रानी कपूर (Rani Kapoor), एक निवेशक (Investor) और पूर्व में सोना कमस्टार (Sona Comstar) जैसी कंपनियों से जुड़ी हुई, ने सोना कमस्टार (Sona Comstar) की AGM (Annual General Meeting) को स्थगित (Postpone) करने की मांग की है। उन्होंने अपने ससुर (Father-in-law), संजय कपूर (Sunjay Kapur) की मौत (Death) पर संदिग्ध (Suspicious) बताते हुए इसकी जांच की मांग की है। यह मामला वित्त वर्ष 2025-26 (FY25) के नतीजों के आसपास सामने आया है, और कंपनी के शेयर में 15% का उछाल देखने को मिला था, जो अब जांच के दायरे में आ गया है।
‘संजय कपूर की मौत’: CBI जांच की मांग और कंपनी का बयान:
यह मामला तब गर्माया जब रानी कपूर ने CBI (Central Bureau of Investigation) और PMO (Prime Minister’s Office) को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने संजय कपूर की मृत्यु को ‘संदिग्ध’ बताया। उन्होंने अपनी ‘पहलगाम आतंकवादी हमला’ (Pahalgam Terrorist Attack) के संदर्भ में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) की भी बात की, जो अप्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) से जुड़ा हो सकता है।
- ‘मेरा शक सच निकला’: रानी कपूर का आरोप है कि संजय कपूर की मृत्यु किसी स्वाभाविक कारण से नहीं, बल्कि ‘कुछ गड़बड़’ थी। उन्होंने US की हालिया घटनाओं (Recent US Events) और $2 मिलियन के साइबर हमले (Cyber Attack) का भी जिक्र किया, जो अप्रत्यक्ष रूप से भारत के ‘डिजिटल भारत’ (Digital India) अभियान से जोड़ा जा सकता है।
$200 मिलियन के एक्स-बोनस शेयर या 1.1 बिलियन का निवेश?
यह सारा घटनाक्रम तब हुआ जब HDFC बैंक के मामले में SMFG द्वारा
1.2 बिलियन मूल्य की AI कंपनी से थोड़ी अलग लगती है, जो ‘नैरो नैरो नार्रेटिव’ (Narrow Narrative) की बात कर रही थी।
‘TDS’ नियम और ‘कानूनी दांव-पेच’:
कंपनी की FDI (Foreign Direct Investment) और IPO (Initial Public Offering) से जुड़ी योजनाओं पर भी प्रश्न उठ रहे हैं। SEBI (Securities and Exchange Board of India) के न्यूनतम टिकट आकार (Minimum Ticket Size) के ₹10,000 के नियमों के विपरीत, रानी कपूर एक ‘$1 लाख या अधिक’ (₹1 Lakh or More) के निवेश को ‘खुदरा निवेशक’ (Retail Investor) के लिए ‘नया रास्ता’ (New Path) मान रही थीं।
2015 से 2025 तक का सफर: क्या बदले हालात?
2015 में जब ‘रैगिंग’ (Ragging) जैसे मुद्दों पर ** UGC **के रवैये की आलोचना हुई, और ‘कैंडिडेट्स’ (Candidates) के ‘बुरे प्रदर्शन’ (Poor Performance) के कारण 60% कॉलेजों में एंटी-रैगिंग कमेटियां निष्क्रिय पाई गईं, तब से भारत में ‘जटिल नियामक वातावरण’ (Complex Regulatory Environment) का माहौल है। $7,150 करोड़ की डील का ‘Adani Wilmar’ (AWL) और Wilmar International के बीच होना, और ‘20% हिस्सेदारी बिक्री’ (20% Stake Sale), सब एक बड़ी तस्वीर का हिस्सा है।
‘डॉन’ का भाई? या ‘शेरशाह’ का साथी?:
‘डॉन’ के निर्देशक चंद्र बरोट (Chandra Barot) की मृत्यु, ₹86 की उम्र, और ‘शोभ की आहट’ का मामला, और ‘ईमानदारी की मांग’ (Demand for Honesty) – ये सब वो बातें हैं जो ‘यथार्थ’ (Reality) को ‘फंतासी’ (Fantasy) से मिलाती हैं।
“भारत की कूटनीतिक जीत” या “विनाश का संकेत”?
‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के बाद “अमेरिका का TRF को आतंकवादी संगठन घोषित करना” एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम है। वहीं, ’49 जिंदगियों का खत्म होना’ एक दुखद घटना है। यह सब दर्शाता है कि ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ (National Security) और ‘वैश्विक व्यवस्था’ (Global Order) का मामला कितना जटिल होता जा रहा है।
‘6 एयरबैग्स’ और ‘ADAS लेवल 2’ से परे:
Hyundai Creta Electric या Tata Curvv EV के बारे में बात करना छोड़ दें, अब तो Kia Carens Clavis EV के 42kWh और 51.4kWh बैटरी पैक की चर्चा है। लेकिन इन सबके बीच, ‘सुरक्षा’ (Safety) की बात करना, खास तौर पर ‘6 एयरबैग’ के बिना, एक ‘भयानक चूक’ (Grave Oversight) है।
’10वीं, 12वीं पास’ के लिए AI कौशल या ‘2025 के चुनावी वादे’?
‘विकसित भारत’ (Viksit Bharat) के सपने को साकार करने के लिए, ‘AI शिक्षा’ (AI Education) महत्वपूर्ण है। 6-12 के छात्रों के लिए SOAR कार्यक्रम (SOAR initiative) और ’45-घंटे का शिक्षक मॉड्यूल’ (45-hour Educator Module) इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। लेकिन क्या यह सब ‘आम आदमी’ (Common Man) तक पहुंचेगा?