भारत के दिग्गज और विविध कारोबारी समूह, JSW ग्रुप, की एक प्रमुख कंपनी, जेएसडब्ल्यू सीमेंट (JSW Cement), का बहुप्रतीक्षित इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) आज यानी गुरुवार, 7 अगस्त, 2025 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। सीमेंट सेक्टर में यह इस साल के सबसे बड़े आईपीओ में से एक है। कंपनी का लक्ष्य इस इश्यू के जरिए ₹3,600 करोड़ जुटाना है।
हालांकि, आईपीओ को लेकर शुरुआती रुझान थोड़ा ठंडा रहा है, और पहले दिन निवेशकों की तरफ से बहुत उत्साहजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) भी बहुत मामूली स्तर पर बना हुआ है, जो एक सुस्त लिस्टिंग की ओर इशारा कर रहा है। आइए इस आईपीओ के बारे में विस्तार से जानते हैं और यह समझने की कोशिश करते हैं कि क्या आपको इसमें पैसा लगाना चाहिए या इससे बचना चाहिए।
पहले दिन का सब्सक्रिप्शन स्टेटस: निवेशकों का ठंडा रिस्पॉन्स
आईपीओ के पहले दिन सुबह 11:50 बजे तक, इश्यू को बहुत धीमी प्रतिक्रिया मिली।
- कुल सब्सक्रिप्शन: 0.14 गुना (या 14%)
- कर्मचारी कोटा: 0.79 गुना
- रिटेल यानी छोटे निवेशक (RIIs): 0.24 गुना
- गैर-संस्थागत निवेशक (NIIs): 0.08 गुना
- योग्य संस्थागत खरीदार (QIBs): 0.00 गुना (QIBs आमतौर पर आखिरी दिन बोली लगाते हैं)
पहले दिन रिटेल निवेशकों की तरफ से सुस्त प्रतिक्रिया यह संकेत दे रही है कि निवेशक अभी ‘देखो और इंतजार करो’ की रणनीति अपना रहे हैं।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में नहीं है कोई खास उत्साह
जेएसडब्ल्यू सीमेंट के आईपीओ को लेकर ग्रे मार्केट में भी कोई खास हलचल नहीं है।
- मौजूदा ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) केवल ₹6-7 प्रति शेयर के आसपास चल रहा है।
- ₹147 के ऊपरी प्राइस बैंड के हिसाब से, यह महज 4% का लिस्टिंग गेन का संकेत दे रहा है, जो निवेशकों के लिए बहुत आकर्षक नहीं है।
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापक बाजार में अस्थिरता और कंपनी के हालिया वित्तीय प्रदर्शन को लेकर चिंताओं के कारण लिस्टिंग पर बहुत बड़े मुनाफे की उम्मीदें फिलहाल ठंडी हैं।
जेएसडब्ल्यू सीमेंट IPO की पूरी जानकारी
- आईपीओ की तारीखें: 7 अगस्त से 11 अगस्त, 2025
- प्राइस बैंड: ₹139 से ₹147 प्रति शेयर
- इश्यू का साइज: ₹3,600 करोड़ (₹1,600 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹2,000 करोड़ का ऑफर-फॉर-सेल)
- लॉट साइज: 102 शेयर
- न्यूनतम निवेश: ₹14,994 (एक लॉट के लिए)
- शेयरों का अलॉटमेंट: मंगलवार, 12 अगस्त, 2025 (संभावित)
- लिस्टिंग की तारीख: गुरुवार, 14 अगस्त, 2025 (BSE और NSE पर)।
क्यों बेचैन हैं निवेशक? कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन और जोखिम
आईपीओ को लेकर निवेशकों के ठंडे रिस्पॉन्स के पीछे कंपनी का हालिया वित्तीय प्रदर्शन एक बड़ी वजह है।
- वित्त वर्ष 25 में घाटा: FY25 में, जेएसडब्ल्यू सीमेंट का परिचालन से राजस्व 3.6% घटकर ₹5,813.1 करोड़ रह गया, जबकि EBITDA 21.4% गिरकर ₹864.2 करोड़ हो गया। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि कंपनी ने ₹163.8 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जबकि FY24 में उसे ₹62 करोड़ का शुद्ध लाभ हुआ था।
- प्रमुख जोखिम:
- प्रतिस्पर्धी उद्योग: सीमेंट उद्योग में प्रतिस्पर्धा बहुत अधिक है और मूल्य युद्ध (Price Wars) का खतरा हमेशा बना रहता है।
- चक्रीय मांग: सीमेंट की मांग निर्माण और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र पर बहुत अधिक निर्भर करती है, जिसमें चक्रीय उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।
- ऊंचा कर्ज: कंपनी पर कर्ज का स्तर ऊंचा है, जो मुनाफे पर असर डाल रहा है।
आईपीओ का उद्देश्य: कहां इस्तेमाल होगा पैसा?
कंपनी फ्रेश इश्यू से जुटाई गई ₹1,600 करोड़ की राशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करेगी:
- राजस्थान के नागौर में एक नई एकीकृत सीमेंट इकाई स्थापित करना (₹800 करोड़)।
- कुछ उधारियों का पुनर्भुगतान/पूर्व-भुगतान करना (₹520 करोड़)।
- सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य।
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केनरा बैंक सिक्योरिटीज (Canara Bank Securities):
ब्रोकरेज फर्म ने ग्रीन सीमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में कंपनी की मजबूत स्थिति का हवाला देते हुए आईपीओ को “सब्सक्राइब” की रेटिंग दी है।
लेकिन एक चेतावनी भी दी है: ब्रोकरेज ने शॉर्ट-टर्म निवेशकों को आगाह किया है कि आईपीओ के महंगे मूल्यांकन, हाल के वित्तीय घाटे, और प्रमोटर संस्थाओं से संबंधित कुछ नियामक चिंताओं के कारण लिस्टिंग पर सीमित लाभ (limited upside) मिल सकता है।
निष्कर्ष: जेएसडब्ल्यू एक बड़ा और प्रतिष्ठित ब्रांड है और लंबी अवधि में कंपनी की विकास रणनीति मजबूत दिखती है। हालांकि, हालिया वित्तीय घाटा और सुस्त जीएमपी लिस्टिंग गेन की तलाश कर रहे निवेशकों के लिए चिंता का विषय है। यदि आप एक लंबी अवधि के निवेशक हैं जो जोखिम उठा सकते हैं और कंपनी के भविष्य पर विश्वास करते हैं, तो आप इस पर विचार कर सकते हैं। लेकिन अगर आप केवल लिस्टिंग गेन के लिए पैसा लगा रहे हैं, तो मौजूदा संकेत बहुत उत्साहजनक नहीं हैं।







