Sri Lanka Win: श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच जारी एकदिवसीय श्रृंखला का दूसरा वनडे (ODI) मैच कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में २ जुलाई को खेला गया, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को एक अत्यंत नाटकीय और चौंकाने वाले पल का गवाह बनाया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित ५० ओवरों में २ بیٹنگ में २३९ रन बनाए, जबकि बांग्लादेश के २५० रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी विपक्षी टीम ने एक ऐसा बल्लेबाजी पतन (batting collapse) देखा जिसे वनडे क्रिकेट इतिहास में दूसरी सबसे बुरी घटना के तौर पर याद किया जाएगा।
श्रीलंका की प्रभावशाली बल्लेबाजी और गेंदबाजी:
पहले बल्लेबाजी करते हुए, श्रीलंका की शुरुआत थोड़ी लड़खड़ाती हुई दिखी। सलामी बल्लेबाज पतुम निसांखा (Pathum Nissanka) जहां बिना खाता खोले पवेलियन लौटे, वहीं निशन मदुष्का (Nishan Madushka) भी महज़ ६ रन ही बना पाए। हालांकि, नंबर तीन पर उतरे स्टार बल्लेबाज कुशल मेंडिस (Kusal Mendis) ने ४३ गेंदों में ४५ रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर टीम को संभाला। इसके बाद, चरित असलंका (Charith Asalanka) ने ११३ गेंदों में १०६ रनों की शानदार शतकीय पारी खेलकर श्रीलंका को कुल २ بیٹنگ में २३९ रनों के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, जो किसी भी टीम के लिए एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य साबित हो सकता था।
बांग्लादेश की ओर से गेंदबाजी में तस्कीन अहमद (Taskin Ahmed) सबसे सफल रहे, जिन्होंने चार विकेट झटके। तंज़ीम हसन साकिब (Tanzim Hasan Sakib) ने तीन और तनवीर इस्लाम (Tanvir Islam) व कप्तान नजमुल हुसैन शंटो (Najmul Hossain Shanto) ने एक-एक विकेट लेकर श्रीलंकाई पारी को नियंत्रित करने की कोशिश की।
बांग्लादेश का विनाशकारी बल्लेबाजी पतन और शर्मनाक हार:
२४५ रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, बांग्लादेश ने अच्छी शुरुआत की थी। सलामी बल्लेबाज तंज़ीद हसन (Tanzid Hasan) ने ६२ और परवेज़ हुसैन इमोन (Parvez Hossain Emon) ने १३ रन बनाए। कप्तान नजमुल हुसैन शंटो ने भी २३ रनों का योगदान दिया, और एक समय ऐसा लगा कि बांग्लादेश आसानी से लक्ष्य हासिल कर लेगा। खेल के १७वें ओवर तक, बांग्लादेश ने केवल एक विकेट खोकर १०० रन बना लिए थे और वह अच्छी स्थिति में दिख रहा था।
लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसने क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। श्रीलंका के गेंदबाजों ने खेल का रुख पूरी तरह से पलट दिया। अगले २६ गेंदों के भीतर ही, उन्होंने बांग्लादेश के सात विकेट चटका दिए और सिर्फ ५ रन बनने दिए। यह वनडे क्रिकेट के इतिहास का दूसरा सबसे बड़ा बल्लेबाजी पतन (second worst batting collapse in ODI history) था। इस दौरान, बांग्लादेश का मध्यक्रम पूरी तरह ढह गया। उम्मीदों पर खरे उतरने का प्रयास कर रहे जैकर अली (Jaker Ali) ने अकेले ५१ रन बनाकर टीम के स्कोर को कुछ हद तक बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन वे अकेले श्रीलंकाई आक्रमण का सामना नहीं कर सके। आखिरकार, श्रीलंका ने बांग्लादेश की पूरी टीम को महज़ १६७ रनों पर ऑल-आउट कर दिया और यह मैच ७७ रनों के बड़े अंतर से जीत लिया।
यह जीत न केवल श्रीलंकाई टीम के लिए श्रृंखला में महत्वपूर्ण बढ़त दिलाती है, बल्कि बांग्लादेश के लिए यह एक अविश्वसनीय रूप से शर्मनाक हार है। यह घटना दर्शाती है कि क्रिकेट में कोई भी टीम, कितनी भी अच्छी स्थिति में क्यों न हो, अचानक दबाव में आ सकती है और पूरी तरह से ध्वस्त हो सकती है। इस प्रदर्शन की भारत, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में क्रिकेट प्रेमियों द्वारा कड़ी समीक्षा की जा रही है, जो वनडे क्रिकेट के इस अप्रत्याशित और चौंकाने वाले मोड़ से हैरान हैं। खेल में ऐसे उतार-चढ़ाव सामान्य हैं, लेकिन २६ गेंदों में ७ विकेट खोना और केवल ५ रन बनाना निश्चित रूप से चर्चा का एक बड़ा विषय बन गया है।