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 Smartworks IPO: 10 जुलाई को खुलेगा सब्सक्रिप्शन, जानें पूरा प्राइस बैंड और डिटेल

Published On: July 9, 2025
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Smartworks IPO: 10 जुलाई को खुलेगा सब्सक्रिप्शन, जानें पूरा प्राइस बैंड और डिटेल
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Smartworks IPO: स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस (Smartworks Coworking Spaces) का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (Initial Public Offering – IPO) 10 जुलाई को खुलने से पहले, कंपनी के शेयर unlisted बाजार (अनलिस्टेड मार्केट) में ₹25-27 के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) पर कारोबार कर रहे हैं, जो कि 6.14% का प्रीमियम है। यह बताता है कि बाजार के खिलाड़ी उम्मीद कर रहे हैं कि स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस (Smartworks Coworking Spaces) के शेयर एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) पर प्रीमियम पर सूचीबद्ध (Listed at a Premium) होंगे। भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) में यह कोवर्किंग सेक्टर (Coworking Sector) के प्रति निवेशकों के उत्साह को दर्शाता है।

आईपीओ बाजार (IPO Market) में GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) हमेशा निवेशकों के बीच उत्सुकता का विषय रहा है। यह एक शुरुआती संकेतक होता है कि शेयर लिस्टिंग के दिन कैसा प्रदर्शन कर सकता है।

GMP का मतलब क्या है? क्या यह हमेशा सही होता है?

जीएमपी (GMP) का मतलब ग्रे मार्केट प्रीमियम (Grey Market Premium) है। यह उस प्रीमियम राशि को संदर्भित करता है जिस पर आगामी आईपीओ (Initial Public Offering) के शेयर अनौपचारिक या “ग्रे” बाजार में स्टॉक एक्सचेंज पर आधिकारिक रूप से सूचीबद्ध होने से पहले कारोबार कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, यदि किसी कंपनी का आईपीओ मूल्य ₹100 है और उसका जीएमपी ₹30 है, तो इसका मतलब है कि शेयर ग्रे मार्केट (Grey Market) में ₹130 पर कारोबार कर रहे हैं। जीएमपी निवेशक भावना (Investor Sentiment) और लिस्टिंग मूल्य (Listing Price) के बारे में अपेक्षाओं को दर्शाता है। हालांकि, यह अनौपचारिक (Unofficial) है, सेबी (SEBI) द्वारा विनियमित (Regulated) नहीं है, और सट्टा (Speculative) या अस्थिर (Volatile) हो सकता है।

क्या यह हमेशा सही होता है? नहीं, जीएमपी (GMP) या ग्रे मार्केट प्रीमियम (Grey Market Premium) हमेशा सटीक (Accurate) नहीं होता है। यह एक अनौपचारिक और अनियमित संकेतक (Unofficial and Unregulated Indicator) है जो सीमित ट्रेडों (Limited Trades) और बाजार भावना (Market Sentiment) पर आधारित है, वास्तविक फंडामेंटल्स (Actual Fundamentals) पर नहीं। चूंकि यह सट्टा (Speculation) द्वारा संचालित होता है, जीएमपी में व्यापक रूप से उतार-चढ़ाव (Fluctuate Widely) हो सकता है और यह वास्तविक मांग (True Demand) या आईपीओ (IPO) के अंतिम लिस्टिंग मूल्य (Eventually Listing Price) को प्रतिबिंबित नहीं कर सकता है। कई ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जहां स्टॉक (Stocks) इंगित जीएमपी से नीचे या ऊपर सूचीबद्ध हुए हैं। इसलिए, जबकि जीएमपी निवेशक की रुचि (Investor Interest) का एक मोटा विचार दे सकता है, इसे आईपीओ प्रदर्शन (IPO Performance) के निश्चितPredictor (निश्चित भविष्यवक्ता) के रूप में भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।

स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस आईपीओ का विवरण

आईपीओ (IPO) ₹582.56 करोड़ तक का एक बुक-बिल्ट इश्यू (Book-Built Issue) है, जिसमें ₹445 करोड़ (1.09 करोड़ इक्विटी शेयर) का नया इश्यू (Fresh Issue) और ₹137.56 करोड़ (33.79 लाख शेयर) का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है। नए इश्यू से प्राप्त आय का उपयोग व्यवसाय विस्तार (Business Expansion), ऋण पुनर्भुगतान (Debt Repayment) और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों (General Corporate Purposes) के लिए किया जाएगा। यह दर्शाता है कि कंपनी अपनी वित्तीय स्थिति (Financial Position) को मजबूत करना चाहती है।

स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस आईपीओ का मूल्य बैंड (Price Band) ₹387 से ₹407 प्रति शेयर तय किया गया है।

स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस आईपीओ की मुख्य तिथियां (Smartworks Coworking Spaces IPO Key Dates):

  • यह इश्यू 10 जुलाई को सदस्यता के लिए खुलेगा और 14 जुलाई को बोली बंद होगी।
  • आईपीओ आवंटन (IPO Allotment) को 15 जुलाई 2025 को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
  • स्टॉक 17 जुलाई 2025 को बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) दोनों पर सूचीबद्ध होने के लिए अस्थायी रूप से निर्धारित (Tentatively Scheduled) है।

क्या आपको स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस आईपीओ सब्स्क्राइब करना चाहिए?

स्मार्टवर्क्स (Smartworks) भारत (India) का सबसे बड़ा मैनेज्ड कैंपस ऑपरेटर (Managed Campus Operator) है, जिसके FY25 तक 50 केंद्रों में 8.9 मिलियन वर्ग फुट का लीज्ड पोर्टफोलियो (Leased Portfolio) है। यह तेजी से बढ़ते flexible workspace (लचीले कार्यक्षेत्र) बाजार में, विशेष रूप से टियर 1 शहरों (Tier 1 Cities) में काम करता है, और इसने 2020-2024 तक 38.3% की सीएजीआर (CAGR) के साथ उद्योग वृद्धि (Industry Growth) को पार कर लिया है। यह दर्शाता है कि कोवर्किंग स्पेस (Coworking Space) का बाजार भारत में कितनी तेजी से बढ़ रहा है।

कंपनी मध्य-से-बड़े उद्यमों (Mid-to-Large Enterprises) पर ध्यान केंद्रित करती है, जो लंबे क्लाइंट लॉक-इन्स (Longer Client Lock-ins) और स्थिर राजस्व (Stable Revenue) सुनिश्चित करता है। उद्योग बेंचमार्क (Industry Benchmarks) की तुलना में fit-out और परिचालन लागत (Operating Costs) काफी कम होने के कारण, स्मार्टवर्क्स (Smartworks) एक लागत-कुशल (Cost-Efficient) और स्केलेबल मॉडल (Scalable Model) चलाता है। यह परिवर्तनीय किराये (Variable Rental) और प्रबंधन अनुबंधों (Management Contracts) के माध्यम से एक asset-light रणनीति (Asset-Light Strategy) की ओर भी बढ़ रहा है, जिससे पूंजी दक्षता (Capital Efficiency) में सुधार हो रहा है।

मूल्य वर्धित सेवाओं (Value-Added Services) और Fit-out-as-a-Service जैसी अतिरिक्त राजस्व धाराएं (Additional Revenue Streams) इसके व्यवसाय को और मजबूत करती हैं।

घरेलू ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी (Anand Rathi) का कहना है कि ऊपरी मूल्य बैंड (Upper Price Band) पर, कंपनी का मूल्यांकन इक्विटी शेयरों (Equity Shares) के जारी होने के बाद 3.3x के P/S और 9.7x के EV/EBITDA और ₹46,448 मिलियन के बाजार पूंजीकरण (Market Cap) पर किया गया है।

विश्लेषकों का मानना ​​है कि आईपीओ पूरी तरह से मूल्यवान (Fully Priced) है और वे आईपीओ को “सदस्यता लें – दीर्घकालिक” (Subscribe-Long term) रेटिंग की सिफारिश करते हैं। हालाँकि, वे विनियामक जोखिमों (Regulatory Risks) को एक प्रमुख चिंता (Key Concern) के रूप में इंगित करते हैं, विशेष रूप से कनाडा (Canada) और यूके (UK) जैसे देशों में वीजा-संबंधी नीतिगत परिवर्तनों (Visa-Related Policy Changes) के आलोक में। यह उन निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी है जो भारत में स्टार्टअप्स (Startups in India) में निवेश के अवसरों की तलाश में हैं। शेयरों में निवेश (Investing in Stocks) हमेशा जोखिमों के अधीन होता है।

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