भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) में आज, 24 जुलाई 2025, को भारी गिरावट (Major Correction) देखी गई। सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) दोनों में तेजी से गिरावट (Sharp Decline) आई, और बैंक निफ्टी (Bank Nifty) पर भी दबाव बना रहा। इस गिरावट का मुख्य कारण वैश्विक बाजारों (Global Markets) में देखी गई कमजोरी, कुछ कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे (Weak Quarterly Results of Some Companies), विशेष रूप से IT सेक्टर (IT Sector) के निराशाजनक प्रदर्शन, और भारत-यूके फ्री ट्रेड डील (India-UK Free Trade Deal) के आसन्न हस्ताक्षर (Imminent Signing) पर अनिश्चितता (Uncertainty) थी।
प्रमुख सूचकांकों में भारी गिरावट:
- सेंसेक्स: 650 अंक गिरकर 82,067 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।
- निफ्टी: 180 अंक गिरकर 25,000 के नीचे कारोबार कर रहा था।
- बैंक निफ्टी: इसमें भी दबाव देखा गया, जो बैंकिंग शेयरों (Banking Stocks) में व्यापक बिकवाली (Broad Selling) का संकेत था।
किन क्षेत्रों पर सबसे ज़्यादा असर?
- IT सेक्टर: Coforge (9% गिरावट) और Persistent Systems (7% गिरावट) जैसी कंपनियों के खराब नतीजों (Poor Results) ने IT सेक्टर पर दबाव बनाया।
- बैंकिंग सेक्टर: HDFC Bank, ICICI Bank, Axis Bank, और SBI जैसे प्रमुख बैंकिंग शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई।
- अन्य प्रमुख शेयर: ट्रेंट (Trent) के शेयरों में 3.30% से अधिक की गिरावट आई। TCS जैसी दिग्गज आईटी कंपनी भी दबाव में रही।
- वैश्विक बाजार में कमजोरी: अमेरिकी बाजारों (US Markets) में गिरावट और एशियाई बाजारों (Asian Markets) में अनिश्चितता ने भारतीय बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला।
- कंपनियों के कमजोर नतीजे: कुछ प्रमुख कंपनियों, विशेषकर IT और बैंकिंग क्षेत्रों की, त्रैमासिक आय (Quarterly Earnings) उम्मीदों से कम रही।
- भारत-यूके फ्री ट्रेड डील पर अनिश्चितता: भले ही ‘फ्री ट्रेड डील’ (Free Trade Deal) को लेकर आशावाद (Optimism) व्यक्त किया गया है, लेकिन आधिकारिक हस्ताक्षर (Official Signing) में देरी के कारण बाजार में दबाव (Pressure) बना हुआ है।
IEX शेयरों में 26% की ऐतिहासिक गिरावट:
भारतीय ऊर्जा विनिमय (Indian Energy Exchange – IEX) के शेयरों में आज 26% तक की अभूतपूर्व गिरावट देखी गई। इसका कारण केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग (CERC) द्वारा मार्केट कपलिंग (Market Coupling) के नियम को लागू करने की मंजूरी है। यह एक ऐसी प्रणाली है जहाँ सभी बिजली एक्सचेंजों (Power Exchanges) की खरीद और बिक्री बोलियों (Buy and Sell Bids) को एक स्थान पर एकत्र कर एक समान बिजली मूल्य (Uniform Electricity Price) तय किया जाएगा। यह मॉडल, लागू होने पर, IEX के व्यापार मॉडल (Business Model) को सीधे तौर पर प्रभावित करेगा, जिससे इसके शेयरों में भारी गिरावट आई।
अन्य प्रमुख गिरावट वाले शेयर:
- अनिल अंबानी के शेयर: रिलायंस पावर (Reliance Power) में 5% की गिरावट।
- महानगर गैस (Mahanagar Gas): 5% की गिरावट।
- Coforge: 9% की गिरावट।
- Persistent Systems: 7% की गिरावट।
- Nestle: 4% की गिरावट।
- Trent: 3.30% की गिरावट।
यह गिरावट बाजार की व्यापक चिंता (Widespread Concern) को दर्शाती है, और निवेशकों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।