गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त वापसी देखने को मिली। सुबह की गिरावट को पाटते हुए, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ने दिन के निचले स्तर से भारी रिकवरी की। इस उछाल के पीछे कई सकारात्मक संकेत और उम्मीदें काम कर रही हैं, जिन्होंने निवेशकों के विश्वास को बढ़ाया है।
बाजार की चाल: सुबह की गिरावट से दिन के उच्चतम स्तर तक
गुरुवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) 786 अंकों यानी 0.96 प्रतिशत की गिरावट के साथ 80,695.15 के स्तर पर आ गया था। लेकिन, दोपहर तक बाजार ने जोरदार वापसी की और 950 अंकों से अधिक की छलांग लगाते हुए 81,647.71 के उच्चतम स्तर को छुआ। इसी तरह, व्यापक निफ्टी (Nifty) भी अपने दिन के निचले स्तर 24,635 से सुधरकर 24,900 के पार कारोबार करने लगा, जो बाजार में बढ़ी हुई सकारात्मकता को दर्शाता है।
- कच्चे तेल की कीमतों में नरमी: अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट को बाजार के लिए एक बड़ा सकारात्मक कारक माना जा रहा है। कम तेल की कीमतें आयात लागत को कम करती हैं, मुद्रास्फीति पर दबाव को कम करती हैं और भारत जैसे तेल आयातक देशों की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी मानी जाती है। इससे कंपनियों के मुनाफे में सुधार की उम्मीद बढ़ जाती है, जो शेयर बाजार में तेजी को बढ़ावा देता है।
- सकारात्मक वैश्विक संकेत: एशियाई और यूरोपीय बाजारों से मिले सकारात्मक वैश्विक संकेतों ने भी भारतीय बाजार में जोश भरा। वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने की उम्मीदों और अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में आई तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी देखने को मिला।
- भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता की उम्मीदें: भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच जारी व्यापारिक वार्ताओं से सकारात्मक परिणाम की उम्मीदें भी बाजार की रिकवरी में अहम भूमिका निभा रही हैं। इन वार्ताओं से द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा मिलने की आशा है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद हो सकती है।
- प्रमुख कंपनियों का मजबूत प्रदर्शन: गिरावट के बाद कुछ प्रमुख कंपनियों ने शेयर की कीमतों में अच्छी रिकवरी दिखाई। हिंदुस्तान यूनिलीवर (Hindustan Unilever), जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services), ETERNAL, कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) और JSW स्टील (JSW Steel) जैसे प्रमुख शेयरों में आज लगभग 4 प्रतिशत तक की इंट्राडे तेजी देखी गई। इन बड़ी कंपनियों के शेयरों में खरीदारी बढ़ने से पूरे बाजार को समर्थन मिला।
- निवेशकों का बढ़ा हुआ भरोसा: इन सभी सकारात्मक कारकों के चलते, निवेशकों का बाजार के प्रति भरोसा फिर से बढ़ा है। निचले स्तरों पर खरीददारी का दबाव बढ़ने से बाजार में तेजी आई है, जो आगामी दिनों में भी जारी रह सकती है।
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता, मजबूत वैश्विक रुझान और भारत-अमेरिका के बीच सकारात्मक व्यापारिक संबंध आने वाले समय में भी बाजार के लिए सहायक साबित होंगे।







