Deputy CM Ajit Pawar ने NCP की युवा शाखा के प्रमुख (NCP Youth Wing Chief) सुरज चव्हाण (Suraj Chavan) से इस्तीफा (Resign) मांगा है। यह कार्रवाई रविवार, 20 जुलाई 2025 को छावा संगठन (Chhava Sanghatna) के कार्यकर्ताओं द्वारा NCP नेताओं पर किए गए हमले के बाद हुई है। पवार ने इस घटना को निंदनीय (Condemnable) बताते हुए कहा कि चव्हाण का व्यवहार पार्टी के मूल्यों (Party’s Values) के खिलाफ है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
घटना का संदर्भ: मंत्री का मोबाइल गेम और कार्यकर्ताओं का विरोध:
यह घटना तब शुरू हुई जब राज्य के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे (State Agriculture Minister Manikrao Kokate) का एक वीडियो वायरल (Viral) हुआ, जिसमें वे हाल ही में संपन्न हुए राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र (Monsoon Session of the State Legislature) के दौरान कथित तौर पर अपने मोबाइल फोन पर रमी गेम (Rummy Game) खेलते हुए दिखाई दिए। इस वीडियो ने छावा संग��न के कार्यकर्ताओं को नाराज कर दिया, जो मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
NCP (SP) के विधायक रोहित पवार (Rohit Pawar) द्वारा मंत्री कोकाटे का वीडियो क्लिप साझा करने के बाद, कोकाटे ने स्पष्ट किया कि वे केवल अपने मोबाइल फोन पर चमका हुआ डाउनलोडेड गेम (Downloaded Game) स्किप कर रहे थे, न कि खेल रहे थे। हालाँकि, टेलीविजन चैनलों (Television Channels) पर दिखाए गए दृश्यों में छावा संगठन के नेता विजय घाटगे (Vijay Ghatge) को श्री टटकरे (Mr. Tatkare) का सामना करते हुए और ताश की गड्डी (Deck of Playing Cards) मेज पर फेंकते हुए देखा गया, जब वे कोकाटे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। इसके कुछ समय बाद, NCP कार्यकर्ताओं ने श्री घाटगे और अन्य पर हमला (Attack) कर दिया, लात-घूंसे बरसाए, जब तक कि पुलिस ने हस्तक्षेप (Intervene) नहीं किया।
सुरज चव्हाण का बयान और NCP की सफाई:
हमले में शामिल NCP यूथ विंग अध्यक्ष सुरज चव्हाण ने दावा किया कि घटना श्री घाटगे और अन्य पदाधिकारियों द्वारा NCP नेताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा (Abusive Language) के इस्तेमाल के कारण भड़की थी। उन्होंने रिपोर्टरों से कहा, “हमने अपना आपा खो दिया और अत्यधिक कदम उठाया। सिर्फ इसलिए कि हम सत्ता में हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कुछ भी गलत कर रहे हैं।”
अजीत पवार का सख्त रवैया:
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि उन्होंने श्री चव्हाण से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने के लिए कहा है। पवार ने लातूर (Latur) में NCP और छावा संगठन के पदाधिकारियों के बीच हुई भिड़ंत (Clash) को अत्यंत गंभीर, दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया।
पार्टी के सिद्धांत और मूल्य:
NCP प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा (Violence), अशोभनीय व्यवहार (Indecent Behaviour), या अशासलीन भाषा (Unparliamentary Language) के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, “हम ईमानदारी से समाज के हर वर्ग की वैध मांगों और भावनाओं का सम्मान करते हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की पहचान छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू महाराज, महात्मा फुले और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के लोकतांत्रिक, समतावादी और भाईचारे के आदर्शों पर आधारित है।”
पवार ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से सार्वजनिक जीवन में हमेशा लोकतंत्र, शांति और अहिंसा के मूल्यों को बनाए रखने का आग्रह किया है।
भाजपा का नजरिया:
रविवार की झड़प पर प्रतिक्रिया देते हुए, महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री (Maharashtra Revenue Minister) और वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) ने कहा कि राजनीति में काम करने वाले लोगों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए (Not take the law into their own hands)। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि वैचारिक मतभेद होने चाहिए, लेकिन स्थिति टकराव की हद तक नहीं जानी चाहिए। राजनीति और सरकार में काम करने वाले लोग, चाहे वह एमपी हों, एमएलए हों या मंत्री, हम सभी को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, बल्कि वैचारिक रूप से लड़ना चाहिए।”
जालना में NCP दफ्तर पर हमला:
इसके अतिरिक्त, छावा संग के कार्यकर्ताओं द्वारा जालना (Jalna) में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कार्यालय में आग लगाने (Set Fire) का भी प्रयास किया गया। पुलिस के अनुसार, यह घटना लातूर में NCP कार्यकर्ताओं और छावा संगटन कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प के कुछ घंटों बाद हुई। सोमवार, 21 जुलाई, की सुबह एक अधिकारी ने बताया कि रविवार रात को आगजनी के प्रयास के संबंध में छावा संगटन के पांच कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। शिकायत के अनुसार, आरोपी रात करीब 11 बजे पेट्रोल की बोतल लेकर NCP कार्यालय पहुंचे, उन्होंने कार्यालय के शटर पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी, लेकिन वहां मौजूद कर्मचारियों की समय पर हस्तक्षेप से आग को बुझा लिया गया। अधिकारियों ने यह भी कहा कि आरोपी श्री पवार और श्री टटकरे के खिलाफ भी नारे लगा रहे थे।
यह पूरा मामला महाराष्ट्र की राजनीति में गर्माहट ला गया है, और देखना होगा कि इस पर आगे क्या कार्रवाई होती है।