---Advertisement---

J&K Weather: बादल फटने की आशंका, पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए सख्त एडवाइजरी

Published On: August 27, 2025
Follow Us
Srinagar Weather: बादल फटने की आशंका, पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए सख्त एडवाइजरी
---Advertisement---

जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश (Heavy Rains in J&K) ने अब रौद्र रूप ले लिया है। बुधवार को कश्मीर घाटी में लगातार हुई भारी बारिश ने नदियों और नालों में उफान ला दिया है, और स्थिति तब और गंभीर हो गई जब मंगलवार को पहलगाम (Pahalgam) की खूबसूरत बेताब घाटी (Betaab Valley) में स्थित शेषनाग नाले (Sheshnag Nallah) ने अपने अब तक के इतिहास के सभी जल स्तर के रिकॉर्ड तोड़ दिए। इस खतरनाक स्थिति को देखते हुए, अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों दोनों के लिए एडवाइजरी जारी कर उन्हें पहाड़ी ढलानों और उफनते जल निकायों के पास न जाने की सख्त चेतावनी दी है।

क्यों खतरनाक है शेषनाग नाले का बढ़ा जल स्तर?

  • रिकॉर्ड तोड़ जल स्तर: मंगलवार को शेषनाग नाले में 6.02 फीट का जल स्तर दर्ज किया गया, जो इसके पिछले ऑल-टाइम हाई 5.68 फीट को भी पार कर गया।
  • खतरे के निशान से काफी ऊपर: नाले का बाढ़ अलार्म का स्तर (flood alarm level) 4.59 फीट है, और खतरे का निशान (danger mark) 5.09 फीट है। इसका मतलब है कि पानी खतरे के निशान से लगभग एक फुट ऊपर बह रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
  • बादल फटने की आशंका: अधिकारियों का मानना ​​है कि जल स्तर में यह अचानक और भारी वृद्धि क्षेत्र के ऊपरी इलाकों में बादल फटने (cloudburst) या अत्यधिक भारी वर्षा के कारण हो सकती है।

झेलम भी उफान पर, घाटी में गिरा तापमान

लगातार हो रही इस बारिश ने पूरी कश्मीर घाटी में दिन के तापमान में भारी गिरावट ला दी है, लेकिन इसके साथ ही सबसे बड़ी चिंता झेलम नदी (Jhelum river) को लेकर है।

  • अधिकारियों ने चेतावनी दी कि झेलम नदी का जलस्तर मंगलवार शाम तक लगातार बढ़ सकता है, जिसके बाद इसके कम होने की उम्मीद है।
  • अगर झेलम नदी का जलस्तर बढ़ना जारी रहता है, तो श्रीनगर और घाटी के अन्य निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है।

मौसम विभाग ने जारी की बड़ी चेतावनी (IMD Weather Advisory)

  • मौसम विभाग (Meteorological department) ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर में मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, जिससे स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
  • 1 सितंबर तक राहत नहीं: अधिकारियों ने कश्मीर संभाग के लिए 26 अगस्त से 1 सितंबर की अवधि को कवर करते हुए एक मौसम सलाह जारी की है, जिसमें तीव्र बारिश, संभावित बादल फटने और आकस्मिक बाढ़ (flash floods) की चेतावनी दी गई है।
  • विशेष चेतावनी: एडवाइजरी में कहा गया है, “कश्मीर संभाग के लोगों और विशेष रूप से बाढ़ और भूस्खलन-संभावित और निचले इलाकों में रहने वालों को सलाह दी जाती है कि जब तक मौसम में सुधार न हो जाए, वे ढलानों और जल निकायों के अंदर और आसपास जाने से बचें।”

पर्यटकों और शिकारा ऑपरेटरों के लिए सख्त निर्देश

  • “पर्यटकों, शिकारा ऑपरेटरों, रेत खनिकों, और झेलम, अन्य नदियों, झीलों और जल निकायों के पास काम करने वालों को इन जल निकायों और उनकी सहायक नदियों की मौजूदा परिस्थितियों और स्थिति का सत्यापन किए बिना उन्हें पार करने या संचालित करने का प्रयास नहीं करना चाहिए।”

निचले इलाकों में रहने वाले निवासियों को भी मौसम की स्थिति विकसित होने पर सतर्क रहने के लिए कहा गया है। यह चेतावनी अमरनाथ यात्रा के मार्ग पर पड़ने वाले क्षेत्रों के लिए भी महत्वपूर्ण है, और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है।

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now