उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली एक बेहद क्रूर और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने एक बार फिर महिला सुरक्षा (Women Safety) पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक मूक-बधिर (Deaf-mute) और मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला के साथ कथित तौर पर गैंगरेप (gang-raped) की वारदात को अंजाम दिया गया। इस पूरी वहशी घटना को बाइक सवार युवकों ने अंजाम दिया, और उनकी यह हैवानियत पास लगे एक CCTV कैमरे में कैद हो गई, जिसने बाद में उनकी गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जिला पुलिस ने बुधवार (13 अगस्त, 2025) को बताया कि दोनों संदिग्धों को एक पुलिस मुठभेड़ (police encounter) के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।
CCTV फुटेज ने खोली दरिंदों की पोल
यह पूरी वारदात तब सामने आई जब सोशल मीडिया पर एक 16-सेकंड का दर्दनाक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में, नंगे पैर दिख रही महिला को एक सुनसान, अंधेरी सड़क पर मोटरसाइकिल पर सवार युवक पीछा करते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में महिला की बेबसी और दरिंदों की हैवानियत साफ नजर आ रही है।
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक (SP) विकास कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच के दौरान आरोपियों, हर्षित पांडे और अंकुर वर्मा, ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
कैसे और कब हुई यह दर्दनाक घटना?
यह घटना दो दिन पहले सार्वजनिक हुई, जब महिला के भाई ने बलरामपुर के कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उसने आरोप लगाया कि उसकी मूक-बधिर और मानसिक रूप से विक्षिप्त बहन के साथ बलात्कार किया गया है।
- शिकायत के अनुसार, महिला अपने मामा के घर से अपने घर लौट रही थी, तभी रास्ते में उस पर हमला किया गया।
पुलिस का ताबड़तोड़ एक्शन: एनकाउंटर के बाद पकड़े गए आरोपी
शिकायत मिलने के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आ गई और जांच शुरू कर दी।
- बलरामपुर के एसपी विकास कुमार ने बताया, “लड़की द्वारा लिए गए रास्ते की गहन जांच की गई, और सीसीटीवी फुटेज ने संदिग्धों की पहचान करने में मदद की। दोनों को एक पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया और उन्होंने प्रारंभिक पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कबूल कर लिया है।”
- गंभीरता से हो रही है जांच: एसपी ने आगे कहा, “हम कानून के अनुसार कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं और मामले को बहुत गंभीरता से ले रहे हैं। सबूत के लिए सीसीटीवी फुटेज एकत्र कर लिया गया है, और जांच में तेजी लाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है।”
पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा है, और वर्तमान में उसका इलाज चल रहा है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि समाज में महिलाओं, विशेषकर दिव्यांग महिलाओं, की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।