राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप के बीच, सोमवार को लोकसभा में एक ऐसा दुर्लभ क्षण देखने को मिला जब विपक्ष की एक प्रमुख नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुले मन से प्रशंसा की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- शरदचंद्र पवार (NCP-SP) की सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) ने सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बड़प्पन‘ की सराहना करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के बाद उन्होंने कई विपक्षी नेताओं पर विश्वास दिखाकर एक बड़ा दिल दिखाया है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चल रही विशेष चर्चा के दौरान सुप्रिया सुले का यह बयान राष्ट्रीय राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है।
तेजस्वी सूर्या के बयान पर किया जोरदार पलटवार
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर लोकसभा में विशेष चर्चा में भाग लेते हुए, सुप्रिया सुले ने सबसे पहले बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) पर उनके उस बयान को लेकर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधा था।
सुप्रिया ने कड़े शब्दों में कहा, “तेजस्वी सूर्या ने यह कहकर लाखों जवानों का अपमान किया है कि कांग्रेस की सरकारों में सैन्य बलों को प्रोत्साहित नहीं किया गया था। तेजस्वी जो इतिहास हमें पढ़ा रहे थे, वह उन्हें खुद पढ़ना चाहिए।“
उन्होंने 1971 के युद्ध समेत भारतीय सेना की कई ऐतिहासिक विजय गाथाओं का जिक्र करते हुए कहा, “जब देश का सवाल आता है तो सबसे पहले देश, उसके बाद राज्य और फिर पार्टी आती है। हम सब पहले भारतीय हैं।“
“यही सशक्त लोकतंत्र है”: PM मोदी की तारीफ में क्या कहा सुले ने?
तेजस्वी सूर्या पर हमला करने के बाद, सुप्रिया सुले ने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए एक महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कहा, “यह प्रधानमंत्री जी का बड़प्पन था कि उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद विदेश गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने का विश्वास विपक्षी नेताओं पर दिखाया। यही सशक्त और जीवंत लोकतंत्र है।“
सुप्रिया सुले ने सदन को यह भी याद दिलाया कि पहलगाम हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने सबसे पहले यह कहा था कि वह और सारे विपक्षी दल इस संकट की घड़ी में मोदी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
सुप्रिया सुले ने अपनी बात समाप्त करते हुए कहा कि जब तक पहलगाम के आतंकवादी पकड़े नहीं जाते, तब तक न्याय पूरा नहीं होगा और देश चैन से नहीं बैठेगा। इस भाषण के माध्यम से उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश की कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर पूरा देश और सभी राजनीतिक दल एकजुट हैं।