नई दिल्ली/वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) के दौरे पर शनिवार को विकास कार्यों की एक नई लहर की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने लगभग 2,200 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जो शहर के अवसंरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, शहरी विकास और सांस्कृतिक विरासत जैसे विभिन्न क्षेत्रों को बढ़ावा देंगी।
‘स्मार्ट सिटी’ की ओर वाराणसी: भूमिगत बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर का शुभारंभ
इस विकास पहलों में ‘स्मार्ट डिस्ट्रिब्यूशन प्रोजेक्ट’ (Smart Distribution Project) के तहत कई नई पहलें शामिल हैं, जिनमें प्रमुख रूप से भूमिगत बिजली इंफ्रास्ट्रक्चर (undergrounding of electrical infrastructure) का कार्य शामिल है। इससे न केवल शहर का सौंदर्य बढ़ेगा, बल्कि बिजली आपूर्ति में भी सुधार होगा और तारों के जाल से मुक्ति मिलेगी।
जल स्रोतों का संरक्षण: कुंडों का जीर्णोद्धार और जल शोधन
सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण जल निकायों (culturally significant water bodies) के संरक्षण के लिए, प्रधानमंत्री ने विभिन्न कुंडों (Kunds) पर जल शोधन (water purification) और रखरखाव कार्यों की आधारशिला भी रखी। यह कदम शहर की ऐतिहासिक धरोहरों को सहेजने और पर्यावरण की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
किसानों के लिए बड़ी राहत: PM-किसान की 20वीं किस्त जारी
इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम-किसान योजना (PM-KISAN scheme) की 20वीं किस्त जारी की। इस पहल के तहत, देश भर के 9.7 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में 20,500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि हस्तांतरित की गई। यह राशि किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगी और उनकी खेती को बेहतर बनाने में सहायक होगी।
प्रधानमंत्री का यह दौरा वाराणसी के बहुआयामी विकास और देश भर के किसानों को समर्थन देने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह परियोजनाएं वाराणसी को एक आधुनिक, सुविधायुक्त और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं।