Tanushree Dutta (तनुश्री दत्ता), एक बार फिर सुर्खियों में हैं, लेकिन इस बार उनका कारण फैशन नहीं, बल्कि एक गंभीर आरोप है। हाल ही में, उन्होंने एक वीडियो (Video) साझा किया है जिसमें वे रोते हुए (Crying) अपनी ‘जिंदगी की परेसानी’ (Life’s Troubles) बयां कर रही हैं। उनका दावा है कि पिछले कुछ वर्षों से उन्हें अपने ही घर में शोषण (Harassment at Home) का सामना करना पड़ रहा है, जिससे तंग आकर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
’20 मिस कॉल और मौत की हेडलाइन’ – क्या था वो डरावना सच?
वीडियो में, तनुश्री बताती हैं कि उन्हें पिछले चार-पांच साल (Last four-five years) से बहुत परेशान (Troubled) किया जा रहा है, जिसके कारण उनकी सेहत (Health) भी खराब हो गई है और वे कोई काम नहीं कर पा रही हैं (Cannot work)। उन्होंने यह भी कहा कि वे घर में मेड (Meds) भी नहीं रख पा रही हैं क्योंकि “उन्होंने नौकर को प्लांट किया हुआ है” (They have planted a servant), और उन्हें अपना सारा काम खुद करना पड़ता है। उन्होंने यह भी जिक्र किया कि “लोग मेरे दरवाजे के बाहर आते हैं”, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि ये लोग कौन हैं या वे किसके बारे में बात कर रही हैं।
‘अजीब आवाजें’ और ‘पुलिस की कार्रवाई’:
तनुश्री ने एक और वीडियो शेयर किया है जिसमें अंधेरा (Darkness) है, लेकिन अजीब आवाजें (Strange Noises) सुनाई दे रही हैं। उन्होंने कैप्शन में लिखा है कि अक्सर ऐसी आवाजें आती हैं और उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि 2020 से, वे लगभग हर दिन छत के ऊपर और दरवाजे के बाहर तेज आवाजें सुनती रही हैं, और ‘बहुत तेज धमाकेदार आवाजें’ (Very Loud Explosive Sounds) भी। वह बिल्डिंग मैनेजमेंट (Building Management) से शिकायत करके थक गई हैं और कुछ साल पहले उन्होंने हार मान ली थी। अब वे सिर्फ हिंदू मंत्रों वाले हेडफोन (Hindu Mantra Headphones) लगाकर इन आवाजों से खुद को दूर रखती हैं। उन्होंने बताया कि वह बहुत बीमार थीं, और पिछले 5 साल से लगातार तनाव और चिंता (Chronic Fatigue Syndrome due to Stress and Anxiety) के कारण उन्हें क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (Chronic Fatigue Syndrome) हो गया है। वह FIR में बाकी बातें बताएंगी।
‘मी टू’ (Me Too) का संदर्भ और कानूनी कार्रवाई:
इस वीडियो के कैप्शन में, तनुश्री ने ‘मी टू’ हैशटैग (Me Too Hashtag) का भी जिक्र किया है। यह याद दिलाता है कि 2018 में, तनुश्री ने अभिनेता नाना पाटेकर (Nana Patekar) पर 2008 में ‘हॉर्न ओके प्लीज’ (Horn OK Please) फिल्म की शूटिंग के दौरान यौन उत्पीड़न (Sexual Harassment) का आरोप लगाया था। हालाँकि, इसी साल मार्च में मुंबई की अंधेरी अदालत (Mumbai’s Andheri Court) ने नाना पाटेकर के खिलाफ तनुश्री दत्ता द्वारा 2018 में लगाए गए ‘मीटू’ आरोपों पर संज्ञान लेने से इनकार (Refused to take cognizance) कर दिया था।
पुलिस का पहुंचीं घर और जांच:
उनकी शिकायत के बाद, ओशिवारा पुलिस (Oshiwara Police) की एक टीम सुबह उनके घर ‘समर्थ आंगन’ (Samarth Aangan) पहुंची। पुलिस लगभग 40 मिनट तक बिल्डिंग में रही और तनुश्री से बातचीत की। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने तनुश्री को थाने आकर अपना बयान दर्ज कराने (Record Statement at Police Station) को कहा है।
यह घटना महिला सुरक्षा (Women Safety), घरेलू हिंसा (Domestic Violence), और साइबर बदनामी (Cyber Defamation) जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डालती है, खासकर जब AI-जनित सामग्री (AI-generated Content) का दुरुपयोग इसे और जटिल बना देता है।