Perplexity ai: इंटरनेट ब्राउजिंग (Internet Browsing) की दुनिया में एक नई क्रांति का सूत्रपात हो गया है! AI सर्च इंजन के क्षेत्र में गूगल को टक्कर देने वाली कंपनी पर्प्लेक्सिटी (Perplexity) ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित ब्राउजर ‘कॉमेट’ (Comet) को अब भारत में भी लॉन्च कर दिया है। यह सिर्फ एक साधारण ब्राउजर नहीं, बल्कि एक स्मार्ट असिस्टेंट है जो आपके इंटरनेट इस्तेमाल करने के तरीके को हमेशा के लिए बदल सकता है।
भारत में आया Perplexity का AI ब्राउजर ‘कॉमेट’, क्या यह बनेगा Google Chrome का विकल्प?
पर्प्लेक्सिटी AI के CEO, अरविंद श्रीनिवास (Aravind Srinivas) ने सोमवार को ‘X’ पर एक पोस्ट के माध्यम से यह बड़ी घोषणा की। उन्होंने बताया कि ‘कॉमेट’ ब्राउजर अब भारत में मैक (Mac) और विंडोज (Windows) डिवाइस के लिए उपलब्ध है, और इसे प्रो सब्सक्राइबर्स इस्तेमाल कर सकते हैं। एंड्रॉयड यूजर्स के लिए, यह गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर प्री-ऑर्डर के लिए उपलब्ध है, हालांकि इसकी आधिकारिक रिलीज डेट अभी घोषित नहीं की गई है।
‘कॉमेट’ ब्राउजर को पर्प्लेक्सिटी ने जुलाई 2025 में ही लॉन्च कर दिया था, लेकिन अब इसे भारतीय बाजार में उतारा गया है। कंपनी का कहना है कि यह नया ब्राउजर विशेष रूप से उन लोगों के लिए बनाया गया है जो अपने काम, रिसर्च और अन्य उद्देश्यों के लिए इंटरनेट पर बहुत अधिक निर्भर रहते हैं।
क्या खास है ‘कॉमेट’ ब्राउजर में? जानें इसके 3 सबसे दमदार फीचर्स
पर्प्लेक्सिटी ‘कॉमेट’ सिर्फ वेब पेज खोलने वाला एक ब्राउजर नहीं है। यह गूगल क्रोम (Google Chrome) और माइक्रोसॉफ्ट एज (Microsoft Edge) जैसे पारंपरिक ब्राउजर्स से कई मायनों में बिल्कुल अलग और एडवांस है।
1. ‘टैब्स’ की झंझट खत्म, मिलेगा स्मार्ट ‘वर्कस्पेस’
जहां गूगल क्रोम और अन्य ब्राउजर्स में हम दर्जनों टैब्स (Tabs) खोलकर उनमें खो जाते हैं, वहीं ‘कॉमेट’ में टैब-आधारित इंटरफ़ेस की जगह एक ‘वर्कस्पेस’ (Workspace) दिया गया है।
- कैसे करता है काम: यह वर्कस्पेस आपको एक ही जगह पर आपकी जरूरत की सभी जानकारी आसानी से उपलब्ध कराता है। यह AI ब्राउजर ट्रैक करता है कि आप क्या पढ़ रहे हैं, किस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, और आपकी रुचियां क्या हैं, और उसी के आधार पर आपको प्रासंगिक जानकारी की सिफारिश करता है।
2. ‘कॉमेट असिस्टेंट’: आपका अपना AI एजेंट
यह ‘कॉमेट’ ब्राउजर का सबसे शक्तिशाली फीचर है, जो एक पर्सनल AI एजेंट के रूप में काम करता है और आपके रोजमर्रा के छोटे-मोटे कामों को ऑटोमेट कर देता है।
- क्या-क्या कर सकता है:
- आपके सभी खुले हुए टैब्स को मैनेज कर सकता है।
- ईमेल और कैलेंडर इवेंट्स को आपके लिए सारांशित (summarise) कर सकता है।
- आपकी ओर से विभिन्न वेब पेजों पर नेविगेट कर सकता है।
3. AI साइडबार: टेक्स्ट कमांड से होगा हर काम
‘कॉमेट’ में एक AI साइडबार भी है, जो एक एजेंट के रूप में भी काम कर सकता है।
- कैसे करता है काम: आप सिर्फ टेक्स्ट-आधारित निर्देश देकर कई काम करा सकते हैं, जैसे:
- किसी प्रोडक्ट को खरीदना।
- एक मीटिंग शेड्यूल करना।
- किसी वेब पेज को ईमेल में बदलना और उसे भेजना।
पर्प्लेक्सिटी ने यह भी घोषणा की है कि वे आने वाले दिनों में इस ब्राउजर की क्षमताओं का और भी विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, जिससे यह और भी स्मार्ट और उपयोगी हो जाएगा।
पर्प्लेक्सिटी ‘कॉमेट’ का भारत में लॉन्च होना इस बात का संकेत है कि AI अब सिर्फ सर्च इंजन तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह हमारे ब्राउजिंग के अनुभव को भी पूरी तरह से बदलने के लिए तैयार है। अब देखना यह है कि क्या यह गूगल क्रोम की बादशाहत को चुनौती दे पाएगा।