प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force – CRPF) के स्थापना दिवस के अवसर पर बल के सभी कर्मियों और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि CRPF ने सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य, साहस और अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
प्रधानमंत्री ने CRPF की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि बल ने देश के सुरक्षा तंत्र में, विशेषकर आंतरिक सुरक्षा से संबंधित चुनौतीपूर्ण पहलुओं में, एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर CRPF कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा, “सभी CRPF कर्मियों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। इस बल ने हमारे सुरक्षा तंत्र में, विशेषकर आंतरिक सुरक्षा से संबंधित चुनौतीपूर्ण पहलुओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।“
उन्होंने आगे लिखा, “CRPF के कर्मियों ने सबसे कठिन परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्य, साहस और अटूट प्रतिबद्धता के लिए अपनी एक अलग पहचान बनाई है। मानवीय चुनौतियों पर काबू पाने में उनका योगदान भी सराहनीय है।“
CRPF का गौरवशाली इतिहास
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) भारत का सबसे बड़ा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है। इसकी स्थापना 27 जुलाई, 1939 को ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस’ (Crown Representative’s Police) के रूप में की गई थी। उस समय इसका मुख्य कार्य भारत की रियासतों में आंदोलनों और राजनीतिक अशांति को नियंत्रित करना था।
भारत की स्वतंत्रता के बाद, 28 दिसंबर, 1949 को संसद के एक अधिनियम द्वारा इस बल का नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) कर दिया गया। तब से लेकर आज तक, CRPF देश की आंतरिक सुरक्षा को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है।
यह बल आतंकवाद, उग्रवाद का मुकाबला करने से लेकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और चुनाव के दौरान शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने तक, हर मोर्चे पर राष्ट्र की सेवा में तैनात रहता है। नक्सलवाद विरोधी अभियानों में CRPF की भूमिका विशेष रूप से सराहनीय रही है। देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए CRPF के हजारों जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी है।
आज, CRPF का स्थापना दिवस उन वीर जवानों के शौर्य, बलिदान और सेवा को याद करने और सलाम करने का दिन है।







