सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOC), के शेयरों में गुरुवार, 14 अगस्त को वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के परिणामों की घोषणा से पहले मामूली गिरावट देखी गई। जबकि बाजार को कंपनी के मुनाफे में 275% तक की भारी उछाल की उम्मीद है, फिर भी निवेशक सतर्क नजर आए।
यह महारत्न पीएसयू (Maharatna PSU) स्टॉक 1% से अधिक गिरकर BSE पर ₹140.75 के दिन के निचले स्तर पर पहुंच गया। IOC का शेयर पिछले बंद भाव ₹142.55 प्रति शेयर से मामूली बढ़त के साथ खुला था, लेकिन जल्द ही यह अपनी बढ़त खो बैठा और मामूली गिरावट के साथ कारोबार करने लगा। मुनाफे में भारी उछाल की उम्मीदों के बावजूद शेयर में यह गिरावट आई है, जो निवेशकों के बीच थोड़ी घबराहट का संकेत दे रही है।
कैसा रह सकता है IOC का Q1 प्रदर्शन? (IOC Q1 Results Preview)
घरेलू ब्रोकरेज फर्मों को साल-दर-साल (YoY) आधार पर शुद्ध बिक्री में गिरावट के बावजूद, कंपनी के मुनाफे में भारी उछाल की उम्मीद है।
- EBITDA में बड़ी वृद्धि की उम्मीद: IOC का EBITDA पिछले साल और पिछली तिमाही की तुलना में काफी बढ़ने की उम्मीद है।
- रिफाइनिंग मार्जिन में कमी संभव: हालांकि, इस तिमाही में इसके रिफाइनिंग से होने वाला लाभ मार्जिन (GRM) कम हो सकता है क्योंकि पहले इसे कुछ असामान्य लाभों से फायदा हुआ था जो दोबारा नहीं होंगे।
1. कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (Kotak Institutional Equities):
- मुनाफे में 276% की उछाल: ब्रोकरेज को उम्मीद है कि IOC का Q1 FY26 में PAT (कर पश्चात लाभ) 276% YoY बढ़कर ₹9944.4 करोड़ हो जाएगा, जबकि एक साल पहले की इसी तिमाही में यह ₹2643.2 करोड़ था। तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) आधार पर भी यह आंकड़ा 37% बढ़ सकता है।
- बिक्री में गिरावट संभव: समीक्षाधीन तिमाही के दौरान शुद्ध बिक्री में 6.2% YoY और 7% QoQ की गिरावट के साथ ₹1,81,324.7 करोड़ रह सकती है।
- ब्रोकरेज ने कहा कि हालांकि इस तिमाही में तेल की कीमतों में 11-12% QoQ की गिरावट आई, लेकिन सरकार द्वारा ईंधन करों में की गई वृद्धि का केवल एक छोटा प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा कि घरेलू LPG की कीमतों में वृद्धि ने चीजों को संतुलित करने में मदद की।
2. एमके ग्लोबल (Emkay Global):
- मुनाफे में 159% की वृद्धि: एमके ग्लोबल को IOC के Q1 मुनाफे में 159% YoY की वृद्धि के साथ ₹6852.1 करोड़ होने की उम्मीद है, जबकि उन्हें उम्मीद है कि इस अवधि के दौरान बिक्री 10% घटकर ₹173,897.5 करोड़ हो जाएगी।
- वे $7.5/bbl के कोर जीआरएम और $5.0/bbl के रिपोर्टेड जीआरएम की उम्मीद करते हैं, जबकि मिश्रित विपणन मार्जिन Q4 में ₹6.3/किग्रा से बढ़कर ₹8.9/किग्रा हो जाएगा। कुल बिक्री की मात्रा 3% YoY बढ़कर 26.1 MMT तक बढ़ सकती है।
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तकनीकी नजरिया: अंशुल जैन, रिसर्च हेड, लक्ष्मीश्री इन्वेस्टमेंट
- अंशुल जैन के अनुसार, IOC का स्टॉक एक क्लासिक बुलिश पैटर्न बना रहा है और गिरावट के बावजूद इसमें मजबूती के संकेत दिख रहे हैं।
- “143-दिवसीय कप-एंड-हैंडल ब्रेकआउट के बाद, IOC स्टॉक अपने बेस ब्रेकआउट का पुन: परीक्षण कर रहा है और वर्तमान में ब्रेकआउट नेकलाइन से थोड़ा नीचे कारोबार कर रहा है।”
- जैन ने कहा, “पहले ऊपर की ओर की चाल को उच्च वॉल्यूम का समर्थन मिला था, जबकि वर्तमान पुलबैक कम वॉल्यूम पर हो रहा है – यह एक स्वस्थ बुलिश रिट्रेसमेंट का क्लासिक संकेत है। यह पैटर्न बताता है कि बिकवाली का दबाव सीमित है और खरीदार जल्द ही नियंत्रण हासिल कर सकते हैं।”
- उन्होंने सलाह दी कि 135-140 का ज़ोन पोजीशनल लॉन्ग के लिए एक मजबूत खरीदारी का अवसर (strong accumulation opportunity) प्रस्तुत करता है, जिसमें आने वाले हफ्तों में ₹171.65 के ऊपरी स्तर तक जाने की क्षमता है।
निष्कर्ष: जबकि अल्पकालिक निवेशक नतीजों से पहले थोड़े नर्वस हो सकते हैं, तकनीकी चार्ट और मजबूत मुनाफे की उम्मीद लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक सकारात्मक तस्वीर पेश करती है। अंशुल जैन जैसे विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा गिरावट वास्तव में इस महारत्न स्टॉक में खरीदारी का एक अच्छा मौका हो सकती है।
अस्वीकरण: यह कहानी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। व्यक्त किए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग फर्मों की हैं, मिंट की नहीं। हम निवेशकों को कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करने की सलाह देते हैं।