ट्र (Developed Nation) बनने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके पास एक ऐसा कार्यबल हो जो नौकरी बाजार की मांगों को पूरा कर सके और वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था (Global Digital Economy) में नवाचार को गति दे सके। जैसे ही SOAR पहल कार्यान्वयन शुरू करती है, उम्मीद है कि यह भारत को दुनिया की सबसे बड़ी AI-तैयार स्कूल आबादी (World’s Largest AI-ready School Population) का घर स्थापित करेगा, जो देश को वैश्विक तकनीकी परिवर्तन (Technological Transformation) में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार करता है।

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