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Electricity Bills: राजस्थान में स्पॉट बिलिंग और स्मार्ट मीटर से घर बैठे रखें बिजली खपत पर नजर

Published On: June 25, 2025
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Electricity Bills: राजस्थान में स्पॉट बिलिंग और स्मार्ट मीटर से घर बैठे रखें बिजली खपत पर नजर
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Electricity Bills: राजस्थान में बिजली वितरण व्यवस्था को आधुनिक, पारदर्शी और उपभोक्ता-अनुकूल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (Ajmer Discom) से संबद्ध 14 जिलों (14 Districts) में इस वर्ष यानी 2025 तक 6.9 मिलियन (69 लाख) से अधिक स्मार्ट मीटर (Smart Meters) लगाने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस विशाल परियोजना के तहत, लगभग 54,32,231 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं (Consumers) के घरों और प्रतिष्ठानों में लगाए जाएंगे, जबकि शेष 1,55,443 स्मार्ट मीटर बिजली ट्रांसफॉर्मरों (Transformers) पर स्थापित किए जाएंगे। इस नई तकनीक के लागू होने से बिजली उपभोक्ताओं के हाथ में अपनी बिजली खपत को नियंत्रित करने की चाबी आ जाएगी, और वे हर महीने कितनी बिजली इस्तेमाल करते हैं, यह काफी हद तक खुद तय कर सकेंगे, जिससे उन्हें अपने बिजली के बिल (Electricity Bills) को प्रबंधित करने में मदद मिलेगी।

क्या है स्मार्ट मीटर और कैसे करेगा काम?

ये नए स्मार्ट बिजली मीटर (Smart Electricity Meters) पारंपरिक मीटरों से कहीं अधिक उन्नत होंगे। इन मध्यस्थों (स्मार्ट मीटर) को सीधे बिजली कंपनी के केंद्रीय सर्वर (Central Server) से जोड़ा जाएगा, जिससे बिजली की खपत का रियल-टाइम डेटा कंपनी के पास उपलब्ध होगा। इसके साथ ही, उपभोक्ताओं के लिए एक मोबाइल पर रीडिंग-इनवॉइसिंग सिस्टम (Mobile Reading-Invoicing System) भी विकसित किया जाएगा, जिससे वे अपने मोबाइल पर ही अपनी दैनिक और मासिक बिजली खपत देख सकेंगे और बिल भी प्राप्त कर सकेंगे। डिस्कॉम को 4जी प्रौद्योगिकी (4G Technology) वाले स्मार्ट मीटर लगाने हैं, ताकि डेटा ट्रांसमिशन तेज और निर्बाध हो सके।

हालांकि इस स्मार्ट मीटर परियोजना (Smart Meter Project in Rajasthan) पर काम 15 जुलाई, 2019 को शुरू हुआ था, लेकिन विभिन्न कारणों से यह पिछले चार वर्षों में पूरी तरह से पूरा नहीं हो पाया है। लेकिन अब इसे गति देने के प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले साल, अजमेर डिस्कॉम ने 27 अगस्त को जीनस मीटरिंग कम्युनिकेशन लिमिटेड (Genus Metering Communication Ltd.) नामक कंपनी को इन इंटेलिजेंट मीटरों (Smart Meters) के लिए कार्य आदेश जारी किया था। कंपनी ने अब तक 52,985 उपभोक्ताओं और ट्रांसफॉर्मरों का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है। हालांकि, वर्तमान में केवल 79 उपभोक्ता मीटर ही बदले गए हैं, लेकिन आने वाले समय में इस संख्या में तेजी से वृद्धि होने की उम्मीद है। यह भी ज्ञात है कि अतीत में, प्लास्टिक के डिब्बों (संभवतः मीटर बॉक्स) के उपयोग के कारण यह मामला सुपीरियर कोर्ट (Supreme Court) में भी पहुंचा था, जिससे परियोजना में कुछ देरी हुई।

हाथो-हाथ तैयार होगा बिल, स्पॉट बिलिंग की शुरुआत:

स्मार्ट मीटर लगने से पहले, एक और महत्वपूर्ण सुधार के रूप में स्पॉट बिलिंग (Spot Billing) की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। अजमेर में डिस्कॉम से जुड़े कुछ स्थानों पर यह बिलिंग प्रक्रिया शुरू भी हो चुकी है। धीरे-धीरे, अजमेर डिस्कॉम के अंतर्गत आने वाले अन्य जिलों जैसे बांसवाड़ा, ब्यावर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डीडवाना-कुचामन, डूंगरपुर, झुंझुनू, नागौर, प्रतापगढ़, राजसमंद, सालुम्बर, सीकर और उदयपुर में भी स्पॉट बिलिंग शुरू कर दी जाएगी। इस प्रणाली के तहत, मीटर रीडर उपभोक्ता के परिसर में जाकर मीटर की रीडिंग मोबाइल डिवाइस (Mobile Device Meter Reading) पर लेगा और वहीं तुरंत बिजली का बिल तैयार (Instant Bill Generation) करके उपभोक्ता को दे देगा। हालांकि, सभी उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगने के बाद यह मैनुअल स्पॉट बिलिंग की प्रक्रिया भी समाप्त हो जाएगी, क्योंकि तब बिलिंग पूरी तरह से स्वचालित और ऑनलाइन हो जाएगी।

स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं:

राजस्थान में लगने वाले इन नए स्मार्ट मीटरों से उपभोक्ताओं को कई बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी:

  1. प्री-पेड सुविधा (Pre-paid Facility): उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार अपने मीटर को मोबाइल फोन की तरह रिचार्ज (Recharge like Mobile Phone) कर सकेंगे। इससे उन्हें अचानक आने वाले भारी-भरकम बिलों से मुक्ति मिलेगी और वे अपनी बिजली की खपत को अपने बजट के अनुसार प्रबंधित कर पाएंगे।
  2. बिल में छूट (Rebate in Bill): प्रीपेड सुविधा का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को बिजली के बिल में 15 पैसे प्रति यूनिट की छूट (15 Paisa per Unit Rebate) भी प्रदान की जाएगी, जो एक अतिरिक्त प्रोत्साहन होगा।
  3. रियल-टाइम मॉनिटरिंग (Real-time Monitoring): उपभोक्ता अपने मोबाइल ऐप या ऑनलाइन पोर्टल (Mobile App/Online Portal) के माध्यम से अपनी बिजली की खपत की प्रतिदिन, thậm chí प्रति मिनट की मॉनिटरिंग कर सकेंगे। इससे उन्हें यह पता चलेगा कि कौन से उपकरण अधिक बिजली खा रहे हैं और वे ऊर्जा की बचत कैसे कर सकते हैं।
  4. ई-बिल डाउनलोड (E-bill Download): उपभोक्ता मोबाइल ऐप (Mobile App for Electricity Bill) के जरिए आसानी से अपना ई-बिल (Electronic Bill) डाउनलोड कर सकेंगे, जिससे कागजी बिलों की आवश्यकता कम होगी और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।
  5. उपभोग बंद करने की सुविधा (Option to Stop Consumption): यदि उपभोक्ता चाहें, तो वे कुछ समय के लिए अपने बिजली के उपभोग को ऐप के माध्यम से बंद भी कर सकेंगे (उदाहरण के लिए, जब वे घर से बाहर हों), जिससे अनावश्यक बिजली खर्च से बचा जा सकेगा।

यह स्मार्ट मीटर परियोजना न केवल अजमेर डिस्कॉम की दक्षता (Efficiency of Ajmer Discom) में सुधार लाएगी बल्कि बिजली चोरी को रोकने, बिलिंग संबंधी शिकायतों को कम करने और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा प्रदान करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। यह राजस्थान में ऊर्जा क्षेत्र के आधुनिकीकरण (Modernization of Energy Sector in Rajasthan) की दिशा में एक बड़ा कदम है।

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