Sarkari Yojana: हरियाणा के कुशल कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों (Artisans and Craftsmen) के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है! विश्वकर्मा जयंती के शुभ अवसर पर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (CM Nayab Singh Saini) ने राज्य के हुनरमंद हाथों को सम्मान और आर्थिक संबल देने के लिए ‘मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना’ (Mukhyamantri Vishwakarma Samman Yojana) का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत, कारीगरों को केंद्र सरकार की योजना के लाभों के अतिरिक्त ₹5,000 की नकद सहायता, ₹500 का दैनिक भत्ता, और ₹15,000 की मुफ्त टूलकिट मिलेगी।
डबल खुशखबरी! केंद्र के साथ अब हरियाणा सरकार भी देगी कारीगरों को पैसा
यह योजना हरियाणा के उन सभी कारीगरों के लिए एक डबल इंजन की सरकार का तोहफा है, जिन्होंने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ (Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana) के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करा रखा है। अब केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभों के ऊपर, हरियाणा सरकार भी कारीगरों को अतिरिक्त वित्तीय मदद देगी।
बुधवार को रोहतक में इस योजना का ऐलान करते हुए, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा, “यह एक सुखद संयोग है कि आज भगवान विश्वकर्मा की जयंती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिन एक साथ है।” उन्होंने स्वीकार किया कि आज के कारीगरों को औजारों की बढ़ती लागत, तेजी से बदलते डिजाइन, बाजार तक सीमित पहुंच और लोन की जरूरत जैसी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हरियाणा सरकार की यह योजना इन्हीं चुनौतियों से निपटने में उनकी मदद करेगी।
क्या है पूरी योजना का गणित? कारीगरों को क्या-क्या मिलेगा?
आइए समझते हैं कि एक कारीगर को इन दोनों योजनाओं को मिलाकर कुल कितना और क्या-क्या लाभ मिलेगा:
1. प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (केंद्र सरकार) के लाभ:
- स्किल ट्रेनिंग: MSME मंत्रालय द्वारा 5 से 7 दिनों की बुनियादी कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाती है। इच्छुक कारीगर 15 दिनों की एडवांस ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
- दैनिक भत्ता (Stipend): ट्रेनिंग के दौरान, हर दिन ₹500 का भुगतान किया जाता है।
- मुफ्त टूलकिट: ट्रेनिंग पूरी होने पर, आधुनिक औजार खरीदने के लिए ₹15,000 की टूलकिट ई-वाउचर के रूप में दी जाती है।
- सस्ता लोन: बिना किसी गारंटी के ₹3 लाख तक का लोन बहुत ही कम ब्याज दर पर मिलता है।
- पहचान और सर्टिफिकेट: ट्रेनिंग के बाद, कारीगर को ‘विश्वकर्मा’ के रूप में एक नई पहचान, आईडी कार्ड और सर्टिफिकेट मिलता है।
2. मुख्यमंत्री विश्वकर्मा सम्मान योजना (हरियाणा सरकार) का अतिरिक्त लाभ:
- ₹5,000 की नकद सहायता: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत ट्रेनिंग लेने वाले हरियाणा के कारीगरों को राज्य सरकार की ओर से ₹5,000 की अतिरिक्त नकद राशि सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएगी।
इसका मतलब है कि एक कारीगर को ट्रेनिंग के लिए ₹500 रोज, औजारों के लिए ₹15,000 और हरियाणा सरकार की ओर से ₹5,000 की अतिरिक्त मदद मिलेगी। यह पहल निश्चित रूप से प्रदेश के सुनार, लोहार, नाई, दर्जी, कुम्हार जैसे पारंपरिक कारीगरों के जीवन में एक बड़ा सकारात्मक बदलाव लाएगी।
‘वोकल फॉर लोकल’ पर जोर और अन्य घोषणाएं
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने ‘वोकल फॉर लोकल’ (Vocal for Local) को जीवन का आधार बनाने का भी आह्वान किया। उन्होंने कारीगरों से अपील की कि वे अपने उत्पादों की गुणवत्ता को और बेहतर बनाएं ताकि वे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकें।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने कई अन्य घोषणाएं भी कीं, जिनमें रोहतक की विश्वकर्मा शिक्षा समिति को ₹31 लाख का अनुदान, विवाह शगुन योजना के तहत ₹22 करोड़ जारी करना, और लाडो लक्ष्मी योजना में महिलाओं को ₹2,100 की मासिक वित्तीय सहायता देना शामिल है।
हरियाणा सरकार की यह पहल ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना को दर्शाती है और यह सुनिश्चित करती है कि विकास की मुख्यधारा में कोई भी हुनरमंद हाथ पीछे न छूटे।