T20 ट्राई-सीरीज़ 2025 के पहले मैच में बांग्लादेश (Bangladesh) ने पाकिस्तान (Pakistan) को 7 विकेट से हराकर शानदार शुरुआत की है। ढाका (Dhaka) में खेले गए इस मुकाबले में, मेजबान बांग्लादेश (Host Bangladesh) ने पाकिस्तान को 110 रनों पर ऑल आउट (All Out) कर दिया और फिर 15.3 ओवरों में मात्र 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। यह जीत बांग्लादेश के लिए पाकिस्तान के खिलाफ (Against Pakistan) विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह 4 साल में टी20ई (T20I) में उनकी चौथी जीत है।
पाकिस्तान की शर्मनाक हार: T20I में सबसे कम स्कोर
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तानी टीम (Pakistani Team) ने 19.3 ओवरों में सिर्फ 110 रन बनाए, जो बांग्लादेश के खिलाफ उनका T20I इतिहास का सबसे कम स्कोर है। पिछले साल 2021 में इसी मैदान पर उन्होंने 127/5 का स्कोर बनाया था।
- पहले विकेट का संघर्ष: पाकिस्तान की शुरुआत बेहद खराब रही, 8वें ओवर तक आधी टीम (Half the Side) यानी 5 बल्लेबाज सिर्फ 46 रनों पर पवेलियन लौट गए। साइम अयूब (Saim Ayub) (6), मोहम्मद हारिस (Mohammad Haris) (4), कप्तान सलमान आगा (Salman Agha) (3), हसन नवाब (Hasan Nawaz) (0), और मोहम्मद नवाज (Mohammad Nawaz) (3) जल्दी-जल्दी आउट हो गए।
- फखर जमान का अर्धशतक: फखर जमान (Fakhar Zaman) ने 44 गेंदों पर 34 रन बनाकर टीम को कुछ सहारा देने की कोशिश की, जिसमें छह चौके और एक छक्का शामिल था। उन्हें दो बार जीवनदान (Reprieved) भी मिला, लेकिन 30 रन पर खुशदिल शाह (Khushdil Shah) के साथ रनआउट (Run out) हो गए।
- निचले क्रम का प्रदर्शन: शाह (Shah) (17) और अब्बास अफरीदी (Abbas Afridi) (22) ने सातवें विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी (33-run Stand) कर टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था।
मैच के बाद, कप्तान सलमान आगा ने कहा, “हमारे पास बोर्ड पर पर्याप्त रन नहीं थे, क्योंकि हमने नियमित अंतराल पर विकेट खो दिए, जिस पर हमें दूसरे गेम से पहले बात करनी होगी।”
पिच की चुनौतियाँ और शुरुआती बढ़त:
लिट्टन दास (Litton Das) ने धीमी पिच (Slow Pitch) पर बल्लेबाजी की चुनौती को स्वीकार किया, “यह बल्लेबाजी करने के लिए आसान विकेट नहीं है, लेकिन जिस तरह से हमने बल्लेबाजी की, वह अच्छी लगी। हमने जल्दी विकेट लिए और यही मुख्य बिंदु है।”
बांग्लादेश की गेंदबाजी का दबदबा:
बांग्लादेश की गेंदबाजी विशेष रूप से तास्किन अहमद (Taskin Ahmed) और मुस्तफिजुर रहमान (Mustafizur Rahman) के शानदार प्रदर्शन से हावी रही।
- तास्किन अहमद: ने 3 ओवरों में 22 रन देकर 3 विकेट लिए।
- मुस्तफिजुर रहमान: ने 4 ओवरों में केवल 6 रन देकर 2 विकेट लिए, उनकी मिजरली (Miserly) गेंदबाजी ने दबाव बनाए रखा।
नए गेंदबाजों का प्रदर्शन और टीम संतुलन पर सवाल:
हालांकि, डेब्यूटेंट तेज गेंदबाज सलमान मिर्जा (Debutante Pacer Salman Mirza) ने 2 ओवरों में 23 रन देकर 2 विकेट लिए, जो शुरुआती झटके थे। लेकिन वेस्ली मधेवेरे (Wessly Madhevere) की 36 रनों की पारी और ब्रायन बेनेट (Brian Bennett) के साथ 37 रनों की शुरुआती साझेदारी भी अंततः पर्याप्त साबित नहीं हुई। जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों का ईमानदार इरादा (Intent) था, जैसा कि मधेवेरे के प्रदर्शन से पता चला, लेकिन वे स्थिरता (Consistency) और न्यूज़ीलैंड की गेंदबाजों के बराबर विकेट लेने की क्षमता या इकॉनमी (Wicket-taking or Economy) का प्रदर्शन नहीं कर सके। वेलिंगटन मसाकाद्जा (Wellington Masakadza) को छोड़कर, जिन्होंने 6.75 रन प्रति ओवर की इकॉनमी से गेंदबाजी की, बाकी गेंदबाज उतने प्रभावी नहीं रहे। वेलिंगटन मसाकाद्जा को बाहर बैठाकर टिनोटेंडा मपोसा (Tinotenda Maposa) को लाने के फैसले पर भी टीम संतुलन (Team Balance) को लेकर सवाल उठेंगे।
कॉन्वे और रवींद्र की साझेदारी और न्यूज़ीलैंड की आसान जीत:
न्यूज़ीलैंड के लिए डेवोन कॉन्वे (Devon Conway) और रचिन रवींद्र (Rachin Ravindra) की दूसरे विकेट के लिए 59 रनों की साझेदारी (59-run Stand) मैच का निर्णायक क्षण रही। बाद में कॉन्वे और डेरिल मिचेल (Daryl Mitchell) ने 32 गेंदों पर 58 रन जोड़कर जीत को आसान बना दिया। कॉन्वे ने 34 गेंदों में 59 रन बनाए, जबकि रवींद्र ने 30 रन का योगदान दिया।
कुल मिलाकर, यह मैच ज़िम्बाब्वे के लिए एक निराशाजनक प्रदर्शन था, जबकि न्यूज़ीलैंड ने अपने सफल अभियान (Successful Campaign) को जारी रखा।