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Stock Trading: वेदांता शेयरों में भारी गिरावट, शॉर्ट सेलर Viceroy ने लगाया ‘पॉन्ज़ी स्कीम’ का आरोप

Published On: July 9, 2025
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Stock Trading: वेदांता शेयरों में भारी गिरावट, शॉर्ट सेलर Viceroy ने लगाया 'पॉन्ज़ी स्कीम' का आरोप
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Stock Trading: अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) के स्वामित्व वाले खनन समूह वेदांता लिमिटेड (Vedanta Ltd) के शेयरों में 9 जुलाई को 4.5% की गिरावट दर्ज की गई, जब शॉर्ट सेलर (Short Seller) वायसरॉय रिसर्च (Viceroy Research) ने इसकी मूल फर्म वेदांता रिसोर्सेज (Vedanta Resources) पर एक रिपोर्ट (Report) जारी की, जिसमें कहा गया था कि यह “पॉन्ज़ी स्कीम (Ponzi Scheme) जैसी लगती है।” यह आरोप वित्तीय बाजार (Financial Market) में एक बड़ा झटके का कारण बना है और निवेशकों (Investors) के बीच चिंता (Concern) पैदा कर दी है। वेदांता के शेयर (Vedanta Shares) इस खबर के बाद फोकस में आ गए हैं।

वायसरॉय रिसर्च (Viceroy Research) की रिपोर्ट (Viceroy Report) ने वेदांता समूह की संरचना (Group Structure) पर सवाल उठाए हैं, जिसमें कहा गया है कि यह “वित्तीय रूप से अस्थिर, परिचालन रूप से समझौतावादी और एक पॉन्ज़ी स्कीम जैसी लगती है।” यह आरोप विशेष रूप से एक पॉन्ज़ी स्कीम (Ponzi Scheme) का हवाला दे रहा है, जो एक धोखाधड़ी वाला निवेश ऑपरेशन (Fraudulent Investment Operation) है जहां मौजूदा निवेशकों को नए निवेशकों से एकत्र किए गए फंड से भुगतान किया जाता है। वित्तीय घोटाले (Financial Scams) और कॉर्पोरेट गवर्नेंस (Corporate Governance) के मुद्दे हमेशा से शेयर बाजार के लिए संवेदनशील रहे हैं।

शेयरों में गिरावट और अन्य धातुओं पर असर

9 जुलाई को दोपहर 12:25 बजे, वेदांता के शेयर ₹435.6 प्रति शेयर पर 4.5% नीचे कारोबार कर रहे थे। intraday basis (दिन के कारोबार के आधार पर) पर 9 जुलाई को शेयर 7% तक गिर गए थे, जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई थी। वेदांता समूह की एक और फर्म हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) के शेयर ₹425 प्रति शेयर पर 2.6% नीचे कारोबार कर रहे थे।

परिणामस्वरूप, निफ्टी मेटल इंडेक्स (Nifty Metal Index) 1.7% नीचे कारोबार कर रहा था, जिसमें वेदांता (Vedanta) और हिंदुस्तान कॉपर (Hindustan Copper) घाटे का नेतृत्व कर रहे थे। यह दर्शाता है कि यह आरोप न केवल वेदांता को प्रभावित कर रहा है, बल्कि पूरे धातु क्षेत्र (Metal Sector) में निवेशकों की भावना को भी प्रभावित कर रहा है। भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) में यह एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जिसे निवेशक बारीकी से देख रहे हैं।

शॉर्ट सेलिंग और पॉन्ज़ी स्कीम क्या है?

शॉर्ट सेलर (Short Seller) वह होता है जो किसी कंपनी के शेयर मूल्य में गिरावट से लाभ कमाने की उम्मीद में शेयरों को बेचता है। जब एक शॉर्ट सेलर किसी कंपनी के बारे में एक नकारात्मक रिपोर्ट जारी करता है, तो यह अक्सर स्टॉक मूल्य में गिरावट का कारण बनता है।

पॉन्ज़ी स्कीम (Ponzi Scheme) एक प्रकार की निवेश धोखाधड़ी (Investment Fraud) है जिसमें निवेशकों को उच्च रिटर्न (High Returns) का वादा किया जाता है, जो वास्तव में नए निवेशकों के धन से भुगतान किया जाता है। ऐसी योजनाएं वित्तीय रूप से अस्थिर (Financially Unsustainable) होती हैं और अंततः ढह जाती हैं। वायसरॉय रिसर्च (Viceroy Research) ने यह आरोप लगाकर, कंपनी के व्यवसाय मॉडल (Business Model) और स्थिरता पर सीधे सवाल उठाए हैं।

यह घटना वेदांता समूह (Vedanta Group) के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करती है, जिसे अब इन आरोपों का जवाब देना होगा और निवेशकों का विश्वास फिर से हासिल करना होगा। कॉर्पोरेट साख (Corporate Credibility) और बाजार विश्वास (Market Confidence) के लिए यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी। निवेशकों को ऐसे मामलों में गहन शोध (Thorough Research) और सावधानी (Caution) बरतनी चाहिए। यह भारत में स्टॉक मार्केट (Stock Market in India) और खनन क्षेत्र (Mining Sector) से जुड़ी खबरों में एक बड़ी हेडलाइन है।

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