BRICS Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने पांच-राष्ट्रों (Five-Nation Visit) के दौरे के अंतिम चरण पर हैं, जो भारतीय कूटनीति (Indian Diplomacy) और वैश्विक साझेदारी (Global Partnerships) में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। इस यात्रा के दौरान उन्होंने ब्राजील में महत्वपूर्ण समझौते किए और नामीबिया में एक ऐतिहासिक स्वागत प्राप्त किया। यह यात्रा भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका (India’s Growing Global Role) और अफ्रीका (Africa) व लैटिन अमेरिका (Latin America) के साथ संबंधों को मजबूत करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने ब्राजील (Brazil) के सर्वोच्च नागरिक सम्मान (Highest Civilian Honour) से सम्मानित होने पर पीएम मोदी को बधाई दी।
ब्राजील में पीएम मोदी: 6 समझौतों पर हस्ताक्षर, आतंकवाद पर ‘ज़ीरो टॉलरेंस’
रियो डी जनेरियो (Rio de Janeiro) में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (BRICS Summit) में भाग लेने और राजधानी ब्रासीलिया (Brasilia) में राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा (President Luiz Inacio Lula da Silva) के साथ द्विपक्षीय बैठक (Bilateral Meeting) करने के बाद, भारत (India) और ब्राजील (Brazil) ने छह समझौतों (Six Agreements) पर हस्ताक्षर किए, जिसमें अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद (International Terrorism) और transnational crime (अंतरराष्ट्रीय अपराध) से निपटने का एक समझौता भी शामिल है। बैठक के बाद अपने मीडिया संबोधन में, पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भारत के रुख को दोहराया, यह कहते हुए कि भारत और ब्राजील दोनों आतंकवाद (Terrorism) और उसके समर्थकों (Supporters) पर “शून्य सहिष्णुता और शून्य दोहरा मापदंड (Zero Tolerance and Zero Double Standards)” में विश्वास करते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “हमारा मानना है कि इस मुद्दे पर ‘दोहरे मानदंड’ (Dohre Maapdand) के लिए कोई जगह नहीं है। हम आतंकवादियों और उनके समर्थकों का कड़ा विरोध करते हैं।” यह भारत की विदेश नीति (India’s Foreign Policy) और वैश्विक आतंकवाद विरोधी प्रयासों (Global Counter-Terrorism Efforts) में उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बैठक के दौरान, लूला (Lula) ने पीएम मोदी (PM Modi) को नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस (National Order of the Southern Cross) का ग्रैंड कॉलर (Grand Collar) प्रदान किया, जो देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान (Highest Civilian Honour) है। पीएम मोदी को ब्राजील का सर्वोच्च सम्मान (Brazil’s Highest Honor) मिलना भारत के लिए एक बड़े गर्व का क्षण है।
सचिव (पूर्वी) पी कुमरन (P Kumaran) ने बताया कि भारत-ब्राजील के बीच तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और उनका आदान-प्रदान किया गया: अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध का मुकाबला करने में सहयोग; डिजिटल परिवर्तन (Digital Transformation) के लिए सफल बड़े पैमाने पर डिजिटल समाधान (Digital Solutions) साझा करने के लिए समझौता ज्ञापन; और अक्षय ऊर्जा (Renewable Energy) में सहयोग पर समझौता ज्ञापन। उन्होंने यह भी बताया कि कृषि अनुसंधान (Agricultural Research), वर्गीकृत जानकारी (Classified Information) के आदान-प्रदान और आपसी सुरक्षा (Mutual Protection), और बौद्धिक संपदा (Intellectual Property) के क्षेत्र में सहयोग के लिए तीन और समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। यह भारत-ब्राजील संबंधों (India-Brazil Relations) की गहराई और व्यापकता को दर्शाता है।
ब्राजील में पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत हुआ। अलवोराडा पैलेस (Alvorada Palace) में पूर्ण राजकीय सम्मान (Full State Honours), एक औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर (Ceremonial Guard of Honour) और 114 घोड़ों की परेड (114-Horse Parade) के साथ उनका स्वागत किया गया, जो संबंधों के प्रति ब्राजील के महत्व को रेखांकित करता है। सांस्कृतिक प्रस्तुति ‘ऑप सिंदूर’ (Op Sindoor) भी आयोजित की गई, जिसमें शास्त्रीय गायिका मीता रविंद्र कुमार काराहे (Meeta Ravindra Kumar Karahe) ने भारतीय संस्कृति (Indian Culture) का प्रदर्शन किया।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल (Randhir Jaiswal) ने एक्स पर पोस्ट किया कि पीएम मोदी ने राष्ट्रपति लूला को पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद उनके समर्थन और एकजुटता के लिए धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने अगले पांच वर्षों में $20 बिलियन (USD 20 billion) का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य (Bilateral Trade Target) निर्धारित किया है। उन्होंने व्यापार वार्ताओं के स्तर को ऊपर उठाने और व्यापार, वाणिज्य (Commerce) और निवेश (Investment) से संबंधित मामलों की निगरानी के लिए एक मंत्रिस्तरीय तंत्र (Ministerial-Level Mechanism) स्थापित करने का भी फैसला किया। पीएम मोदी ने भारत-मर्कसूर व्यापार समझौते (India-Mercosur Trade Agreement) के विस्तार में ब्राजील के समर्थन का अनुरोध भी किया। यह भारत के व्यापार संबंध (India’s Trade Relations) और आर्थिक कूटनीति (Economic Diplomacy) के महत्व को दर्शाता है।
नामीबिया में ऐतिहासिक स्वागत: अफ्रीकी संबंधों को बढ़ावा!
ब्राजील की अपनी यात्रा पूरी करने के बाद पीएम मोदी नामीबिया के लिए रवाना हुए। नामीबिया गणराज्य की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नाइडाहवा (H.E. Dr. Netumbo Nandi-Ndaitwah) के निमंत्रण पर, प्रधानमंत्री 9 जुलाई, 2025 को नामीबिया की राजकीय यात्रा (State Visit) पर जाएंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी की नामीबिया की पहली यात्रा है, और भारत से नामीबिया की अब तक की तीसरी प्रधान मंत्री स्तरीय यात्रा (Third Ever Prime Ministerial Visit) है।
नामीबिया (Namibia) पहुंचने पर, अंतर्राष्ट्रीय संबंध और व्यापार मंत्री सेल्मा आशीपाला-मुसावी (Selma Ashipala-Musavyi) ने हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया। उनके आगमन पर उन्हें पारंपरिक स्वागत (Traditional Welcome) दिया गया।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “कुछ देर पहले विंडहूक में उतरे। नामीबिया एक मूल्यवान और भरोसेमंद अफ्रीकी भागीदार (Valued and Trusted African Partner) है जिसके साथ हम द्विपक्षीय सहयोग (Bilateral Cooperation) को बढ़ावा देना चाहते हैं। आज राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नाइडाहवा से मिलने और नामीबियाई संसद (Namibian Parliament) को संबोधित करने के लिए उत्सुक हूं।” भारतीय प्रवासियों (Indian Diaspora) के एक सदस्य ने पीएम मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके स्वागत के लिए गरबा नृत्य (Garba Dance) भी प्रस्तुत किया। यह अफ्रीका के साथ भारत के संबंध (India-Africa Relations) को मजबूत करने के लिए एक रणनीतिक कदम है।
यात्रा के दौरान, वह राष्ट्रपति नेटुम्बो नांदी-नाइडाहवा के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और नामीबियाई संसद को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी ने ब्राजील और नामीबिया के अपने दौरों से यह संदेश दिया है कि भारत केवल आर्थिक शक्ति ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर एक जिम्मेदार और सहयोगी देश है, जो अपने विकास को सभी भागीदारों के साथ साझा करना चाहता है।