पिछली कड़ी में हमने आपको फ्लोरिडा के टॉप गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, डॉ. जोसेफ सल्हब द्वारा बताए गए कोलन कैंसर के 5 मुख्य चेतावनी संकेतों के बारे में बताया था, जिनमें मलाशय से खून आना और पेट में लगातार दर्द शामिल हैं। लेकिन यह खतरा यहीं खत्म नहीं होता। युवाओं में तेजी से फैल रहे इस जानलेवा कैंसर के कुछ और भी सूक्ष्म लेकिन बेहद गंभीर लक्षण हैं, जिन्हें अक्सर तनाव या व्यस्त जीवनशैली का हिस्सा मानकर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
डॉ. सल्हब आगे बताते हैं कि यह बीमारी कितनी खामोशी से आपके शरीर में घर कर सकती है। इसलिए, इन अतिरिक्त चेतावनी संकेतों को जानना और समझना आपके और आपके प्रियजनों के लिए जीवन रक्षक हो सकता है।
अत्यधिक थकान या कमजोरी (Extreme Fatigue or Weakness)
हर समय थका हुआ महसूस करना एक अच्छा संकेत नहीं है।
- क्या यह सामान्य थकान है?: यह सिर्फ काम के बाद होने वाली सामान्य थकान नहीं है, जो उचित आराम के बाद दूर हो जाए। यह एक ऐसी लगातार और दुर्बल करने वाली थकान (fatigue) है जो आपकी दैनिक गतिविधियों को भी प्रभावित करने लगती है।
- युवा क्यों करते हैं इसे नजरअंदाज?: युवा वयस्क, जो अक्सर व्यस्त जीवन जीते हैं, इसे तनाव, नींद की कमी या काम के बोझ का परिणाम मानकर खारिज कर देते हैं। डॉ. सल्हब ने चेतावनी दी है कि यह एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है, और इसे नजरअंदाज करने से निदान में घातक देरी हो सकती है। यह थकान अक्सर ट्यूमर से होने वाले आंतरिक रक्तस्राव (internal bleeding) के कारण होने वाले एनीमिया (खून की कमी) की वजह से भी हो सकती है।
आंतों की आदतों में लगातार बदलाव (Persistent Changes in Bowel Habits)
आपकी शौच करने की आदतें आपके पेट के स्वास्थ्य का सबसे बड़ा आईना हैं।
- क्या हैं ये बदलाव?: आंतों की आदतों में कोई भी बदलाव, विशेष रूप से जो कुछ हफ्तों से अधिक समय तक बना रहता है, चिंता का कारण बनना चाहिए। इन बदलावों में लगातार कब्ज (constipation), दस्त (diarrhea), या फिर मल त्याग की आवृत्ति (frequency) में बदलाव हो सकता है। यदि ये परिवर्तन बने रहते हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
- मल की बनावट पर दें ध्यान: इसके अलावा मल की बनावट या आकार में बदलाव, जैसे बहुत पतला या गांठदार मल आना, भी एक महत्वपूर्ण संकेत हो सकता है।
कोलन कैंसर के कुछ अन्य शुरुआती लक्षण
डॉ. सल्हब ने कोलन कैंसर के कुछ अन्य शुरुआती लक्षणों को भी सूचीबद्ध किया है। इनमें शामिल हैं:
- बिना किसी कारण के वजन कम होना (Unexplained weight loss)
- भूख में कमी या भूख न लगना (Loss of appetite)
- रात में पसीना आना (Night sweats)
- लगातार हल्का बुखार रहना (Recurring low-grade fevers)
हालांकि ये लक्षण अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकते हैं, लेकिन जब ये लक्षण एक साथ दिखाई दें, तो ये कोलन कैंसर की ओर इशारा कर सकते हैं। इसलिए इसकी जांच कराना महत्वपूर्ण है।
क्यों बढ़ रहा है युवाओं में खतरा? रिसर्च ने किया खुलासा
ऊपर बताए गए अध्ययन की प्रमुख लेखिका, सारा चार ने कहा, “50 वर्ष से कम उम्र के वयस्कों में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (GI) कैंसर की घटनाएं विश्व स्तर पर बढ़ रही हैं। शुरुआती जीआई कैंसर के जीव विज्ञान की जांच करने वाले चल रहे शोध प्रयास अधिक प्रभावी स्क्रीनिंग, रोकथाम और उपचार रणनीतियों को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
जीवनशैली के कारक जैसे खराब आहार (जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड), गतिहीन व्यवहार (शारीरिक निष्क्रियता), और मोटापा, साथ ही आनुवंशिक प्रवृत्ति (genetic predispositions), कोलन कैंसर के खतरे को और बढ़ा सकते हैं।
जागरूकता और समय पर जांच ही है बचाव
कोलन कैंसर की जनसांख्यिकी में यह बदलाव दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन गया है। कोलन कैंसर के लिए नियमित स्क्रीनिंग आमतौर पर 40 की उम्र के बाद शुरू होती है, जिस वजह से कई युवा वयस्कों में तब तक इस बीमारी का पता नहीं चल पाता जब तक कि यह एडवांस स्टेज तक न पहुंच जाए। विशेषज्ञ अब अधिक जागरूकता और डॉक्टरों के साथ जल्द बातचीत की वकालत कर रहे हैं, खासकर उन लोगों के लिए जिनके परिवार में इसका इतिहास रहा है या जिनमें लगातार लक्षण दिख रहे हैं।
यदि आप ऊपर दिए गए किसी भी संकेत को नोटिस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। याद रखें, आपकी सतर्कता और सही समय पर उठाया गया एक कदम आपका जीवन बचा सकता है।