BSF: मेघालय (Meghalaya) के पश्चिम गारो हिल्स जिले (West Garo Hills District) में भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा (India-Bangladesh International Border) के पास सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 26 बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश (Illegal Entry into India) करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही, पुलिस ने चार भारतीय नागरिकों को भी हिरासत में लिया है, जिन पर इन अवैध घुसपैठियों की मदद करने का आरोप है। यह ऑपरेशन BSF के राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) को सुरक्षित रखने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण सफलता को दर्शाता है।
BSF की बड़ी कार्रवाई और ऑपरेशन का विवरण:
सोमवार को, BSF के 22वें बटालियन (22nd Battalion) के कर्मियों ने गुप्त सूचना (Specific Intelligence Inputs) के आधार पर कार्रवाई करते हुए पूरखासिया से बारेंगपाड़ा (Purakhasia to Barengapara) की ओर जाने वाले राज्य राजमार्ग-12 (State Highway-12) पर माचोकपाड़ा (Matchokpara) के पास तीन वाहनों को रोका। प्रारंभिक जांच में पता चला कि इन वाहनों में सवार बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय मददगारों (Indian Facilitators) द्वारा घुसपैठ के प्रयास में सहायता प्रदान की जा रही थी। सभी व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है।
BSF के अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को हुई यह कार्रवाई सीमा पार अपराधों और घुसपैठ को रोकने के उनके निरंतर प्रयासों में एक बड़ी सफलता है। एक BSF प्रवक्ता ने कहा, “यह ऑपरेशन राष्ट्रीय सुरक्षा को सुरक्षित रखने में हमारे कर्मियों की अटूट सतर्कता और परिचालन प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
बांग्लादेशी घुसपैठियों की बढ़ती संख्या:
BSF के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अब तक मेघालय में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या बढ़कर कम से कम 46 हो गई है। यह दिखाता है कि अवैध आव्रजन (Illegal Immigration) एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है। पिछले साल भी पूर्वी खासी हिल्स (East Khasi Hills) में सात, दक्षिण गारो हिल्स (South Garo Hills) में पांच, और पश्चिम जैंतिया हिल्स (West Jaintia Hills) व पूर्वी जैंतिया हिल्स (East Jaintia Hills) में चार-चार बांग्लादेशियों को पकड़ा गया था।
ओडिशा में भी बांग्लादेशी घुसपैठ का मामला:
इस बीच, ओडिशा (Odisha) से भी घुसपैठ से जुड़ा एक समान मामला सामने आया है। राज्य के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी (Revenue and Disaster Management Minister Suresh Pujari) ने 10 जुलाई को बताया कि झारसुगुड़ा जिले (Jharsuguda District) में बांग्लादेशी होने के संदेह में पकड़े गए 444 लोगों में से 335 के पास फर्जी भारतीय दस्तावेज (Fake Indian Documents) पाए गए। मंत्री ने यह भीAssert किया कि ओडिशा में BJP सरकार राज्य को अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए “आश्रय स्थल” (Shelter Home) नहीं बनने देगी।
नकली दस्तावेजों का रैकेट और पश्चिम बंगाल का कनेक्शन:
सुरेश पुजारी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया कि सत्यापित करने के लिए पकड़े गए 444 लोगों में से 335 लोगों के पास नकली भारतीय दस्तावेज मिले। उनके पास आधार कार्ड, वोटर कार्ड और अन्य ऐसे दस्तावेज थे जो उन्हें पश्चिम बंगाल (West Bengal) का निवासी दर्शाते थे। उन्होंने कहा, “हमने इन लोगों को पश्चिम बंगाल के उनके संबंधित जिलों के कलेक्टरों को सौंपने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल सरकार जो चाहे कार्रवाई करे।” मंत्री ने यह भी आशंका जताई कि पड़ोसी राज्य से अवैध बांग्लादेशियों को ओडिशा में धकेलने की कोई साजिश चल रही है।
यह घटनाएँ भारत की सीमाओं की सुरक्षा और अवैध आव्रजन से निपटने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता को रेखांकित करती हैं। BSF और मेघालय पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही हैं।