भारतीय प्राइमरी मार्केट में एक और इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) ने आज, यानी गुरुवार, 7 अगस्त, 2025 को दस्तक दे दी है। प्लास्टिक हाउसवेयर उत्पादों की जानी-मानी कंपनी, ऑल टाइम प्लास्टिक्स (All Time Plastics), का आईपीओ सार्वजनिक बोली के लिए खुल गया है। कंपनी ने आईपीओ के लिए ₹260 से ₹275 प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया है, और ऊपरी प्राइस बैंड पर, इसका लक्ष्य ₹400.6 करोड़ जुटाना है।
यह मेनलाइन ऑफरिंग एक फ्रेश इश्यू और एक ऑफर फॉर सेल (OFS) का मिश्रण है। इसके तहत, 10.2 मिलियन नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जबकि प्रमोटर शेयरधारक, कैलाश पूनमचंद शाह, भूपेश पूनमचंद शाह, और नीलेश पूनमचंद शाह, ऑफर फॉर सेल के माध्यम से 4.4 मिलियन शेयरों की बिक्री करेंगे।
एंकर निवेशकों से मिला मजबूत समर्थन
आईपीओ खुलने से एक दिन पहले, बुधवार, 6 अगस्त को, ऑल टाइम प्लास्टिक्स ने 12 संस्थागत निवेशकों से अपने एंकर बुक के माध्यम से ₹119.9 करोड़ सफलतापूर्वक जुटा लिए। यह किसी भी आईपीओ के लिए एक सकारात्मक संकेत माना जाता है, क्योंकि यह संस्थागत निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
दिग्गज निवेशक सुनील सिंघानिया (Sunil Singhania) के अबाकस (Abakkus) द्वारा समर्थित इस कंपनी ने 12 फंडों को ₹275 प्रति शेयर की दर से 4.36 मिलियन इक्विटी शेयर आवंटित किए हैं। एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, एंकर राउंड में भाग लेने वाले प्रमुख संस्थानों में अशोक इंडिया, केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड, बंधन म्यूचुअल फंड, अबाकस एसेट मैनेजर, 360 वन इक्विटी अपॉर्चुनिटी फंड, एडलवाइस, नुवामा, और गगनदीप क्रेडिट कैपिटल शामिल थे।
कैसा है ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)?
अनऑफिशियल बाजार की गतिविधियों पर नजर रखने वाले सूत्रों के अनुसार, ऑल टाइम प्लास्टिक्स के अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट में ₹300 पर कारोबार कर रहे थे। यह आईपीओ के ऊपरी प्राइस बैंड से ₹25 या लगभग 9 प्रतिशत अधिक है। यह मजबूत ग्रे मार्केट प्रीमियम (Grey Market Premium – GMP) एक सकारात्मक लिस्टिंग की ओर इशारा कर रहा है और रिटेल निवेशकों की रुचि बढ़ा रहा है।
क्या आपको ऑल टाइम प्लास्टिक्स आईपीओ में सब्सक्राइब करना चाहिए? एक्सपर्ट्स की राय
आनंद राठी रिसर्च (Anand Rathi Research) – ‘लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब करें’
प्रमुख ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी के विश्लेषकों का मानना है कि ऑल टाइम प्लास्टिक्स आईपीओ में लंबी अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। उन्होंने इसके पीछे कई सकारात्मक कारण गिनाए हैं:
- रणनीतिक विनिर्माण सुविधाएं: विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी की रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जगहों पर स्थित विनिर्माण सुविधाएं पूरी तरह से एकीकृत हैं, जो लागत-प्रभावी तरीके से बड़े पैमाने पर उच्च गुणवत्ता वाले प्लास्टिक उपभोक्ता उत्पादों का उत्पादन करने में सक्षम बनाती हैं।
- मजबूत वैश्विक ग्राहक आधार: कंपनी ने IKEA, Asda, Michaels, और Tesco जैसे वैश्विक खुदरा विक्रेताओं के साथ-साथ भारत की प्रमुख रिटेल चेनों के साथ पुराने और मजबूत संबंध बनाए हैं, जो एक स्थिर राजस्व का संकेत है।
- पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी: इसके अतिरिक्त, कंपनी एक सख्त लैंडफिल-मुक्त नीति (landfill-free policy) का पालन करती है, यह सुनिश्चित करते हुए कि सभी परिचालन अपशिष्ट को पुनर्नवीनीकरण, पुन: उपयोग या पुन: उपयोग किया जाता है, जो पर्यावरण के प्रति उसके समर्पण को दर्शाता है।
- मूल्यांकन (Valuation): ब्रोकरेज ने एक नोट में कहा, “ऊपरी प्राइस बैंड पर, कंपनी का मूल्यांकन वित्त वर्ष 25 की आय के 36.1x के P/E पर है, जिसका EV/Ebitda 19.8x और इक्विटी शेयरों के इश्यू के बाद मार्केट कैप ₹1,801.3 करोड़ है।”
आनंद राठी ने आईपीओ को ‘सब्सक्राइब-लॉन्ग टर्म’ (Subscribe-Long Term) की रेटिंग दी है, साथ ही यह भी कहा है कि इश्यू का मूल्यांकन पूरी तरह से किया गया है (fully priced)।
ऑल टाइम प्लास्टिक्स आईपीओ की मुख्य डिटेल्स
- प्राइस बैंड: ₹260 से ₹275 प्रति शेयर।
- लॉट साइज: 54 शेयर।
- न्यूनतम निवेश: रिटेल निवेशकों को कम से कम एक लॉट या 54 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी, जिसके लिए ऊपरी प्राइस बैंड पर ₹14,850 की आवश्यकता होगी।
- अधिकतम निवेश: एक रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट या 702 शेयरों के लिए बोली लगा सकता है, जिसकी राशि ₹1,93,050 होगी।
- महत्वपूर्ण तारीखें:
- सब्सक्रिप्शन विंडो बंद: सोमवार, 11 अगस्त, 2025
- शेयरों का अलॉटमेंट: मंगलवार, 12 अगस्त, 2025 (संभावित)
- शेयर बाजार में लिस्टिंग: गुरुवार, 14 अगस्त, 2025 (BSE और NSE पर)।
- इश्यू के रजिस्ट्रार: केफिन टेक्नोलॉजीज (Kfin Technologies)।
- बुक-रनिंग लीड मैनेजर: इंटेंसिव फिस्कल सर्विसेज और DAM कैपिटल एडवाइजर्स।
कंपनी प्रॉस्पेक्टस (RHP) के अनुसार, वह फ्रेश इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग अपने और अपनी सहायक कंपनी, इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार FZC द्वारा लिए गए कुछ बकाया ऋणों के पुनर्भुगतान/पूर्व-भुगतान के लिए करने का इरादा रखती है। शेष राशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।







