Share Market में आज का दिन जयप्रकाश पावर वेंचर्स (Jaiprakash Power Ventures – JP Power) के लिए एक यादगार दिन रहा। सोमवार, 14 जुलाई 2025 को इंट्रा-डे ट्रेडिंग (Intra-day Trade) के दौरान, कंपनी के शेयर 12 साल से सबसे ऊँचा स्तर है। इस जबरदस्त रैली ने निवेशकों का ध्यान खींचा है और कई लोग यह जानना चाहते हैं कि इस स्मॉलकैप स्टॉक में इतनी तेजी क्यों आई है।
12 साल की ऊंचाई और के उच्च स्तर (12-Year High) पर पहुंच गए, जो मई 2013 के बाद का उच्चतम स्तर है। इसके साथ ही, इन शेयरों में भारी मात्रा में ट्रेडिंग देखी गई और ये 13% से अधिक की वृद्धि दर्ज कर चुके थे। यह तेजी तब आई जब अन्य प्रमुख सूचकांक, जैसे बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex), लगभग 0.54% की गिरावट के साथ 44% का विशाल उछाल:**
जेपी पावर के शेयर, जो हाल ही में (7 मई 2025) ₹12.6 के 52-हफ्ते के निचले स्तर पर थे, अब82,057 पर कारोबार कर रहे थे। यह घटना शेयर बाजार में JP Power के मजबूत प्रदर्शन का एक और प्रमाण है।
मात्र 7 दिनों में 44% की अविश्वसनीय वृद्धि
हाल के ₹27 के पार पहुंच गए हैं। इस 52-सप्ताह के निचले स्तर से यह 113% से अधिक का उछाल है, जो बताता है कि शेयर ने अपने निवेशकों का पैसा दोगुना से दिनों में JP Power के शेयरों ने निवेशकों को काफी आकर्षित किया है। पिछले सात ट्रेडिंग दिनों में, यह शेयर 3 जुलाई 2025 के ₹18.67 के स्तर से बढ़कर 44% से अधिक भी अधिक कर दिया है। खासकर पिछले सात ट्रेडिंग दिनों में ₹18.67 से 44% की तेजी इसे एक मल्टीबैगर स्टॉक (Multibagger Stock) साबित करती है। सोमवार को यह शेयर ** की तेजी दिखा चुका है। वहीं, यदि हम इसके 52-सप्ताह के निचले स्तर (52-Week Low) ₹12.6 (जो 7 मई 2025 को छुआ था) से देखें, तो यह दोगुने से भी अधिक, यानी 113% की जोरदार उछाल दर्ज कर चुका है। यह प्रदर्शन बताता है कि बाजार में भले ही नरमी हो, JP Power जैसे चुनिंदा स्टॉक अपने दम पर तेजी दिखा रहे हैं।
ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी उछाल और शेयरधारिता पैटर्न:
बाजार में भारी मात्रा में शेयरों का कारोबार देखा गया। सामान्य ट्रेडिंग वॉल्यूम (Average Trading Volumes) में 2 गुनाBSE पर 13% की उछाल के साथ कारोबार कर रहा था, जबकि बाजार का प्रमुख सूचकांक BSE Sensex लगभग 0.54% गिरकर 82,057 पर था। यह JP Power की अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।
भारी ट्रेडिंग वॉल्यूम और बड़ी हिस्सेदारी का कारोबार:
इस तेजी के पीछे एक अहम कारण है भारी मात्रा में शेयरों का कारोबार (Heavy Volumes)। सोमवार को JP Power के काउंटर पर औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम में 2 गुना से अधिक की वृद्धि देखी गई। NSE पर 604 मिलियन शेयर और BSE पर 77 मिलियन शेयर का कारोबार हुआ, जो से अधिक की छलांग** लगी है। NSE पर 604 मिलियन और BSE पर 77 मिलियन सहित कुल 681 मिलियन शेयरों का कारोबार हुआ, जो JP Power की कुल इक्विटी (Total Equity) कुल इक्विटी का 10% हिस्सा यानी 681 मिलियन शेयर है। यह दिखाता है कि बाजार में इस स्टॉक को लेकर काफी दिलचस्पी है।
शेयरधारिता पैटर्न (Shareholding Pattern): कौन हैं बड़े निवेशक?
31 मार्च 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, जेपी पावर के प्रमोटर जयप्रकाश एसोसिएट्स (JAL) के पास कंपनी में 24% हिस्सेदारी थी। बाकी बची 76% हिस्सेदारी विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों के पास है:
- व्यक्तिगत शेयरधारक (Resident Individual Shareholders): 38.85%
- बैंक (Banks): का 10% है। यह बताता है कि बाजार में इस शेयर में भारी दिलचस्पी है।
शेयरधारिता पैटर्न के अनुसार, जेपी पावर (JP Power) का प्रमोटर जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates – JAL) है, जिसके पास 31 मार्च 2025 तक कंपनी में 24% की हिस्सेदारी थी। शेष 76% हिस्सेदारी विभिन्न निवेशकों के पास है, जिनमें निवासी व्यक्तिगत शेयरधारक (38.85%), ICICI Bank, Uco Bank और Canara Bank जैसे बैंक (15.71%), विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (6.04%), नरेश चंद्रा तलवार (5.02%), और बॉडी कॉरपोरेट (5.08%) शामिल हैं।
शेयर मूल्य को क्या गति दे रही है?
जब शेयर के मूल्य में इतनी बड़ी उछाल देखी जाती है, तो स्वाभाविक है कि इसके कारणों पर सवाल उठे। JP Power ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि कंपनी के शेयर की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव पूरी तरह से बाजार-संचालित बलों (Market Driven Forces) पर आधारित है। कंपनी ने आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank), यूको बैंक (Uco Bank) और केनरा बैंक (Canara Bank) जैसी संस्थाओं के पास कुल 15.71% हिस्सेदारी है।
- विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (Foreign Portfolio Investors – FPIs): 6.04%
- नरेश चंद्र तलवार (Naresh Chandra Talwar): 5.02%
- कॉर्पोरेट निकाय (Bodies Corporate): 5.08%
यह डायवर्सिफाइड शेयरधारिता पैटर्न कंपनी में विभिन्न स्तर के निवेशकों के विश्वास को दर्शाता है।
जेपी पावर के शेयर में तेजी के पीछे क्या है खास?
जेपी पावर का मानना है कि कंपनी के शेयर की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव पूरी तरह से बाजार द्वारा संचालित (Market Driven Forces) है। कंपनी ने 8 जुलाई को वॉल्यूम मूवमेंट पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि फिलहाल कोई भी अप्रत्याशित मूल्य-संवेदनशील जानकारी (Unpublished Price Sensitive Information) या लंबित घोषणा नहीं है, जिसका शेयर की कीमत पर असर पड़े। यदि ऐसा कोई घटनाक्रम होता8 जुलाई को एक स्पष्टीकरण जारी किया था जिसमें कहा गया था कि “वर्तमान में, ऐसा कोई अप्रकाशित मूल्य-संवेदनशील जानकारी (Unpublished Price Sensitive Information) या कोई लंबित घोषणा या विकास नहीं है, जो हमारी राय में, शेयर की कीमत/वॉल्यूम व्यवहार को प्रभावित कर सके।” कंपनी ने आश्वासन दिया कि यदि ऐसी कोई जानकारी सामने आती है, तो वे इसे नियामक आवश्यकताओं के अनुसार स्टॉक एक्सचेंजों को तुरंत सूचित करेंगे।
अडाणी समूDisney+ Hotstar new seriesह खरीद की दौड़ में आगे?
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, अडाणी समूह (Adani Group) ने दिवालिया जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) को खरीदने के लिए ** है, तो वे उसे तुरंत स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित करेंगे।
अडानी समूह की अधिग्रहण की दौड़ में बढ़त:
हालिया रिपोर्टों के अनुसार, अडानी समूह (Adani Group) दिवालिया जयप्रकाश एसोसिएट्स के अधिग्रहण के लिए प्रमुख दावेदार बनकर उभरा है। ब्लूमबर्ग (Bloomberg) की रिपोर्ट के अनुसार, अडानी समूह ने कम से कम ₹12,000 करोड़ की एक बिना शर्त बोली (Unconditional Bid) लगाई है। गौतम अडानी के नेतृत्व वाला यह समूह, बुनियादी ढांचा डेवलपर के अधिग्रहण की दौड़ में आगे है, जिसमें ₹3,500 करोड़ का तत्काल नकद भुगतान शामिल है। इसके अलावा, समूह के प्रस्ताव में अधिग्रहण के बाद कंपनी के भीतर ₹890 करोड़ बनाए रखना और विवादित यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) की भूमि से ₹2,600 करोड़ अवशोषित करने की क्षमता भी शामिल है।
इंड-रेंटिंग का विश्लेषण और कंपनी की योजनाएं:
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) ने जनवरी 2025 में अपने विश्लेषण₹12,000 करोड़ की एक बिना शर्त बोली (Unconditional Bid)** के साथ अपनी दिलचस्पी दिखाई है और वह इस दौड़ में अग्रणी है। गौतम अडाणी के नेतृत्व वाला समूह इस इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर को तत्काल ₹3,500 करोड़ के नकद भुगतान के साथ अधिग्रहित करने की योजना बना रहा है। समूह के प्रस्ताव में अधिग्रहण के बाद ₹890 करोड़ कंपनी के भीतर बनाए रखना और संभावित रूप से विवादित यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) भूमि से ₹2,600 करोड़ अवशोषित करना भी शामिल है। इस तरह की बड़ी अधिग्रहण की खबरें अक्सर कंपनी के शेयरों में सकारात्मक हलचल पैदा करती हैं।
इंड-रैटिंग्स की ‘कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रेज़ोल्यूशन प्रोसेस’ (CIRP) पर नजर
वहीं, इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (Ind-Ra) ने जनवरी 2025 में अपनी रिपोर्ट में नोट किया है कि जेपी पावर का प्रमोटर जेएएल कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी रेज़ोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के अधीन है। एजेंसी को उम्मीद नहीं में कहा था कि जेपी पावर का प्रमोटर JAL कॉर्पोरेट इन्सॉल्वेंसी रेजोल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के अधीन है। एजेंसी को उम्मीद नहीं है कि JAL की CIRP का JPVL की बैलेंस शीट पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा; हालांकि, इसके परिणाम एजेंसी के लिए प्रमुख निगरानी योग्य (Key Monitorable) बने रहेंगे।
जेपी पावर ने वित्तीय वर्ष FY25-FY27 के दौरान ₹1,500 करोड़ के पूंजीगत व्यय (Capex) की योजना बनाई है, जिसका उपयोग निगरी और बिना थर्मल पावर प्लांट्स (Nigrie and Bina Thermal Power Plants) में फ्लू-गैस डिसल्फराइजेशन (FGD) यूनिट की स्थापना के लिए किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, FY25-FY29 में बँधा नॉर्थ कोल माइन (Bandha North Coal Mine) के लिए ₹760 करोड़ खर्च किए जाएंगे। यह पूंजीगत व्यय आंतरिक कमाई (Internal Accruals) से वित्तपोषित होने की संभावना है। इंड-आरए के अनुसार, कंपनी की आंतरिक कमाई से दोनों पूंजीगत व्यय परियोजनाओं को निष्पादित करने की क्षमता एक प्रमुख निगरानी योग्य कारक बनी रहेगी।
अपनी FY25 की वार्षिक रिपोर्ट में, जेपी पावर ने कहा कि भारतीय पावर सेक्टर में FY2024-25 में **ऊ है कि JAL के CIRP का JPVL के बैलेंस शीट पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा, लेकिन एजेंसी के लिए इसका अंतिम परिणाम एक महत्वपूर्ण निगरानी योग्य (Key Monitorable) बना रहेगा।
पूंजीगत व्यय (Capex) की योजनाएँ:
JP Power ने वित्त वर्ष 2025-27 के दौरान ₹1,500 करोड़ का पूंजीगत व्यय (Capex) करने की योजना बनाई है, जिसमें निगरी (Nigrie) और बीना (Bina) थर्मल पावर प्लांटों में फ्लू-गैस डिसल्फराइजेशन (FGD) यूनिट की स्थापना शामिल है। इसके अलावा, वित्त वर्ष 2025-29 के दौरान बंधा नॉर्थ कोल माइन (Bandha North Coal Mine) के लिए ₹760 करोड़ का प्रावधान किया गया है। यह पूंजीगत व्यय संभवतः आंतरिक संचय (Internal Accruals) से वित्त पोषित होगा। इंड-रैटिंग्स के अनुसार, कंपनी की आंतरिक संचय के माध्यम से दोनों पूंजीगत व्यय परियोजनाओं को निष्पादित करने की क्षमता एक महत्वपूर्ण निगरानी योग्य कारक बनी रहेगी।
भारतीय पावर सेक्टर में अवसर:
जेपी पावर ने अपनी वित्तीय वर्ष 2025 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय पावर सेक्टर में बढ़ती ऊर्जा मांग (Increasing Energy Demand), तेजी से तकनीकी प्रगति (Rapid Technological Advancements), और स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण (Clean Energy Transition) के लिए मजबूत सरकारी समर्थन के कारण अवसरों की भरमार है। देश की पीक पावर मांग रिकॉर्ड 250 GW तक पहुंचने के साथ, क्षमता विस्तार (Capacity Expansion) की आवश्यकता नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy) में महत्वपूर्ण निवेश के अवसर पैदा करती है। JP Power इस बढ़ते क्षेत्र में अपनी भूमिका निभाना जारी रखने की उम्मीद करता है।