Indian Meteorological Department – IMD: भीषण मानसूनी बारिश (Severe Monsoon Rains) ने भारत (India) के कई राज्यों में व्यापक क्षति (Extensive Damage), जलभराव (Waterlogging) और व्यवधान (Disruption) पैदा कर दिया है, जिसमें आने वाले दिनों में और भी तेज बारिश (Heavy Showers) की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department – IMD) ने इस सप्ताह और भी तीव्र बारिश (Intense Rainfall) की भविष्यवाणी (Predicted) की है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है। यह मानसून 2025 (Monsoon 2025) की स्थिति पर एक गंभीर चेतावनी (Severe Warning) है।
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मध्य और पूर्वी हिस्से में महत्वपूर्ण वर्षा (Significant Rainfall) हो रही है, जिससे जल निकासी प्रणालियाँ (Drainage Systems) प्रभावित हो रही हैं और निचले इलाकों (Low-lying Areas) में बाढ़ (Flooding) आ रही है। पूर्वोत्तर क्षेत्र (Northeastern Region), विशेष रूप से असम (Assam) और त्रिपुरा (Tripura), में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति (Flood-like Conditions) का अनुभव हो रहा है। उत्तर भारत में, हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh), उत्तराखंड (Uttarakhand), और जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के कुछ हिस्सों में बारिश से प्रेरित जलभराव (Waterlogging) और पहाड़ी इलाकों (Hilly Terrains) में भूस्खलन (Landslides) के लिए अलर्ट (Alert) जारी किया गया है। यह दर्शाता है कि भारत में भारी बारिश (Heavy Rain in India) किस तरह से अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों को प्रभावित कर रही है।
मध्य प्रदेश में शहर हुए बेहाल: सड़कें जाम, जनजीवन ठप
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के शहरी इलाकों (Urban Areas) में, जिसमें जबलपुर (Jabalpur) और भोपाल (Bhopal) शामिल हैं, 9 जुलाई से लगातार बारिश के कारण सड़कें अवरुद्ध (Clogged Roads) हो गईं और सार्वजनिक परिवहन (Public Transport) में देरी हुई। जबलपुर के भेड़ाघाट (Bhedaghat) के पास भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र (Flood Affected Area) देखा गया, जो बारिश के प्रभाव को दर्शाता है। मध्य प्रदेश बारिश (Madhya Pradesh Rain) की खबर महत्वपूर्ण है।
असम में गुवाहाटी जलमग्न: नदियों का बढ़ता जलस्तर
गुवाहाटी (Guwahati) और असम के निचले इलाकों (Low-lying Areas) में भी जलभराव (Waterlogging) और नदी के जलस्तर (Rising River Levels) में वृद्धि दर्ज की गई है, जिसमें अधिकारी flash flood (अचानक बाढ़) के जोखिमों की समीक्षा कर रहे हैं।
उत्तर और पश्चिमी राज्यों में भारी बारिश का अनुमान
- पूर्वी राजस्थान (East Rajasthan) और पश्चिमी यूपी (Western UP) के कुछ हिस्सों में 11 से 13 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है।
- देहरादून (Dehradun) और उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों (Hill Stretches of Uttarakhand) में भारी बारिश (Heavy Showers) जारी रहने से भूस्खलन (Landslides) और सड़कें अवरुद्ध (Blocked Roads) हो रही हैं।
- गुरुग्राम (Gurugram) में गुरुवार को रात भर हुई बारिश (Overnight Showers) के परिणामस्वरूप जलभराव (Waterlogging) हो गया, जिससे आवासीय क्षेत्रों (Residential Areas) के साथ-साथ सड़कें भी जलमग्न हो गईं और शहर भर में भारी यातायात जाम (Heavy Traffic Jams) लग गए। गुरुग्राम बारिश (Gurugram Rain) ने जनजीवन प्रभावित किया।
- नई दिल्ली (New Delhi) के आईटीओ (ITO) में बारिश के बाद जलमग्न सड़क (Waterlogged Road) पर यातायात जाम (Traffic Jam) के बीच वाहन चल रहे हैं। मौसम विभाग (Met Department) ने राष्ट्रीय राजधानी (National Capital) में moderate rainfall (मध्यम वर्षा) के साथ बादल छाए रहने (Cloudy Skies) का अनुमान लगाया है।
- मौसम विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र (Maharashtra), गोवा (Goa), और गुजरात (Gujarat) जैसे पश्चिमी क्षेत्र में अगले सात दिनों तक मध्यम वर्षा (Moderate Rainfall) का अनुमान लगाया है। नागपुर (Nagpur) जिले में भारी बारिश के बाद वाहन बाढ़ के पानी में डूबे (Submerged in the Floodwater) हुए देखे गए।
कोलकाता, त्रिपुरा और झारखंड में भी भारी बारिश की चेतावनी
- कोलकाता (Kolkata) में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में पानी जमा (Water Accumulation) हो गया, जिससे यातायात प्रभावित (Impacted Traffic) हुआ और प्रमुख सड़कें जलमग्न (Submerging Major Roads) हो गईं। कोलकाता बारिश (Kolkata Rain) से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
- त्रिपुरा (Tripura) के अगरतला (Agartala) में लगातार बारिश हो रही है, और कुछ जिलों में घरों में पानी घुस गया (Water has Entered Homes) है।
- झारखंड (Jharkhand) में धनबाद (Dhanbad) और रांची (Ranchi) जैसे शहरों में मूसलाधार बारिश (Downpour Warning) की चेतावनी दी गई है।
- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी (Mandi) में सप्ताहांत में बारिश बढ़ने के बाद ग्रामीण इलाकों (Rural Areas) में बाढ़ आ गई और नाले जाम (Jammed Drains) हो गए। हिमाचल बारिश (Himachal Rain) ने पहाड़ों पर भी संकट पैदा किया।
यह मानसून अपडेट (Monsoon Update) और मौसम चेतावनी (Weather Warning) नागरिकों और स्थानीय प्रशासन दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि वे सुरक्षा उपायों (Safety Measures) और आपदा प्रबंधन (Disaster Management) की तैयारी कर सकें। भारतीय मौसम विज्ञान (Indian Meteorology) और प्राकृतिक आपदाएँ (Natural Disasters) अब भारत के कई हिस्सों के लिए एक वार्षिक चुनौती बन गई हैं।