Entertainment Industry से एक अत्यंत दुखद खबर सामने आई है। हिंदी सिनेमा और टेलीविजन के एक जाने-माने चेहरे, अभिनेता, निर्माता और निर्देशक धीरज कुमार (Dheeraj Kumar) का 79 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वह लंबे समय से एक्यूट निमोनिया (Acute Pneumonia) से पीड़ित थे और मंगलवार सुबह तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वे इस बीमारी से जंग हार गए।
कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम समय:
धीरज कुमार के परिवार के अनुसार, निमोनिया के कारण उन्हें कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल (Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital) में भर्ती कराया गया था, जहाँ वे आईसीयू (ICU) में वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। परिवार को उनसे शीघ्र स्वस्थ होने और घर वापसी की उम्मीद थी, परंतु तमाम प्रयासों के बावजूद उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ। इस कठिन समय में, परिवार ने मीडिया और जनता से उनकी निजता (Privacy) का सम्मान करने की प्रार्थना की है।
हालिया सक्रियता और फैंस का अफसोस:
हाल ही में, धीरज कुमार ने नवी मुंबई के खारघर इलाके में स्थित ISKCON मंदिर के उद्घाटन समारोह में भाग लिया था। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के प्रयासों की सराहना की थी और वे स्वस्थ नजर आ रहे थे। उनकी हालिया सक्रियता को देखते हुए, उनके निधन की खबर ने सभी को गहरा सदमा पहुँचाया है और उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
CINTAA (सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन) ने भी एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया। एसोसिएशन ने लिखा, “श्री धीरज कुमार जी के निधन से हम दुखी हैं। वह 1970 से CINTAA के एक आदरणीय सदस्य रहे हैं। उनके योगदान और उपस्थिति को हम हमेशा याद रखेंगे। उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं। ओम शांति।”
करियर की शुरुआत और यादगार योगदान:
धीरज कुमार ने अपने मनोरंजन उद्योग में 1965 में एक प्रतिभा शो (Talent Show) से अपने करियर की शुरुआत की थी। उस शो में उनके साथ सुभाष घई (Subhash Ghai) और राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) जैसे दिग्गज भी थे, हालांकि विजेता राजेश खन्ना बने थे। उन्होंने 1970 से 1984 तक 21 पंजाबी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। इसके बाद, उन्होंने बॉलीवुड की कई महत्वपूर्ण फिल्मों में काम किया, जिनमें ‘हीरा पन्ना’ (Heera Panna), ‘रातों का राजा’ (Raaton Ka Raja), ‘सरगम’ (Sargam), ‘बहुरूपिया’ (Bahroopiya), और ‘रोटी कपड़ा और मकान’ (Roti Kapda Aur Makaan) जैसी फिल्में शामिल हैं।
टेलीविजन की दुनिया में भी एक खास मुकाम:
अपनी फिल्मी करियर के अलावा, धीरज कुमार ने टेलीविजन की दुनिया (Television World) में भी अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने दर्शकों को कई लोकप्रिय शोज दिए, जैसे ‘ओम नमः शिवाय’ (Om Namah Shivay), ‘कहां गए वो लोग’ (Kahan Gaye Woh Log), ‘अदालत’ (Adalat), ‘ये प्यार ना होगा कम’ (Yeh Pyaar Na Hoga Kam), ‘सिंहासन बत्तीसी’ (Simhasan Battisi), और ‘मायका’ (Mayka)। ‘ओम नमः शिवाय’ जैसे शो से उन्हें विशेष पहचान मिली और घर-घर में दर्शक उन्हें जानने लगे।
‘क्रिएटिव आइ’ प्रोडक्शन कंपनी के संस्थापक:
धीरज कुमार ने रियलिटी शो (Reality Show) के माध्यम से मनोरंजन उद्योग में अपनी यात्रा शुरू करने के बाद ‘क्रिएटिव आइ’ (Creative Eye) नामक अपनी प्रोडक्शन कंपनी भी स्थापित की थी। वे इस कंपनी के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर थे, जिससे वे एक सफल उद्यमी (Entrepreneur) के रूप में भी स्थापित हुए।
धीरज कुमार का निधन भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी कला, निर्देशन और निर्माण कौशल को हमेशा याद किया जाएगा।