Gold Price Today: सोने और चांदी की कीमतों को लेकर बाजार से एक बड़ा और महत्वपूर्ण अपडेट सामने आ रहा है। जो लोग सोना खरीदने या उसमें निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह एक शानदार खबर हो सकती है। सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है, जिससे यह अपने हाल के उच्चतम स्तर से काफी नीचे आ गया है। पिछले सिर्फ एक सप्ताह के भीतर, 24 कैरेट सोने की कीमत में ₹3,330 प्रति 10 ग्राम की भारी गिरावट आई है।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह गिरावट का दौर जुलाई के पहले सप्ताह में भी जारी रह सकता है। हालांकि, उनका यह भी मानना है कि यह राहत अस्थायी हो सकती है, क्योंकि महीने के अंत तक बाजार में फिर से तेजी का माहौल बनने की उम्मीद है, जिसमें कीमतें एक बार फिर उछाल मार सकती हैं। इसलिए, यह समय निवेशकों और खरीदारों के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है।
देश के प्रमुख शहरों में आज क्या है सोने का भाव?
भारत के अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतों में मामूली अंतर होता है। आइए जानते हैं देश के 10 बड़े शहरों में आज सोने का लेटेस्ट रेट क्या है:
- दिल्ली में सोने की कीमत:
- 24 कैरेट सोना: ₹97,570 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹89,450 प्रति 10 ग्राम (एक सप्ताह में ₹3,050 सस्ता हुआ)
- मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में कीमत:
- 24 कैरेट सोना: ₹97,420 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹89,300 प्रति 10 ग्राम
- जयपुर, लखनऊ और चंडीगढ़ में रेट:
- 24 कैरेट सोना: ₹97,570 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹89,450 प्रति 10 ग्राम
- हैदराबाद में सोने का भाव:
- 24 कैरेट सोना: ₹97,420 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹89,300 प्रति 10 ग्राम
- अहमदाबाद और भोपाल में क्या है रेट?
- 24 कैरेट सोना: ₹97,470 प्रति 10 ग्राम
- 22 कैरेट सोना: ₹89,350 प्रति 10 ग्राम
चांदी की कीमतों में भी आई बड़ी गिरावट
सोने की तरह चांदी के खरीदारों के लिए भी राहत की खबर है। चांदी की कीमत में भी पिछले एक सप्ताह में ₹2,200 प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्ज की गई है। 29 जून को, चांदी का भाव ₹1,07,800 प्रति किलोग्राम पर था।
हालांकि, वैश्विक बाजार के रुझानों को देखते हुए, केडिया फिनकॉर्प जैसी वित्तीय सलाहकार फर्मों ने एक साहसिक अनुमान लगाया है कि आने वाले समय में चांदी की कीमतों में एक बड़ी तेजी आ सकती है, और यह ₹1,30,000 प्रति किलोग्राम के स्तर को भी छू सकती है। इस अनुमान के पीछे तीन प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं:
- चीन का निर्यात प्रतिबंध: दुर्लभ-पृथ्वी चुंबकों के निर्यात पर चीन द्वारा लगाए गए प्रतिबंध।
- इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग: इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के निर्माण में चांदी का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
- आपूर्ति में कमी: वैश्विक स्तर पर चांदी की आपूर्ति में लगातार पांचवें वर्ष घाटा देखा जा रहा है।
इन कारकों के कारण, चांदी की कीमतों में भविष्य में एक बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है, जिससे यह निवेश का एक आकर्षक विकल्प बन सकती है।