Hyderabad Chemical Factory Blast: सोमवार, 30 जून को हैदराबाद के पास पशমাইলারم (Pashamylaram) के एक औद्योगिक इकाई (Industrial Unit) में एक बड़े रिएक्टर (Reactor) में हुए भीषण विस्फोट (Massive Blast) ने पुरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। इस दुखद घटना में कम से कम 8 मजदूरों की मौत हो गई और 28 अन्य लोग घायल हो गए। यह भयावह हादसा संगारेड्डी जिले (Sangareddy District) के औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में सुबह करीब 9 बजे हुआ। विस्फोट के कारण लगी भीषण आग ने तुरंत ही साइगैची केमिकल्स (Sigachi Chemicals) के पूरे परिसर को अपनी चपेट में ले लिया।
दमकल की 11 गाड़ियां मौके पर, राहत और बचाव कार्य जारी!
घटना की सूचना मिलते ही दमकलकर्मी (Firefighters) तुरंत मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने के लिए अथक प्रयास किए। दमकल विभाग की 11 गाड़ियों (Fire Engines) ने मिलकर आग की लपटों को नियंत्रित किया। पुलिस (Police), फायर सर्विसेज (Fire Services) और अन्य बचाव कर्मी (Rescue Personnel) तुरंत हरकत में आ गए और राहत और बचाव अभियान (Rescue and Relief Operations) शुरू किया। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस (Ambulances) भी मौके पर मौजूद थीं।
शुरुआत में, 5 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 3 अन्य ने अस्पताल पहुँचने के बाद दम तोड़ा। मडिंगुडा के एक निजी अस्पताल (Private Hospital in Madinguda) में भर्ती कराए गए दो मृतकों की पहचान बिहार के रहने वाले अभिषेक कुमार (Abhishek Kumar) और ओडिशा के रहने वाले नागरजीत तिवारी (Nagarjit Tiwari) के रूप में हुई है। विस्फोट के समय फैक्ट्री में कुल 66 कर्मचारी काम कर रहे थे। घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें से पांच की हालत नाजुक (Critical Condition) बताई जा रही है।
संगारेड्डी जिले में बचाव अभियान में SDRF, HYDRAA सहित कई एजेंसियां शामिल!
इस दुखद घटना के बचाव और राहत कार्यों में राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), हैदराबाद डिजास्टर रिस्पांस एंड एसेट प्रोटेक्शन एजेंसी (HYDRAA), राजस्व विभाग (Revenue Department) और पुलिस बल पूरी सक्रियता से भाग ले रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों (Eye-witnesses) के अनुसार, विस्फोट का प्रभाव इतना भीषण था कि कई कर्मचारी हवा में उछल गए और कई मीटर दूर जाकर गिरे। विस्फोट के कारण फैक्ट्री की निर्माण इकाई ढह गई और आग कारखाने परिसर के आस-पास की इमारतों में भी फैल गई।
श्रमिकों में भय का माहौल, अन्य राज्यों से भी थे मज़दूर!
इस औद्योगिक इकाई में ओडिशा, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से आए प्रवासी श्रमिक (Migrant Workers) काम करते थे। विस्फोट और आग की घटना ने केमिकल यूनिट और आस-पास की फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारियों में भय (Panic) का माहौल पैदा कर दिया। दहशत में वे तुरंत परिसर से बाहर भाग निकले। बचावकर्मी ढही हुई संरचना के मलबे को हटाने के लिए अर्थमूवर (Earthmovers) का भी उपयोग कर रहे थे। मलबे से एक मजदूर को बाहर निकाला गया और अस्पताल भेजा गया।
मुख्यमंत्री का गहरा शोक, तत्काल सहायता और सर्वोत्तम इलाज का निर्देश!
मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी (A Revanth Reddy) ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को घटना में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (Chief Minister’s Office) के अनुसार, उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि घायलों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा उपचार (Best Possible Medical Treatment) प्रदान किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजा नरसिम्हा (Health Minister Damodar Raja Narasimha) ने भी दुर्घटना स्थल का दौरा किया और अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। अग्निशमन सेवाओं के महानिदेशक (Director General – Fire Services) बी.वी. नारायण (BV Narayana) भी तुरंत मौके पर पहुंचे। संगारेड्डी जिला कलेक्टर पी. प्रवीण्या (Sangareddy District Collector P Pravinya) और पुलिस अधीक्षक परितोष पंकज (Superintendent of Police Paritosh Pankaj) बचाव और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। यह एक दुखद घटना है जो औद्योगिक सुरक्षा (Industrial Safety) पर एक बार फिर सवाल खड़े करती है।







