Jio Financial Services (JFS), ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के अपने वित्तीय नतीजे (Financial Results) घोषित किए हैं। नतीजों के अनुसार, कंपनी ने ₹1,911 करोड़ का कुल राजस्व (Consolidated Total Income) दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि (YoY) की तुलना में 48% की वृद्धि दर्शाता है। यह प्रदर्शन मजबूत फंडामेंटल (Robust Financials) और विविध व्यावसायिक खंडों (Diversified Business Segments) में लगातार वृद्धि को रेखांकित करता है।
मुनाफे में 4 गुना वृद्धि और लागत प्रबंधन:
Q1 FY26 में, शुद्ध आय (Net Income) में लगभग 4 गुना की साल-दर-साल वृद्धि देखी गई, जो ₹217 करोड़ से बढ़कर ₹619 करोड़ हो गई। यह वृद्धि कंपनी की मुख्य परिचालन दक्षता (Core Operating Efficiency) में सुधार को दर्शाती है। इसके साथ ही, कंपनी का PAT (Profit After Tax) ₹325 करोड़ रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 4% बढ़ा है। EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले लाभ) में 8% की वृद्धि के साथ ₹366 करोड़ दर्ज किया गया, जो अनुशासित लागत प्रबंधन (Disciplined Cost Management) को इंगित करता है।
Jio Credit और Jio BlackRock का धमाल:
कंपनी के एसेट मैनेजमेंट (Asset Management) सेगमेंट में, JioBlackRock ने लॉन्च के कुछ ही दिनों में ₹17,800 करोड़ से अधिक का AUM (Assets Under Management) पार कर लिया, जिससे यह कर्ज AUM के मामले में भारत की शीर्ष 15 फंड हाउसों में शामिल हो गया है। Jio Credit Limited (JCL) भी इस तिमाही में ₹217 करोड़ से बढ़कर ₹11,665 करोड़ के AUM के साथ एक “आउटस्टैंडिंग परफॉर्मर” (Standout Performer) रहा। यह क्रेडिट-जागरूक दृष्टिकोण (Credit-conscious approach) और प्रतिस्पर्धी दरों पर सफल बाजार उधार (Successful Market Borrowings at Competitive Rates) के कारण संभव हुआ।
पेमेंट्स बैंक और डिजिटल उपस्थिति:
पेमेंट्स बैंक (Payments Bank) के क्षेत्र में, SBI की हिस्सेदारी का अधिग्रहण करके Jio Financial Services ने अपनी ग्राहक संख्या 2.58 मिलियन तक बढ़ा ली है। इसके अतिरिक्त, NHAI के पैनल (NHAI Empanelment) में शामिल होकर कंपनी ने टोल प्रोसेसिंग (Toll Processing) में भी प्रवेश किया है, जो इसके व्यापक व्यावसायिक विस्तार का एक हिस्सा है। JioFinance ऐप ने 8.1 मिलियन मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं (Monthly Active Users) को पार कर लिया है, जिसका श्रेय 50,000 से अधिक बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट्स (Business Correspondents) के तेजी से बढ़ते नेटवर्क को जाता है।
तकनीकी प्रगति और भविष्य की योजनाएं:
कंपनी ने AI-संचालित ग्राहक अंतर्दृष्टि (AI-driven Customer Insights) और वैयक्तिकरण क्षमताओं (Personalisation Capabilities) को लागू करके रणनीतिक तकनीकी प्रगति (Strategic Technological Advances) भी की है। ये नवाचार (Innovations) कंपनी को डिजिटल-फर्स्ट संचालन (Digital-first Operations) को मजबूत करने और भारतीय वित्तीय सेवाओं पारिस्थितिकी तंत्र (Financial Services Ecosystem) में एक उभरती हुई शक्ति (Rising Force) के रूप में स्थापित करने में मदद करेंगे।
शेयरों के भाव का अनुमान और निवेशकों की सलाह:
चॉइस ब्रोकिंग (Choice Broking) के कार्यकारी निदेशक सुमित बागड़िया (Sumit Bagadia) के अनुसार, Jio Financial Services के शेयर तकनीकी चार्ट पैटर्न (Technical Chart Pattern) पर सकारात्मक दिख रहे हैं। रिलायंस समूह का यह स्टॉक ₹300 से ₹350 के दायरे में कारोबार कर रहा है। यदि यह ₹350 के स्तर को सफलतापूर्वक पार कर लेता है, तो इसमें ‘हाई बुलिश’ (Highly Bullish) होने की क्षमता है।
सुमित बागड़िया ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अल्पावधि लक्ष्य (Short-term Target) के लिए ₹340 से ₹350 के बीच स्टॉप लॉस (Stop Loss) के साथ ‘होल्ड’ (Hold) की रणनीति अपनाएं। नए निवेशक भी ₹340 से ₹350 के अल्पकालिक लक्ष्य के लिए ₹300 के स्टॉप लॉस के साथ ताजा खरीद (Fresh Buying) शुरू कर सकते हैं।
कुल मिलाकर, Jio Financial Services ने अपने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन, कुशल जोखिम प्रबंधन (Prudent Risk Management), और विस्तारशील डिजिटल संचालन (Scalable Digital Operations) के माध्यम से भारतीय वित्तीय सेवा बाजार में अपनी स्थिति मजबूत की है, जो इसे दीर्घकालिक, बहु-क्षेत्रीय विकास (Sustainable, Multi-vertical Growth) के लिए एक आशाजनक कंपनी बनाते हैं।