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Bleeding Gums: CT स्कैन देख उड़े डॉक्टरों के होश, मसूड़ों में खून के पीछे छिपी थी जानलेवा बीमारी

Published On: September 11, 2025
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Bleeding Gums: CT स्कैन देख उड़े डॉक्टरों के होश, मसूड़ों में खून के पीछे छिपी थी जानलेवा बीमारी
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Bleeding Gums: कैंसर (Cancer), यह नाम सुनते ही हमारे जहन में एक खौफनाक और जानलेवा बीमारी की तस्वीर उभर आती है। कैंसर के बारे में सबसे चिंताजनक बात यह है कि अक्सर इसके शुरुआती लक्षण (early symptoms) इतने सामान्य होते हैं कि लोग उन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। वे उन्हें किसी आम बीमारी का संकेत समझकर घरेलू उपचार या सामान्य दवाएं लेते रहते हैं, और जब तक असल बीमारी का पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।

एक ऐसा ही चौंकाने वाला और सबक सिखाने वाला मामला स्कॉटलैंड से सामने आया है, जहाँ 21 साल की एक स्टूडेंट को सिर्फ मसूड़ों से खून आने (Bleeding Gums) की शिकायत थी, लेकिन जब सीटी स्कैन (CT Scan) की रिपोर्ट सामने आई, तो डॉक्टरों के भी पसीने छूट गए।

मसूड़ों में खून की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंची 21 साल की लड़की

स्कॉटलैंड की 21 वर्षीय स्टूडेंट, एम्बर कनिंघम-रोगन (Amber Cunningham-Rogan) की कहानी हर किसी के लिए एक चेतावनी है। साल 2020 में, जब वह एक स्टूडेंट थी, तो उसने पाया कि उसके मसूड़ों से खून आ रहा है। शुरुआत में उसने सोचा कि शायद यह जोर से ब्रश करने या किसी आम मसूड़ों की बीमारी (gum disease) की वजह से हो रहा है।

इसके साथ ही, उसे अपने हाथों और पैरों में अजीब सी झनझनाहट और सुन्नपन (tingling and numbness) भी महसूस हो रहा था। उसने कई बार डेंटिस्ट और डॉक्टर को दिखाया, ब्लड टेस्ट और स्कैन भी कराए, लेकिन कोई भी बड़ी समस्या पकड़ में नहीं आई।

सीटी स्कैन में जो दिखा, वो दिल दहला देने वाला था

कई महीनों तक जब लक्षण बने रहे, तो डॉक्टरों ने उसे आयरन की कमी का टेस्ट कराने की सलाह दी। जब उसे अस्पताल में भर्ती किया गया और विस्तृत जांच हुई, तो पता चला कि उसके खून में सफेद रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells – WBC) की संख्या असामान्य रूप से बहुत ज्यादा है। यह एक खतरे की घंटी थी।

इसके बाद जब उसकी बायोप्सी (Biopsy) की गई, तो जो सच सामने आया, उसने एम्बर और उसके परिवार को झकझोर कर रख दिया। उसे क्रॉनिक मायलॉयड ल्यूकेमिया (Chronic Myeloid Leukemia – CML) नामक ब्लड कैंसर था। यह कैंसर का एक ऐसा दुर्लभ प्रकार है जो आमतौर पर 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में पाया जाता है।

क्या है क्रॉनिक मायलॉयड ल्यूकेमिया (CML)?

CML एक धीमी गति से बढ़ने वाला ब्लड कैंसर है जो सफेद रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करता है। यह बोन मैरो (bone marrow) में शुरू होता है और धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल सकता है।

  • इलाज: इस कैंसर को पूरी तरह से ठीक तो नहीं किया जा सकता, लेकिन टारगेटेड थेरेपी और दवाओं से इसे लंबे समय तक नियंत्रण में रखा जा सकता है।

एम्बर खुद कहती है, “मेरे लक्षण कभी इतने गंभीर नहीं लगे कि मुझे कैंसर हो सकता है। लेकिन मैं सालों तक अजीब से लक्षणों के साथ जी रही थी। स्कैन और MRI भी नॉर्मल आते रहे। सबसे अजीब लक्षण था मसूड़ों से खून आना।”

कठिन इलाज और दर्दनाक साइड इफेक्ट्स

कैंसर का पता चलते ही एम्बर का इलाज तुरंत शुरू कर दिया गया। उसे टारगेटेड ओरल थेरेपी दी जाने लगी, लेकिन इसका असर उसके शरीर पर बहुत भारी पड़ा। उसे बाल झड़ने, हड्डियों में तेज दर्द, माइग्रेन, त्वचा पर रैशेज और दिल की धड़कन तेज होने जैसे दर्दनाक साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ा।

छह महीने के कठिन इलाज के बाद, उसे ‘डीप मॉलिक्यूलर रिस्पॉन्स’ मिला, जिसका मतलब है कि उसके खून में कैंसर का स्तर बहुत कम हो गया था। हालांकि, उसका इलाज आज भी जारी है और उसे अब भी थकान, हड्डियों में दर्द, सिरदर्द और त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

इस कहानी से क्या सबक मिलता है?

एम्बर की यह कहानी हमें कुछ महत्वपूर्ण सबक सिखाती है:

  1. शरीर के संकेतों को नजरअंदाज न करें: मसूड़ों से खून आना, लगातार थकान, अस्पष्ट दर्द या झनझनाहट जैसे लक्षणों को कभी भी हल्के में न लें।
  2. उम्र कोई पैमाना नहीं: ल्यूकेमिया जैसी बीमारी किसी को भी, किसी भी उम्र में हो सकती है। यह न सोचें कि यह केवल बुजुर्गों की बीमारी है।
  3. सही निदान जरूरी: यदि कोई लक्षण लंबे समय तक बना रहता है, तो एक डॉक्टर से संतुष्ट न होकर दूसरे विशेषज्ञ की राय (second opinion) लेने से न हिचकिचाएं।
  4. समय पर पहचान ही बचाव है: कैंसर का अगर शुरुआती चरण में पता चल जाए, तो इसका सफल इलाज संभव है।

यह कहानी एक चेतावनी है कि हमें अपने शरीर के प्रति अधिक जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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