अप्रैल से जून 2025 तक की वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजे आ चुके हैं और ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) की वित्तीय रिपोर्ट ने बाजार का ध्यान खींचा है। भाविश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) के नेतृत्व वाली इस प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी ने शुक्रवार, 14 जुलाई को घोषित अपने वित्तीय आंकड़ों में ₹428 करोड़ का समेकित शुद्ध घाटा (Consolidated Net Loss) दर्ज किया है। यह पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि (Q1 FY25) में दर्ज ₹347 करोड़ के घाटे से अधिक है, जो कंपनी के लिए वित्तीय चुनौती की ओर इशारा करता है।
राजस्व में बड़ी गिरावट, EBITDA घाटा बढ़ा
आंकड़ों के अनुसार, ओला इलेक्ट्रिक के परिचालन से राजस्व (Revenue from Operations) में भारी गिरावट दर्ज की गई है। FY26 की पहली तिमाही में कंपनी का राजस्व घटकर ₹828 करोड़ रह गया, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि (Q1 FY25) के ₹1,644 करोड़ की तुलना में 50% की कमी है। यह गिरावट ईवी (EV) बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कंपनी की आंतरिक रणनीतियों में बदलाव का परिणाम हो सकती है।
EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले की आय) घाटा भी बढ़ा है। रिपोर्टिंग तिमाही के लिए कंपनी का EBITDA घाटा साल-दर-साल (YoY) बढ़कर ₹237 करोड़ हो गया, जो पिछले साल की इसी अवधि में ₹205 करोड़ था।
बाजार की प्रतिक्रिया और कंपनी की आश्वस्त करने वाली बातें
हालांकि वित्तीय आंकड़े कुछ चिंताजनक हैं, लेकिन नतीजों की घोषणा के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 5.33% की बढ़त देखी गई और यह ₹41.92 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। कंपनी ने अपने नतीजों के साथ-साथ अपने भविष्य के रोडमैप और वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार के बारे में भी विस्तार से बताया है।
ओला इलेक्ट्रिक ने कहा कि उनका ऑटो सेगमेंट कैश जेनरेशन (Auto Segment Cash Generation) उम्मीदों के मुताबिक है और “Q1FY26 लगभग न्यूट्रल रहा है, जिसमें परिचालन व्यय (Opex) और वर्किंग कैपिटल (Working Capital) में संरचनात्मक सुधार (Structural Improvements) हुए हैं।” कंपनी ने आगे कहा कि उनके नए लॉन्च (New Launches) को अच्छा प्रतिसाद मिला है, तीसरी पीढ़ी के स्कूटर्स (Gen 3 Scooters) की मांग मजबूत है, और इलेक्ट्रिक बाइक्स भी काफी रुचि जगा रही हैं। इसके अलावा, MoveOS+ जैसे उत्पादों की बिक्री से उच्च मार्जिन (High Margin) वाला राजस्व प्राप्त हो रहा है।
तकनीकी प्रगति और भविष्य की योजनाएं
ओला इलेक्ट्रिक नवीनतम तकनीकों (Latest Technologies) को विकसित करने पर जोर दे रही है। कंपनी ने बताया है कि वे दुर्लभ पृथ्वी चुम्बकों (Rare Earth Magnets) और एबीएस (ABS) जैसे जोखिमों के लिए इन-हाउस समाधान (In-house Solutions) के साथ तैयार हैं। उनकी सबसे महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति में से एक है 4680 भारत सेल (4680 Bharat Cell) का इन-हाउस उत्पादन, जो इस नवरात्रि से उनके वाहनों में ऊर्जा प्रदान करना शुरू कर देगा।
कंपनी की योजना है कि वित्तीय वर्ष 2026 के अंत तक वे 1.4 GWh क्षमता का पूरी तरह से उपयोग कर लेंगे और शेष क्षमता स्थापित करके 5 GWh तक पहुंचेंगे। इसके बाद, वे FY27 तक 5 GWh तक अपनी खपत बढ़ाएंगे। ईवी निर्माता ने हैवी रेअर अर्थ्स (HRE) मुक्त मोटर्स भी सफलतापूर्वक विकसित की हैं, जिन्हें Q3 FY26 में उत्पादन में तैनात किया जाएगा।
रणनीति में बदलाव: आक्रामक से ‘संतुलित लाभदायक विकास’ की ओर
कंपनी ने कहा कि वे “बाजार की गतिशीलता के अनुरूप अपनी रणनीति में पिछले दो तिमाहियों में आक्रामक पैठ (Aggressive Penetration) से संतुलित लाभदायक विकास (Balanced Profitable Growth) की ओर बदलाव किया है।” उनका लक्ष्य इस चरण में अपने संचालन को मजबूत करना, मार्जिन में सुधार करना और विस्तार करते उत्पाद पोर्टफोलियो, बेहतर वितरण, और नए ग्राहकों को आकर्षित करने के माध्यम से विकास के अगले चरण के लिए तैयार होना है। कंपनी का मानना है कि उनकी Q1 नतीजों में दिख रहा सुधार इस नई रणनीति के परिणाम हैं।
वित्तीय वर्ष 2026 के लिए ओला इलेक्ट्रिक की उम्मीदें:
ओला इलेक्ट्रिक वित्तीय वर्ष 2026 में लगभग 325,000 – 375,000 वाहनों की बिक्री और ₹4200 करोड़ से ₹4700 करोड़ के राजस्व की उम्मीद कर रही है। कंपनी ने बताया कि “हमारे नए उत्पादों – जेन 3 स्कूटर्स और रोडस्टर बाइक – के प्रति मजबूत momentum त्योहारी सीजन तक जारी रहने की उम्मीद है। हमारी आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain), इंजीनियरिंग और विनिर्माण टीमें हमारे उत्पाद की गुणवत्ता और बीओएम लागत (BOM Cost) में लगातार सुधार कर रही हैं, और इसका लाभ पूरे वर्ष हमारी लाभ-हानि (P&L) में दिखता रहेगा।”
उनकी ऑटो ग्रॉस मार्जिन (Auto GM) Q1 में 25.6% रही, जो काफी हद तक पीएलआई (PLI – Production Linked Incentive) के बिना है। दूसरी तिमाही से उन्हें PLI का लाभ भी मिलना शुरू हो जाएगा, जिससे वित्तीय वर्ष 2026 के अंत तक उनका एग्जिट जीएम 35-40% के आसपास रहने की उम्मीद है।
सेल और मोटरसाइकिल व्यवसाय पर अपडेट:
सेल व्यवसाय के लिए, ओला 5 GWh की स्थापना को पूरा करेगा और इस वर्ष लगभग ₹1000 करोड़ का भुगतान करेगा। इसमें से 70% मौजूदा टर्म लोन से वित्तपोषित होगा। कंपनी को उम्मीद है कि 5 GWh के उत्पादन पैमाने पर, सेल व्यवसाय वित्तीय वर्ष 2027 के अंत तक मुक्त नकदी प्रवाह (Free Cash Flow – FCF) सकारात्मक हो जाएगा।
उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार:
ओला इलेक्ट्रिक के नए जेन 3 स्कूटरों ने तिमाही के दौरान कुल स्कूटर बिक्री में 80% का योगदान दिया। कंपनी का कहना है कि इन स्कूटर्स ने बेहतर मार्जिन के साथ-साथ वारंटी दावों (Warranty Claims) को भी काफी कम किया है, जो उनके इंजीनियरिंग सुधारों का परिणाम है।
वहीं, ओला इलेक्ट्रिक के रोडस्टर एक्स मोटरसाइकिलों (Roadster X motorcycles) का रोलआउट चरणबद्ध तरीके से जारी है, और यह उत्पाद अब भारत भर के 200 स्टोर्स में उपलब्ध है और आगामी त्योहारी सीजन के दौरान इसके विस्तार की योजना है।
यह वित्तीय रिपोर्ट दर्शाती है कि ओला इलेक्ट्रिक विकास और लागत को संतुलित करने के महत्वपूर्ण दौर से गुजर रही है, और भविष्य के लिए अपनी तकनीकी क्षमताओं को मजबूत कर रही है।