अगर आप एक नौकरीपेशा व्यक्ति हैं और अपने प्रोविडेंट फंड (PF) खाते में नाम, जन्मतिथि या आधार लिंकिंग (Aadhaar-UAN Linking) की गलतियों को लेकर परेशान हैं, तो आपके लिए एक बहुत बड़ी और राहत भरी खबर है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने करोड़ों पीएफ खाताधारकों के लिए एक ऐसी क्रांतिकारी नई सुविधा शुरू की है, जिससे अब आपको UIDAI सेंटर की लंबी लाइनों में लगने या दफ्तरों के चक्कर काटने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस नई ऑनलाइन सुविधा के जरिए, कर्मचारी अब अपने नियोक्ता यानी एम्प्लॉयर (Employer) के माध्यम से घर बैठे ही अपने आधार कार्ड की डिटेल्स को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से लिंक करा सकते हैं और किसी भी तरह की गड़बड़ी को आसानी से ठीक करा सकते हैं। यह नया तरीका न केवल तेज और सरल है, बल्कि इससे आपका कीमती समय भी बचेगा और EPFO से मिलने वाले फायदों, जैसे पीएफ का पैसा निकालना (PF withdrawal) या ट्रांसफर करना, में भी तेजी आएगी।
क्यों है यह एक बड़ी राहत?
अब तक, अगर किसी कर्मचारी के UAN और आधार में दर्ज नाम, जन्मतिथि या लिंग जैसी जानकारियों में थोड़ा सा भी अंतर होता था, तो उसे ठीक कराना एक सिरदर्द जैसा था। इसके लिए कर्मचारियों को UIDAI सेंटर जाकर पहले आधार अपडेट कराना पड़ता था और फिर जॉइंट डिक्लेरेशन फॉर्म (Joint Declaration Form) भरकर दफ्तरों में जमा करना पड़ता था, जिसमें हफ्तों या महीनों लग जाते थे। लेकिन अब यह सारा झंझट खत्म हो गया है।
कैसे काम करेगी EPFO की यह नई सुविधा?
EPFO ने हाल ही में एक सर्कुलर जारी कर बताया है कि अब आधार को UAN से जोड़ने और उसकी डिटेल्स को ठीक करने की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया गया है। इसके लिए दो अलग-अलग ऑनलाइन फंक्शन बनाए गए हैं:
1. जब UAN और आधार में सारी जानकारी सही हो (KYC Function):
- अगर आपके UAN में दर्ज नाम, जन्मतिथि और जेंडर आपके आधार कार्ड से बिल्कुल मेल खाते हैं, तो आप बस अपने एम्प्लॉयर से कहकर आधार को UAN से लिंक करवा सकते हैं।
- इसके लिए एम्प्लॉयर को EPFO के पोर्टल पर नो योर कस्टमर यानी KYC फंक्शन का इस्तेमाल करना होगा। यह प्रक्रिया इतनी आसान है कि इसमें ज्यादा कागजी कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं पड़ती।
2. जब UAN और आधार में जानकारी अलग-अलग हो (Joint Declaration – JD Functionality):
- यहीं पर EPFO ने सबसे बड़ा बदलाव किया है। कई बार ऐसा होता है कि UAN और आधार में नाम, जन्मतिथि या जेंडर में कुछ मामूली अंतर (mismatch) होता है।
- पहले इसे ठीक करने के लिए UIDAI सेंटर जाना पड़ता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है। EPFO ने एक नई सुविधा, ‘जॉइंट डिक्लेरेशन’ यानी JD फंक्शनैलिटी, शुरू की है।
- इसके जरिए आपका एम्प्लॉयर ऑनलाइन रिक्वेस्ट डालकर गलत डिटेल्स को ठीक कर सकता है। इस सुविधा से ज्यादातर मामलों में मैनुअल प्रक्रिया की जरूरत खत्म हो गई है, यानी अब आपको बार-बार दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
अगर UAN के साथ गलत आधार नंबर लिंक हो गया हो तो क्या करें?
कभी-कभी गलती से UAN के साथ किसी और का या गलत आधार नंबर लिंक हो जाता है। पहले इसे ठीक करना एक बहुत बड़ा झंझट था।
- लेकिन अब, एम्प्लॉयर JD फंक्शनैलिटी के जरिए ही सही आधार नंबर को अपडेट करने के लिए रिक्वेस्ट डाल सकता है।
- इसके बाद यह रिक्वेस्ट अप्रूवल के लिए EPFO के रीजनल ऑफिस को भेजी जाएगी। यह प्रक्रिया इतनी तेज है कि आपका काम बहुत जल्दी हो जाएगा।
क्यों किया गया यह बदलाव?
EPFO ने आधार सीडिंग की सुविधा 2014 में शुरू की थी, ताकि सदस्यों को उनके फायदे सीधे और बिना किसी देरी के मिल सकें और एम्प्लॉयर पर उनकी निर्भरता कम हो। यह नया कदम इसी दिशा में एक और सुधार है, जिससे ‘ईज ऑफ लिविंग’ (Ease of Living) को बढ़ावा मिलेगा।
इस नई सुविधा से EPFO के करोड़ों सदस्यों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। अब न तो आपको UIDAI सेंटर की लंबी लाइनों में लगना पड़ेगा और न ही कागजी कार्रवाई के लिए परेशान होना पड़ेगा। बस अपने एम्प्लॉयर से संपर्क करें और अपनी आधार डिटेल्स को UAN से लिंक करवाएं या अपडेट करवाएं। यह छोटा सा कदम आपके PF और दूसरे फायदों को जल्दी और आसानी से पाने में मदद करेगा।







