Scorpion Venom: विज्ञान की दुनिया में एक ऐसी क्रांतिकारी खोज हुई है जो दुनिया भर में लाखों महिलाओं को प्रभावित करने वाली गंभीर बीमारी, स्तन कैंसर (Breast Cancer), के इलाज की तस्वीर बदल सकती है। एक हालिया अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने प्रकृति के सबसे शक्तिशाली विषों में से एक, बिच्छू के जहर (Scorpion Venom) में स्तन कैंसर से लड़ने का एक संभावित समाधान खोज निकाला है।
इस महत्वपूर्ण खोज को और गहराई से समझने के लिए, हमने एंड्रोमेडा कैंसर अस्पताल, सोनीपत में निदेशक और स्तन कैंसर केंद्र की प्रमुख, डॉ. वैशाली ज़ामरे से बात की।
बिच्छू का जहर और स्तन कैंसर का इलाज: ‘आशा का अणु’ (A Molecule of Hope)
कैंसर के लिए नए और बेहतर उपचारों की खोज में, वैज्ञानिक लंबे समय से प्रेरणा के लिए प्रकृति की ओर रुख करते रहे हैं। अब, साओ पाउलो विश्वविद्यालय (University of São Paulo) के शोधकर्ताओं ने एक ऐसी ऐतिहासिक खोज की है जो स्तन कैंसर के इलाज को एक नई दिशा दे सकती है।
अमेज़ॅन के वर्षावनों में पाए जाने वाले बिच्छू, ब्रोथियास अमेज़ोनिकस (Brotheas amazonicus) के जहर से निकाले गए एक अणु (molecule) ने स्तन कैंसर की कोशिकाओं को मारने में अद्भुत क्षमता दिखाई है।
यह खोज इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?
डॉ. वैशाली ज़ामरे बताती हैं, “वर्तमान में स्तन कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी, रेडिएशन और सर्जरी जैसे तरीके अपनाए जाते हैं। ये प्रभावी तो हैं, लेकिन इनके कई गंभीर साइड इफेक्ट्स भी होते हैं क्योंकि ये दवाएं कैंसर कोशिकाओं के साथ-साथ स्वस्थ कोशिकाओं को भी नुकसान पहुंचाती हैं।”
वह आगे कहती हैं, “बिच्छू के जहर में पाया गया यह अणु एक ‘टारगेटेड थेरेपी’ की तरह काम कर सकता है। इसका मतलब है कि यह विशेष रूप से केवल कैंसर कोशिकाओं को ही अपना निशाना बनाता है और स्वस्थ कोशिकाओं को छोड़ देता है। अगर यह मानव परीक्षणों में सफल होता है, तो यह कैंसर के इलाज में एक बहुत बड़ा मील का पत्थर साबित होगा। इससे मरीजों को कम दर्दनाक और अधिक प्रभावी इलाज मिल सकेगा।”
इस अणु को वैज्ञानिक “आशा का अणु” कह रहे हैं क्योंकि यह उन लाखों मरीजों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है जो इस जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं। यह अध्ययन अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन इसके परिणाम बेहद उत्साहजनक हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस खोज से भविष्य में ऐसी दवाएं बनाई जा सकती हैं जो स्तन कैंसर को जड़ से खत्म करने में सक्षम होंगी। यह प्रकृति का एक और उदाहरण है कि कैसे उसके गर्भ में घातक जहर के भीतर भी जीवन बचाने की कुंजी छिपी हो सकती है।