जब से जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Generative AI) का उदय हुआ है, दुनिया भर के तकनीकी विशेषज्ञ नौकरियों पर मंडराते खतरे को लेकर लगातार चेतावनी दे रहे हैं। लेकिन अब, Google के एक पूर्व शीर्ष कार्यकारी, मो गावदत (Mo Gawdat) द्वारा की गई एक नई भविष्यवाणी ने पूरी दुनिया में सनसनी मचा दी है। उन्होंने दावा किया है कि AI-संचालित ऑटोमेशन शिक्षित मध्यम वर्ग (Educated Middle Class) का पूरी तरह से सफाया कर देगा, और यह तबाही 2027 की शुरुआत में ही शुरू हो सकती है। उन्होंने इस दौर को “स्वर्ग पहुंचने से पहले का नर्क” जैसा बताया है।
‘डायरी ऑफ ए सीईओ’ (‘Diary of a CEO’) नामक एक लोकप्रिय पॉडकास्ट में बोलते हुए, गावदत ने चेतावनी दी कि AI-पावर्ड ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर इंजीनियर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO), और यहां तक कि पॉडकास्टर्स सहित कई पेशेवर भूमिकाओं को खत्म कर देगा।
कौन हैं मो गावदत और क्यों है उनकी चेतावनी इतनी गंभीर?
मो गावदत कोई सामान्य तकनीकी विशेषज्ञ नहीं हैं। वह 2018 तक Google में चीफ बिजनेस ऑफिसर (Chief Business Officer) जैसे बेहद महत्वपूर्ण पद पर कार्य कर चुके हैं, और उन्होंने गूगल के विकास को बहुत करीब से देखा है। वर्तमान में, वह Emma.love नामक अपना AI-सक्षम, संबंध-केंद्रित स्टार्टअप चला रहे हैं।
अपनी बात को पुष्ट करने के लिए, उन्होंने अपनी खुद की कंपनी का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि उनकी यह कंपनी सिर्फ तीन लोगों द्वारा चलाई जा रही है, जबकि इसी काम के लिए AI के बिना पहले 350 डेवलपर्स की एक बड़ी फौज की जरूरत पड़ती। यह उदाहरण AI द्वारा नौकरियों को खत्म करने की भयावह क्षमता को दर्शाता है।
शिक्षित मिडिल क्लास पर सबसे बड़ा हमला
गावदत का मानना है कि पिछली औद्योगिक क्रांतियों के विपरीत, जो मुख्य रूप से शारीरिक श्रम करने वाले मजदूरों को प्रभावित करती थीं, AI के नेतृत्व वाला यह ऑटोमेशन “शिक्षित मध्यम वर्ग” को खत्म कर देगा।
- केवल 0.1% लोग बचेंगे: उन्होंने भविष्यवाणी की है कि जो लोग शीर्ष 0.1 प्रतिशत में नहीं हैं, वे आर्थिक रूप से अप्रासंगिक (economically irrelevant) हो जाएंगे।
- बढ़ेगा मानसिक संकट: गावदत ने यह भी अनुमान लगाया है कि जैसे-जैसे लोग अपने व्यवसायों के साथ-साथ अपने जीवन के उद्देश्य की भावना खो देंगे, समाज में मानसिक स्वास्थ्य संकट, अकेलापन और सामाजिक अशांति में भारी वृद्धि होगी।
2040 के बाद आएगी नई दुनिया?
हालांकि, गावदत की भविष्यवाणी सिर्फ निराशाजनक नहीं है। उनका मानना है कि इस उथल-पुथल भरे दौर के बाद, 2040 के बाद, एक नई विश्व व्यवस्था (New World Order) उभरेगी, जो सांसारिक कार्यों और उपभोक्तावादी मूल्यों से मुक्त होगी। यह समाज समुदाय, रचनात्मकता, आध्यात्मिकता और प्रेम पर केंद्रित होगा।
लेकिन यह सुंदर भविष्य तभी संभव होगा जब सरकारें अभी से ठोस कदम उठाएं। उनका मानना है कि सरकारों को यूनिवर्सल बेसिक इनकम (Universal Basic Income – UBI) जैसे सुरक्षा उपायों को लागू करने और नैतिक, मूल्य-आधारित AI विकास पर ध्यान केंद्रित करने की तत्काल आवश्यकता है, ताकि समाज इस बड़े बदलाव के लिए तैयार हो सके।
माइक्रोसॉफ्ट की स्टडी ने भी जताई सहमति
मो गावदत की भविष्यवाणियां हाल ही में आई माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की एक स्टडी से भी मेल खाती हैं, जिसमें नौकरी की भूमिकाओं के साथ AI के संरेखण का विश्लेषण किया गया था। स्टडी ने 40 ऐसी नौकरियों की पहचान की जहां AI भूमिका के मुख्य उद्देश्य के साथ संरेखित होता है, और 40 ऐसी नौकरियां जहां AI अप्रासंगिक है। स्टडी ने यह भी नोट किया कि ऑटोमेशन और रोबोटिक्स में महत्वपूर्ण प्रगति वास्तव में कार्यबल को बाधित कर सकती है।
यह स्पष्ट है कि AI का युग बड़े बदलाव लेकर आ रहा है। यह देखना बाकी है कि यह बदलाव ‘स्वर्ग’ की ओर ले जाएगा या गावदत की भविष्यवाणी के अनुसार ‘नर्क’ के रास्ते से होकर गुजरेगा।







