Voltas Share Price: भारतीय कंपनी वोलटास (Voltas) के शेयर गुरुवार को निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बने रहे, क्योंकि कंपनी ने खुलासा किया है कि उसे केंद्रीय कर अधिकारियों (central tax authorities) से माल और सेवा कर (GST) के ₹265.25 करोड़ के कथित अल्प भुगतान (short payment) के संबंध में एक ‘शो-कॉज नोटिस’ (Show Cause Notice) प्राप्त हुआ है। यह नोटिस वित्तीय वर्ष 2018-19 से 2020-21 की अवधि को कवर करता है, और इसमें यूनिवर्सल कम्फर्ट प्रोडक्ट्स लिमिटेड (Universal Comfort Products Ltd) भी शामिल है, जो वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान वोलटास में विलय हो गई थी।
वोलटास ने बुधवार को बताया कि यह नोटिस केंद्रीय जीएसटी आयुक्त कार्यालय, देहरादून (Office of the Principal Commissioner, Central GST Commissionerate, Dehradun) द्वारा जारी किया गया है। कंपनी की नियामक फाइलिंग (regulatory filing) के अनुसार, इस नोटिस में केंद्रीय वस्तु और सेवा कर अधिनियम, 2017, उत्तराखंड वस्तु और सेवा कर अधिनियम, 2017, और एकीकृत वस्तु और सेवा कर अधिनियम, 2017 के तहत आरोपों का उल्लेख है, जो यूनिवर्सल कम्फर्ट प्रोडक्ट्स लिमिटेड द्वारा कथित GST की कमी के भुगतान से संबंधित हैं।
शो-कॉज नोटिस का विवरण और कंपनी का रुख:
नोटिस में वोलटास से यह स्पष्टीकरण मांगा गया है कि कथित कमी पर ब्याज (interest) और जुर्माने (penalties) के साथ क्यों वसूली न की जाए। कंपनी ने जवाब दिया है, “कंपनी इस मामले का मूल्यांकन कर रही है और निर्धारित समय अवधि के भीतर अपना जवाब दाखिल करेगी।” इस खबर के सार्वजनिक होने के बाद, टाटा मोटर्स की सहायक कंपनी वोलटास के शेयरों पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
शेयर प्रदर्शन और तकनीकी दृष्टिकोण:
शेयर बाजार में, वोलटास के शेयर पिछले एक साल में 8% और पिछले छह महीनों में 27.4% गिरे हैं। हालांकि, पिछले तीन महीनों में शेयर में लगभग 1% की मामूली गिरावट आई है, लेकिन पिछले एक महीने में इसने लगभग 7% की वृद्धि दर्ज की है, जो हालिया सकारात्मक गति (recent positive momentum) का संकेत देता है।
तकनीकी दृष्टिकोण से, स्टॉक वर्तमान में अपने आठ प्रमुख सरल मूविंग एवरेज (simple moving averages – SMAs) में से छह के ऊपर कारोबार कर रहा है – जिसमें 5-दिन, 10-दिन, 20-दिन, 30-दिन, 50-दिन और 100-दिन के एसएमए शामिल हैं, लेकिन 150-दिन और 200-दिन के एसएमए से नीचे बना हुआ है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 60.8 पर है, जो बताता है कि स्टॉक न तो ओवरबॉट है और न ही ओवरसोल्ड। वहीं, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डाइवर्जेंस (MACD) 13.5 पर है और सेंटरलाइन और सिग्नल लाइन दोनों से ऊपर बना हुआ है, जो चल रहे बुलिश ट्रेंड (bullish trend) को मजबूत करता है।
यह GST संबंधी नोटिस कंपनी के लिए एक चुनौती पेश करता है, लेकिन बाजार की नजरें कंपनी की प्रतिक्रिया और भविष्य के प्रदर्शन पर टिकी होंगी। भारत, अमेरिका और यूके के निवेशकों को टाटा समूह की कंपनियों में निवेश करते समय ऐसे नियामक जोखिमों (regulatory risks) के बारे में जागरूक रहना चाहिए।