Ajmer Dargah Controversy: राजस्थान के अजमेर में स्थित विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह (Ajmer Sharif Dargah), जो सदियों से गंगा-जमुनी तहजीब और आपसी भाईचारे का प्रतीक रही है, इन दिनों एक नए विवाद को लेकर चर्चा में है. दरगाह परिसर में मंदिर होने के दावे और इसके पुरातात्विक सर्वेक्षण (Archaeological Survey) की मांग को लेकर मामला अदालत तक पहुंच चुका है, जिस पर लगातार बयानबाजी हो रही है. इसी गहमागहमी के बीच, टेलीविजन के चर्चित रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ (Big Boss) से शोहरत पाने वाले अभिनेता एजाज खान (Actor Ejaz Khan) ने अजमेर शरीफ पहुंचकर इस पूरे मामले पर एक बड़ा और महत्वपूर्ण बयान दिया है.
अजमेर पहुंचकर दरगाह में लगाई हाजिरी
अभिनेता एजाज खान सोमवार को अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज (Khwaja Garib Nawaz) की दरगाह पर जियारत करने पहुंचे. उन्होंने मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश कर देश में अमन और शांति की दुआ मांगी. जियारत के बाद जब पत्रकारों ने उनसे दरगाह में मंदिर होने के दावे और सर्वे की मांग को लेकर चल रहे विवाद पर सवाल किया, तो एजाज खान ने अपने चिर-परिचित अंदाज में इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इस मुद्दे को उठाने वालों पर एक तरह से तंज कसते हुए अपनी बात रखी.
विवाद पर एजाज खान का बेबाक बयान
एजाज खान ने कहा, “जिन्होंने भी दरगाह में मंदिर होने का दावा करते हुए कोर्ट में याचिका दायर की है, मैं बस इतना कहना चाहूंगा कि उन्होंने सही जगह पंगा लिया है.” अपने इस बयान को और स्पष्ट करते हुए उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज में अपनी गहरी आस्था प्रकट की. उन्होंने कहा, “इस मामले में हम या कोई और कुछ नहीं करेगा, क्योंकि हिंद के वली, हिंद के बादशाह, और गरीबों के सरताज ख्वाजा गरीब नवाज अपने आप में सब कुछ हैं. वो खुद अपने कुबे (क्षेत्र) के चीफ मिनिस्टर हैं.” उनके इस बयान का गहरा अर्थ है कि जो लोग इस पवित्र स्थान पर विवाद खड़ा कर रहे हैं, उनका सामना किसी इंसान से नहीं, बल्कि उस महान सूफी संत की आध्यात्मिक शक्ति से है, जिन पर करोड़ों लोगों की आस्था है.
क्यों महत्वपूर्ण है एजाज खान का यह बयान?
एजाज खान एक लोकप्रिय चेहरा हैं और ‘बिग बॉस’ (Big Boss Fame) जैसे रियलिटी शो के माध्यम से उनकी एक बड़ी फैन फॉलोइंग है. ऐसे समय में जब धार्मिक स्थलों को लेकर विवाद बढ़ रहे हैं, उनका अजमेर जाकर इस मुद्दे पर बोलना कई मायने रखता है. उनका यह बयान उन लाखों अकीदतमंदों की भावनाओं को दर्शाता है जो ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को धर्म और जाति से ऊपर उठकर एक पवित्र स्थान मानते हैं. यह बयान सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है और इस पर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.
यह विवाद देश में चल रहे अन्य धार्मिक स्थल विवादों की श्रृंखला में एक और कड़ी के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, अजमेर दरगाह हमेशा से ही एक ऐसा केंद्र रहा है, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख, और ईसाई सभी धर्मों के लोग बिना किसी भेदभाव के अपनी मन्नतें लेकर आते हैं. एजाज खान का बयान इसी भावना को पुष्ट करता है कि आस्था और विश्वास को किसी भी विवाद से ऊपर रखा जाना चाहिए. अब देखना यह होगा कि अदालत इस मामले में क्या निर्णय लेती है और यह विवाद भविष्य में क्या मोड़ लेता है.