हैदराबाद (Hyderabad) के लोकप्रिय डिजिटल क्रिएटर (Digital Creator), जिन्हें X (पूर्व में ट्विटर) पर ‘@Atheist_Krishna’ के नाम से जाना जाता था, उनका निमोनिया (Pneumonia) की जटिलताओं (Complications) के कारण निधन हो गया है। उनकी मृत्यु बुधवार को हुई, और यह खबर उनके प्रशंसकों (Fans) और साथी क्रिएटर्स के बीच गहरे शोक (Deep Shock) का विषय बन गई है।
27 वर्षीय AI आर्टिस्ट का अचानक निधन:
40 वर्षीय यह शख्स, जो Atheist Krishna के नाम से प्रसिद्ध थे, हास्यप्रद फोटोशॉप एडिट्स (Humorous Photoshop Edits) और मीम्स (Memes) बनाने के लिए जाने जाते थे। उन्होंने हाल ही में ‘बिग बॉस 18’ (Bigg Boss 18) में भाग लिया था, लेकिन उनका ध्यान मुख्य रूप से AI-जनित कला (AI-generated Art) पर केंद्रित था।
‘MIRACLE IF I SURVIVE’: कोमा में जाने से पहले की थी भविष्यवाणी?
उनकी एक बेंगलुरु (Bengaluru) निवासी दोस्त, ‘@nainaverse’, ने उनके निधन से कुछ दिन पहले हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट्स (Screenshots) साझा किए। 10 जुलाई को, कृष्णा ने उन्हें सूचित किया था कि वे अस्वस्थ (Unwell) हैं और उन्हें ऑपरेशन (Operation) की आवश्यकता है, क्योंकि उन्हें निमोनिया हो गया था (Contracted Pneumonia)। उस समय, उन्होंने कहा था, “अगर मैं बच गया तो यह चमत्कार होगा।” (‘It would be a miracle if I survive.’) यह बात सुनकर उनकी दोस्त बहुत चिंतित हो गई थीं।
‘सब कुछ ठीक होगा’ की झूठी आशा:
महिला ने यह भी बताया कि कृष्णा ने अस्पताल के बिस्तर से इंस्टाग्राम स्टोरी (Instagram Story) पर अपनी स्वास्थ्य की स्थिति (Health Status) के बारे में अपडेट्स साझा किए थे, जिसमें संक्रमण (Infection) और फेफड़ों में पानी (Water in Lungs) का उल्लेख था। उन्होंने अपने दोस्तों को “सब ठीक होगा, मजबूत रहें” (All will be well, stay strong) जैसे हौसला-अफजाई के संदेश भी भेजे थे।
पिता नौशाद खान और उनकी आहार विशेषज्ञता:
- ‘7 किलो में 17 किलो का वज़न घटाया’: जैसा कि सरफराज खान के पिता नौशाद खान (Naushad Khan) ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ (Hindustan Times) को दिए एक साक्षात्कार में बताया था, उनके परिवार ने आहार नियंत्रण (Diet Control) पर बहुत जोर दिया। उन्होंने रोटी, चावल, चीनी, मैदा और बेकरी उत्पादों (Roti, Rice, Sugar, Maida, Bakery Items) का सेवन बंद कर दिया था।
- स्वस्थ आहार: इसके बजाय, उन्होंने ब्रोकोली, गाजर, खीरा, सलाद, हरी सब्जियां, ग्रिल्ड मछली, ग्रिल्ड चिकन, उबले चिकन, उबले अंडे, ग्रीन टी, ग्रीन कॉफ़ी, और एवोकाडो (Avocado) जैसे स्वस्थ खाद्य पदार्थों को अपनाया। यह स्वास्थ्य और फिटनेस (Health and Fitness) के प्रति उनका गंभीर दृष्टिकोण दिखाता है।
‘AI युग’ का बढ़ता प्रभाव और रोज़गार की चुनौतियाँ:
Perplexity के CEO अराविंद श्रीनिवास (Aravind Srinivas) की तरह, जो युवाओं को ‘इंस्टाग्राम पर कम समय बिताने’ (Spend less time on Instagram) और ‘AI टूल्स सीखने’ (Mastering AI Tools) की सलाह देते हैं, कृष्णा का काम भी AI तकनीक (AI Technology) के रचनात्मक उपयोग का एक उदाहरण है। हालाँकि, उनके निधन ने यह सवाल भी खड़ा किया है कि क्या AI के बढ़ते उपयोग (Increasing Use of AI) से कलाकार (Artists) और क्रिएटर्स (Creators) अपनी पहचान (Identity) खो रहे हैं, और असली और कृत्रिम (Real and Artificial) के बीच की रेखा कहाँ तक धुंधली हो रही है।
‘सबूत के बिना किसी पर शक करना गलत’:
पुलिस का कहना है कि उन्होंने “मृत्यु स्थल पर कुछ भी असामान्य या संदिग्ध नहीं पाया” (Nothing Unusual or Suspicious)। फिर भी, साइचिक माध्यमों (Psychic Mediums) का मानना है कि ‘Annabelle’ नामक 6 वर्षीय बच्ची की आत्मा उस गुड़िया में बसती है। यह मामले को और भी रहस्यमय (Mysterious) बनाता है।
यह घटना AI और उसके नैतिक निहितार्थों (Ethical Implications) पर प्रकाश डालती है, साथ ही यह भी कि कैसे डिजिटल दुनिया (Digital World) में ‘सत्य’ (Truth) को सत्यापित (Verify) करना महत्वपूर्ण है, खासकर जब ‘वास्तविकता’ (Reality) और ‘फंतासी’ (Fantasy) के बीच का अंतर मिटने लगता है।