Tesla (टेस्ला के आगमन पर टाटा समूह (Tata Group) के चेयरमैन आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्माता एक मज़ेदार और कूटनीतिक अंदाज़ में स्वागत किया है। मंगलवार (14 जुलाई 2025) को मुंबई में टेस्ला का पहला शोरूम खुलने के मौके पर, महिंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एलन मस्क (Elon Musk) और टेस्ला इंडिया को बधाई दी। उन्होंने एक खास 8 साल पुरानी बातचीत (8-Year-Old Invitation) का ज़िक्र करते हुए यह संदेश दिया, जो भारत में ईवी (EV) बाजार की संभावनाओं को लेकर उस समय हुई थी जब टेस्ला की भारत में एंट्री की उम्मीदें जग रही थीं।
“चार्जिंग स्टेशन पर मिलेंगे!” – आनंद महिंद्रा का खास संदेश:
आनंद महिंद्रा ने अपने पोस्ट में लिखा, “भारत में आपका स्वागत है, @elonmusk और @Tesla। दुनिया के सबसे बड़े EV अवसरों में से एक अब और अधिक रोमांचक हो गया है। प्रतिस्पर्धा नवाचार को बढ़ावा देती है, और आगे बहुत बड़ी राह है। आपको चार्जिंग स्टेशन पर देखने का इंतजार है।” यह ट्वीट न केवल टेस्ला के आगमन पर खुशी व्यक्त करता है, बल्कि भारतीय EV बाजार की विशाल क्षमता और प्रतिस्पर्धी भावना को भी दर्शाता है। ‘चार्जिंग स्टेशन पर मिलेंगे’ (See You At Charging Station) वाला वाक्य巧妙 रूप से टेस्ला के मुख्य व्यवसाय, यानि इलेक्ट्रिक कारों के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर (Charging Infrastructure) को भी इंगित करता है।
8 साल पुरानी बातचीत का ताज़ा संदर्भ:
आनंद महिंद्रा ने इस बधाई संदेश के साथ एलन मस्क के साथ हुई अपनी पुरानी बातचीत की तस्वीर भी साझा की, जो 2 मई 2017 की थी। उस पुरानी पोस्ट में, मस्क ने भारत के बाजार में अपनी रुचि व्यक्त की थी। उन्होंने लिखा था, “भारत 2030 तक केवल इलेक्ट्रिक कारें बेचने के लिए प्रतिबद्ध है। यह पहले से ही सौर ऊर्जा के लिए सबसे बड़ा बाजार है…” इसके जवाब में, आनंद महिंद्रा ने जवाब दिया था, “एलन, अब तुम्हारा यहां आने का समय आ गया है। तुम सारा बाजार महिंद्रा के लिए ही तो नहीं छोड़ना चाहते, है ना? जितना अधिक, उतना बेहतर… और हरा-भरा (Greener..!)!” यह आठ साल पुरानी बातचीत आज के संदर्भ में खासी प्रासंगिक हो जाती है, जब टेस्ला आखिरकार भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है।
भारत में टेस्ला का प्रवेश: चुनौतियाँ और अवसर:
टेस्ला, जो सालों से भारतीय बाजार में अपनी मौजूदगी को लेकर उत्सुकता दिखा रहा था, कई कारणों से देर से भारत में प्रवेश कर पाया। फिलहाल कंपनी ने शंघाई जिगाफैक्ट्री (Gigafactory in Shanghai) से कारों के आयात (Import) की पुष्टि की है, और उनकी फिलहाल स्थानीय असेंबली (Local Assembly) की कोई योजना नहीं है। यह निर्णय आयात शुल्क (Import Duties) जैसे कारकों से प्रभावित हो सकता है, जिस पर एलन मस्क ने पहले भी चिंता जताई थी।
भारत की नई ईवी नीति और भविष्य की संभावनाएं:
हालांकि, हाल ही में भारत सरकार द्वारा घोषित ईवी नीति (EV Policy), जिसमें वैश्विक ईवी निर्माताओं के लिए कम आयात शुल्क और प्रोत्साहन (Reduced Import Duties and Incentives) शामिल हैं, टेस्ला के लिए भारत में अपना रास्ता आसान बना सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और एलन मस्क के बीच अप्रैल में हुई टेलीफोनिक बातचीत (Telephonic Conversation), जिसमें प्रौद्योगिकी और नवाचार में संभावित सहयोग पर चर्चा हुई, और फरवरी में अमेरिकी दौरे के दौरान उनकी मुलाकात, भारत में टेस्ला के लिए एक सकारात्मक संकेत देती है।
मुंबई में अपना पहला शोरूम खोलने के साथ, टेस्ला दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते ऑटोमोबाइल बाजारों में से एक में पानी की थाह लेने (Test the Waters) और अपने प्रीमियम इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक ** foothold स्थापित करने** के लिए तैयार है। आनंद महिंद्रा की यह स्वागत योग्य और थोड़ी “चेतावनी भरी” पोस्ट भारत में ईवी क्रांति (EV Revolution) के भविष्य के लिए एक दिलचस्प बातचीत का सूत्रपात करती है।