नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी, सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy), के शेयरों में मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 3% से अधिक की गिरावट देखने को मिली। कंपनी द्वारा जून तिमाही (Q1 FY26) के लिए अपने वित्तीय परिणाम घोषित किए जाने के बाद यह गिरावट आई, और BSE पर शेयर ₹61 के स्तर तक गिर गया। हालांकि कंपनी ने मुनाफे में वृद्धि दर्ज की है, लेकिन यह बाजार के अनुमानों से कम रहा, जिसका असर शेयर की कीमत पर देखने को मिला।
एक ओर जहां तिमाही नतीजे थोड़े फीके रहे, वहीं दूसरी ओर ब्रोकरेज हाउसों की राय में बड़ा मतभेद दिख रहा है। दिग्गज ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) अभी भी इस स्टॉक पर बुलिश है और इसने ₹80 का टारगेट प्राइस दिया है। ऐसे में निवेशकों के मन में यह बड़ा सवाल है कि क्या इस गिरावट को एक खरीदारी के अवसर के रूप में देखना चाहिए?
क्यों गिरा सुजलॉन का शेयर? नतीजों को समझें
सुजलॉन एनर्जी ने जून तिमाही के लिए समेकित शुद्ध लाभ (consolidated net profit) में 7% की सालाना वृद्धि दर्ज करते हुए ₹324 करोड़ का मुनाफा कमाया। हालांकि यह आंकड़ा सकारात्मक है, लेकिन यह विश्लेषकों के अनुमान से कम रहा, और इसके पीछे का मुख्य कारण अवधि के दौरान दर्ज किया गया ₹134 करोड़ का डेफरड टैक्स चार्ज (deferred tax charge) है।
- नुवामा (Nuvama) की रिपोर्ट: ब्रोकरेज फर्म नुवामा के विश्लेषकों ने बताया, “ब्याज लागत में ~132% की सालाना वृद्धि हुई, जो एक बार की फीस (~₹140 मिलियन) के कारण थी, जिससे PBT में 52% की सालाना वृद्धि हुई (अनुमान: 60%)। हालांकि, Q4FY25 में बनाए गए ₹6.4 बिलियन के डीटीए के समायोजन के कारण ₹1.3 बिलियन का (गैर-नकद) चार्ज लगा, जिसने PAT की वृद्धि को ~7% तक सीमित कर दिया।”
क्या करें निवेशक? ब्रोकरेज हाउसेस की राय में मतभेद
1. नुवामा: ‘होल्ड’ की सलाह, टारगेट घटाया
खराब नतीजों और कम मुनाफे का असर नुवामा की रेटिंग पर दिखा है।
- ब्रोकरेज ने FY26/FY27 के लिए अपने ईपीएस अनुमानों में 4%/1% की कटौती की है।
- नुवामा ने सुजलॉन पर अपनी ‘होल्ड’ (‘Hold’) रेटिंग बरकरार रखी है लेकिन इसका लक्ष्य मूल्य (Target Price) ₹68 से घटाकर ₹67 कर दिया है।
- हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि सुजलॉन को भारत सरकार के FDRE/RTC/हाइब्रिड टेंडरों के बढ़ते मिश्रण का एक प्रमुख लाभार्थी बना रहेगा। कंपनी के पास ~5.4 गीगावॉट की एक मजबूत ऑर्डर बुक है, जो राजस्व की दृश्यता (revenue visibility) प्रदान करती है।
2. मोतीलाल ओसवाल: ‘BUY’ की सलाह, दिया ₹80 का बड़ा टारगेट
दूसरी ओर, मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों ने कहा कि परिणाम कुल मिलाकर अच्छे थे और अपेक्षाओं के अनुरूप थे। उनकी राय अधिक आशावादी है।
- ब्रोकरेज ने कहा, “हम अपने FY26 के समायोजित PAT अनुमान में 25% की कटौती करते हैं क्योंकि हम 25% की प्रभावी कर दर (deferred tax और non-cash) को शामिल करते हैं। हम FY27 के कर दर अनुमान को भी मामूली रूप से बढ़ाकर 12% करते हैं।”
- उन्होंने अपने ₹80 के लक्ष्य मूल्य पर पहुंचने के तरीके को समझाते हुए कहा, “हम FY27E EPS पर 35x का लक्ष्य P/E लगाकर अपने ₹80 के लक्ष्य मूल्य पर पहुंचते हैं, जो इसके ऐतिहासिक औसत दो-वर्षीय फॉरवर्ड P/E 27x से थोड़ा प्रीमियम पर है, यह देखते हुए कि सुजलॉन का निष्पादन और आय अब बढ़ने लगी है।”
यदि आप एक लंबी अवधि के निवेशक हैं और नवीकरणीय ऊर्जा के भविष्य पर विश्वास करते हैं, तो मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट आपके लिए उत्साहजनक हो सकती है और यह गिरावट एक खरीदारी का मौका प्रदान कर सकती है। हालांकि, यदि आप एक सतर्क निवेशक हैं, तो नुवामा की रिपोर्ट और हालिया नतीजों को देखते हुए, आपको स्टॉक में प्रवेश करने से पहले कुछ और तिमाहियों तक इंतजार करना चाहिए।
अस्वीकरण: उपरोक्त विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकरेज कंपनियों की हैं। हम निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करने की सलाह देते हैं।







