टॉलीवुड और आंध्र प्रदेश की राजनीति के सबसे प्रतिष्ठित परिवारों में से एक, नंदमुरी परिवार (Nandamuri Family), पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दिवंगत महान अभिनेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, एन.टी. रामाराव (N.T. Rama Rao – NTR), के बड़े बेटे, नंदमुरी जयकृष्ण (Nandamuri Jayakrishna), की पत्नी श्रीमती नंदमुरी पद्माजा (Smt. Nandamuri Padmaja) का मंगलवार तड़के निधन हो गया। वे 73 वर्ष की थीं।
श्रीमती पद्माजा पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं (health issues) से जूझ रही थीं, और आज सुबह सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन, अस्पताल में भर्ती होने के कुछ ही देर बाद, डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके आकस्मिक निधन की खबर से पूरे परिवार में मातम का माहौल है और टॉलीवुड जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
कौन थीं नंदमुरी पद्माजा? दग्गुबाती परिवार से था गहरा नाता
नंदमुरी पद्माजा की पहचान सिर्फ एनटीआर की बड़ी बहू के रूप में ही नहीं थी, बल्कि उनका संबंध आंध्र प्रदेश के एक और बड़े राजनीतिक परिवार, दग्गुबाती (Daggubati) परिवार, से भी था।
- वे पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता, दग्गुबाती वेंकटेश्वर राव (Daggubati Venkateswara Rao), की सगी बहन थीं।
- इस नाते, वह वर्तमान आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री, दग्गुबाती पुरंदेश्वरी (Daggubati Purandeswari) की भाभी भी थीं।
- वे एनटीआर और उनकी पत्नी, श्रीमती बसवराम तारकम की सबसे बड़ी बहू (eldest daughter-in-law) थीं।
शोक में डूबा परिवार, चंद्रबाबू नायडू और पुरंदेश्वरी हैदराबाद के लिए रवाना
इस दुखद खबर के मिलते ही परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार उनके घर पर इकट्ठा होने लगे हैं।
- नंदमुरी परिवार के सदस्यों ने बताया कि यह खबर मिलते ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री नारा चंद्रबाबू नायडू (Nara Chandrababu Naidu) विजयवाड़ा से हैदराबाद के लिए रवाना हो गए हैं।
- वहीं, दिल्ली से दग्गुबाती पुरंदेश्वरी भी हैदराबाद के लिए निकल चुकी हैं।
उनके अंतिम संस्कार में टॉलीवुड के कई बड़े सितारों और राजनीतिक हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।
नंदमुरी जयकृष्ण का फिल्मी सफर और परिवार
एन.टी. रामाराव के 8 पुत्र थे, जिनमें से रामकृष्ण के बाद जयकृष्ण का जन्म हुआ था। जयकृष्ण परिवार में दूसरे नंबर पर थे, लेकिन चूंकि बड़े भाई रामकृष्ण का बचपन में ही निधन हो गया था, इसलिए उन्हें ही परिवार का बड़ा बेटा माना जाता था। बाद में, एनटीआर ने अपने सातवें बेटे का नाम अपने बड़े बेटे, रामकृष्ण के नाम पर रखा था।
जयकृष्ण ने अपने पिता के साथ मिलकर कई फिल्मों के लिए निर्माता (Producer) के रूप में भी काम किया। उन्होंने रामकृष्ण स्टूडियोज (Ramakrishna Studios) के बैनर तले एनटीआर द्वारा निर्मित फिल्मों के लिए कार्यकारी निर्माता (Executive Producer) के रूप में काम किया। उनके बेटे, नंदमुरी चैतन्य कृष्ण (Nandamuri Chaitanya Krishna), ने भी एक हीरो के रूप में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल सकी।