IIT-Bombay: एक हैरतअंगेज घटना में, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे (IIT-Bombay) के उच्च-सुरक्षा वाले परिसर में कथित तौर पर एक महीने से भी अधिक समय तक अवैध रूप से रहने वाले 22 वर्षीय युवक, बिलाल अहमद तेली (Bilal Ahmad Teli), को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया है। विडंबना यह है कि इस युवक के पास कोई औपचारिक उच्च शिक्षा नहीं है, फिर भी वह इस प्रतिष्ठित संस्थान के परिसर में 14 दिनों तक घूमता रहा, व्याख्यानों (lectures) में भाग लेता रहा और हॉस्टल की सोफियों पर सोता रहा।
यह घटना 26 जून को तब सामने आई जब IIT-बॉम्बे के एक कर्मचारी ने परिसर में एक सोफे पर सो रहे बिलाल को पाया। जब कर्मचारी ने उससे उसका परिचय पूछा, तो बिलाल बिना जवाब दिए भाग खड़ा हुआ। इसके बाद, IIT-बॉम्बे के अधिकारियों ने CCTV फुटेज खंगाला, जिसमें उन्होंने पाया कि बिलाल कोई छात्र नहीं है, बल्कि पिछले कुछ दिनों से परिसर में घूम रहा था। अधिकारियों द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे 7 जुलाई तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत (judicial custody) में भेज दिया गया है।
अधिकारियों के अनुसार, यह ‘नकली छात्र’ हॉस्टल के कमरों में सोफों पर सोता था, कॉलेज में AI (Artificial Intelligence) जैसे विषयों पर सेमिनार/व्याख्यानों में भाग लेता था, और परिसर में उन जगहों पर जाता था जहाँ मुफ्त कॉफ़ी उपलब्ध थी। वह खुद को पीएचडी छात्र (PhD student) बताकर लोगों को धोखा देता था और उसने फर्जी प्रवेश दस्तावेज़ों (fake admission documents) का इस्तेमाल किया था। मुंबई क्राइम ब्रांच (Mumbai Crime Branch) के सूत्रों के अनुसार, वह पाउडर इलाके में स्थित परिसर में अपने अवैध प्रवास के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर एक सेमिनार में भी शामिल हुआ था।
चौंकाने वाला कबूलनामा और डेटा की बरामदगी:
पूछताछ के दौरान, बिलाल ने यह भी कबूल किया कि वह पिछले साल भी एक महीने के लिए कैंपस में रह चुका था, लेकिन उस समय किसी का भी ध्यान उस पर नहीं गया था। क्राइम ब्रांच अधिकारियों ने जांच के लिए बिलाल का फोन जब्त किया, लेकिन उन्हें पता चला कि उसने फोन से बहुत सारा डेटा डिलीट कर दिया था। अधिकारी साइबर लैब (cyber lab) की मदद से इस डेटा को रिकवर करने की कोशिश कर रहे हैं। यह भी पता चला है कि बिलाल ने परिसर के कई वीडियो बनाए थे, हालांकि उसने उन्हें किसी को भेजा नहीं था।
इसके अलावा, अधिकारियों ने पाया कि बिलाल ने 21 ईमेल आईडी बनाई हुई थीं। पूछताछ करने पर, उसने बताया कि उसने ये आईडी अपने कई ब्लॉग्स (blogs) चलाने के लिए बनाई थीं। उसका कहना था कि वह सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर (social media influencer) बनकर अधिक पैसा कमाना चाहता था।
बिलाल की योग्यताएं, यात्रा इतिहास और राष्ट्रीय सुरक्षा का एंगल:
अधिकारियों के अनुसार, बिलाल वर्तमान में गुजरात के सूरत में एक निजी कंपनी में कार्यरत है, जहाँ उसकी मासिक आय ₹1.25 लाख है। आईटी में गहरी रुचि रखने वाले इस घुसपैठिये ने 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट में छह महीने का कोर्स भी किया है। उसने वेब डिजाइन (web design) में एक साल का डिप्लोमा भी किया है। रिपोर्टों के अनुसार, बिलाल के पिता का वस्त्र व्यवसाय (garment business) है।
यात्रा के इतिहास की बात करें तो, बिलाल ने 2024 में बहरीन (Bahrain) की यात्रा की थी। इससे पहले, वह दुबई (Dubai) भी जा चुका था।
यह मामला इसलिए भी गंभीर हो गया है क्योंकि खुफिया ब्यूरो (Intelligence Bureau) और आतंकवाद विरोधी एजेंसियां (anti-terror agencies) भी अब बिलाल से पूछताछ कर रही हैं। अधिकारी इस मामले में राष्ट्र-विरोधी तत्व के कोण (anti-national element angle) की भी जांच कर रहे हैं, जिससे यह सिर्फ एक धोखाधड़ी का मामला न होकर एक संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के रूप में भी देखा जा रहा है। यह घटना देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था (security systems) पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।