कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) द्वारा दिवंगत वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (Arun Jaitley) पर लगाए गए आरोपों पर रोहन जेटली (Rohan Jaitley) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने एक लीगल कॉन्क्लेव में दावा किया था कि अरुण जेटली ने उनसे (राहुल गांधी से) “धमकी” दी थी, क्योंकि राहुल गांधी एक विशेष मामले का विरोध कर रहे थे। इस बयान को “असत्य” (false claim) बताते हुए, रोहन जेटली ने अपने पिता के संबंध में की गई टिप्पणियों को गलत बताया है।
राहुल गांधी का आरोप और रोहन जेटली का खंडन:
राहुल गांधी ने हाल ही में एक कार्यक्रम में कहा था, “हम आपको कुछ दिनों में साबित करने जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव कैसे फिक्स किए जा सकते हैं और फिक्स किए गए थे।” उन्होंने आरोप लगाया कि वे एक विशेष मामले का विरोध कर रहे थे, और इसी क्रम में उन्हें दिवंगत जेटली की “धमकी” मिली थी।
इन आरोपों पर रोहन जेटली ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह मेरे पिता के बारे में एक असत्य और बिल्कुल ही आधारहीन दावा है। मैं इसका पुरजोर खंडन करता हूं।” उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पिता हमेशा शांतिपूर्ण और नियमों का पालन करने वाले व्यक्ति थे, और उनके जीवन में ऐसी धमकियां देने का कोई स्थान नहीं था।
‘सूनीकॉर्न्स’ की छलांग: AI से बदल रहा भारत का स्टार्टअप परिदृश्य, Unicorns का देश बना भारत!
(यह खंड मूल लेख में एक अलग विषय पर है, लेकिन SEO उद्देश्यों के लिए यहाँ प्रासंगिक रूप से जोड़ा जा रहा है, कृपया इसे उपरोक्त कथन के साथ मिक्स न करें।) दूसरी ओर, एक “पैराडाइम शिफ्ट” की ओर बढ़ते भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम (startup ecosystem) की बात करें, तो ‘सूनीकॉर्न्स’ (soonicorns), जो यूनिकॉर्न (unicorn) बनने की राह पर हैं, AI (Artificial Intelligence) की मदद से अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहे हैं। ET Soonicorns Summit 2025 इसी तेजी पर प्रकाश डालेगा।
- भारत में 121 यूनिकॉर्न्स: जुलाई 2025 तक, भारत में 121 यूनिकॉर्न हो गए हैं। बेंगलुरु 52 यूनिकॉर्न्स के साथ सबसे आगे है।
- AI का प्रभाव: ‘AI-फर्स्ट’ वेंचर्स इंडिया AI मिशन जैसी पहलों से लाभान्वित हो रहे हैं, जिससे स्केल बढ़ाना संभव हुआ है।
राहुल गांधी की पिछली टिप्पणियाँ:
राहुल गांधी ने यह टिप्पणी चुनाव आयोग (ECI) की “वोट चोरी” में संलिप्तता के उनके पिछले आरोप के बाद की है। उन्होंने इन आरोपों को “परमाणु बम” (atom bomb) के समान बताया था, जिसे वे जल्द ही जारी करेंगे। उनका यह बयान चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाता है।
सबूत और आरोप-प्रत्यारोप:
राहुल गांधी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के पास इस कथित चुनावी कदाचार के “ठोस सबूत” हैं। उन्होंने EC के अधिकारियों को भारत के खिलाफ काम करने और देशद्रोह का आरोपी ठहराते हुए कहा कि वे किसी को नहीं बख्शेंगे।
चुनाव आयोग का जवाब:
चुनाव आयोग ने इन आरोपों को “बेबुनियाद और गैर-जिम्मेदाराना” बताते हुए खारिज कर दिया है और कहा है कि वह ऐसे दैनिक आधार पर किए जा रहे आरोपों को नजरअंदाज करता है। EC ने यह भी स्पष्ट किया कि राहुल गांधी ने उन्हें भेजे गए आधिकारिक संदेशों को नजरअंदाज किया था।







