जयपुर, राजस्थान: राजस्थान से सफर करने वाले वाहन चालकों के लिए एक महत्वपूर्ण और थोड़ी निराशाजनक खबर सामने आई है। अब जयपुर-आगरा नेशनल हाईवे 21 (NH 21) पर यात्रा करना पहले से और भी महंगा हो गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की मंजूरी के बाद, हाईवे पर टोल की दरों में बढ़ोतरी कर दी गई है, जो मध्य रात्रि 12 बजे से प्रभावी हो गई है। इस बढ़ोतरी के बाद, हाईवे से गुजरने वाले कॉमर्शियल वाहनों (Commercial Vehicles) को अपने टोल फीस में 5 रुपये से लेकर 15 रुपये तक का अतिरिक्त भार उठाना पड़ेगा।
हालांकि, एक राहत भरी बात यह भी है कि इस बार कार, एसयूवी (SUV) जैसे हल्के निजी वाहनों (Light Motor Vehicles – Passenger Cars) के टोल में कोई वृद्धि नहीं की गई है। स्थानीय निवासियों को भी कुछ रियायतें दी गई हैं। स्थानीय निजी वाहनों के लिए केवल उपयोगकर्ता शुल्क का 75 प्रतिशत और स्थानीय कॉमर्शियल वाहनों के लिए 50 प्रतिशत ही टोल भुगतान करना होगा। यह व्यवस्था स्थानीय आबादी को थोड़ी राहत प्रदान करेगी।
आस-पास के निवासियों को मिलेगी टोल छूट: जानें क्या है नियम
एनएचएआई (NHAI) के नियमों के अनुसार, टोल प्लाजा के आसपास रहने वाले स्थानीय निवासियों को टोल फीस में विशेष छूट प्रदान की जाती है। इसी नियम के तहत, सिकंदरा और राजाधोक टोल प्लाजा पर आसपास के क्षेत्रों के हल्के वाहनों (जैसे कार-जीप) को केवल 20-20 रुपये का भुगतान करना होगा, जो कि सामान्य दरों से काफी कम है। वहीं, इन स्थानीय कॉमर्शियल वाहनों के लिए भी टोल फीस में 50 प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया गया है। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था और निवासियों को राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया कदम है।
30 जून तक क्या थे टोल रेट? एक तुलनात्मक अध्ययन
नई दरों के लागू होने से पहले, यानी 30 जून तक, एनएच 21 पर निम्नलिखित टोल दरें लागू थीं:
- कार, जीप और हल्के मोटर वाहन (LMS – Passenger Vehicles): 80 रुपये
- हल्के कॉमर्शियल वाहन (LCV): 135 रुपये
- ट्रक और बसें (Two Axle Commercial Vehicles): 275 रुपये
- मल्टी-एक्सल वाहन (Multi-Axle Vehicles): 440 रुपये
अब एनएचएआई द्वारा अनुमोदित नई और बढ़ी हुई टोल दरों को जयपुर-महुआ टोल वे कंपनी ने लागू कर दिया है। वाहन चालकों को यात्रा से पहले नई दरों की जानकारी लेना फायदेमंद होगा।
यातायात पर प्रभाव और टोल दरें क्यों बढ़ीं?
टोल दरों में यह वृद्धि मुख्य रूप से हाईवे के रखरखाव, मरम्मत और नए विकास कार्यों की लागत को पूरा करने के लिए की जाती है। एनएचएआई का उद्देश्य देश भर में सड़क बुनियादी ढांचे (Road Infrastructure) में सुधार करना है ताकि यात्रा अधिक सुरक्षित और सुगम हो सके। हालांकि, यह वृद्धि सीधे तौर पर यात्रियों पर वित्तीय बोझ डालती है। वाहन चालकों को अपनी यात्रा की योजना बनाते समय बढ़ी हुई टोल लागत का ध्यान रखना होगा।