त्योहारी और शादी-ब्याह के सीजन (festive and wedding season) से ठीक पहले, सोना-चांदी (Gold and Silver) खरीदने की सोच रहे लोगों के लिए एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर है। सोने और चांदी की कीमतों ने आज, यानी सोमवार, 1 सितंबर को अपने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए और अब तक के उच्चतम स्तर (all-time high) पर पहुंच गईं। सोने में एक ही दिन में ₹2,404 की भारी तेजी आई, जबकि चांदी में ₹5,678 का रॉकेट जैसा उछाल देखने को मिला।
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, आज 24 कैरेट सोने का भाव ₹2,404 बढ़कर ₹1,04,792 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है, जो पहली बार ₹1.05 लाख के मनोवैज्ञानिक स्तर के करीब पहुंचा है। वहीं, चांदी की कीमत भी ₹5,678 बढ़कर ₹1,23,250 प्रति किलोग्राम हो गई है। कीमतों में इस अप्रत्याशित उछाल ने जहां निवेशकों को मालामाल कर दिया है, वहीं आम खरीदारों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं।
इस साल अब तक सोना ₹28,630 हुआ महंगा!
यह साल सोने-चांदी के निवेशकों के लिए ‘गोल्डन ईयर’ साबित हो रहा है।
- सोना: इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम ₹76,162 से ₹28,630 बढ़कर ₹1,04,792 पर पहुंच गया है। पिछले साल, यानी 2024 में, सोने में ₹12,810 की तेजी आई थी, लेकिन इस साल पहले 8 महीनों में ही तेजी उससे दोगुनी से भी ज्यादा है।
- चांदी: वहीं, चांदी का भाव भी इस साल ₹86,017 प्रति किलो से ₹37,233 बढ़कर ₹1,23,250 पर पहुंच गया है, जिसने चांदी में निवेश करने वालों को भी बंपर रिटर्न दिया है।
क्यों आसमान छू रहे हैं सोने के दाम? ये हैं 5 बड़े कारण
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने-चांदी की कीमतों में इस आग के पीछे वैश्विक और घरेलू, दोनों ही कारण जिम्मेदार हैं:
- वैश्विक अनिश्चितता (Global Uncertainty): अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के नए टैरिफ प्लान (Trump’s tariff plan) और चीन के साथ व्यापार युद्ध (trade war) की आशंका से दुनिया भर के निवेशक घबराए हुए हैं। ऐसे में, वे शेयर बाजार से पैसा निकालकर सोने को एक सुरक्षित निवेश (safe-haven investment) मानकर खरीद रहे हैं।
- केंद्रीय बैंकों की बंपर खरीद: चीन और रूस जैसे देशों के केंद्रीय बैंक अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर मांग बढ़ी है और कीमतें आसमान छू रही हैं।
- भू-राजनीतिक तनाव: रूस-यूक्रेन का युद्ध खत्म न होने और मध्य-पूर्व में बढ़ती अस्थिरता से लोग सोने में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं।
- महंगाई और कम ब्याज दरें: बढ़ती मुद्रास्फीति के डर और अमेरिकी फेडरल रिजर्व (US Federal Reserve) की कम ब्याज दरों की नीति से सोना एक आकर्षक निवेश बन गया है, क्योंकि इसमें रिटर्न बेहतर मिलने की उम्मीद है।
- डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट: डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से भी भारत में सोने का आयात महंगा हो रहा है, जिसका सीधा असर घरेलू कीमतों पर पड़ रहा है।
क्या अभी और महंगा होगा सोना? एक्सपर्ट्स की राय
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया (Ajay Kedia) कहते हैं कि जियोपॉलिटिकल टेंशन के कारण सोने को लगातार सपोर्ट मिल रहा है और इसकी मांग भी बढ़ रही है।
- उनका अनुमान है कि इस साल सोना ₹1 लाख 8 हजार प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है।
- वहीं, चांदी इस साल ₹1 लाख 30 हजार प्रति किलो तक जा सकती है।
सोना खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान
- हॉलमार्क जरूर देखें: हमेशा भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड सोना ही खरीदें।
- HUID नंबर है जरूरी: असली सोने पर 6 अंकों का एक हॉलमार्क कोड रहता है, जिसे हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर यानी HUID कहते हैं। यह अल्फान्यूमेरिक होता है, जैसे – AZ4524। हॉलमार्किंग के जरिए ही यह पता लगाना संभव है कि सोना कितने कैरेट का है और असली है या नहीं।







