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kidney health: किडनी का ‘साइलेंट किलर’ है क्रिएटिनिन, ये 5 प्राकृतिक उपाय बन सकते हैं जीवन रक्षक

Published On: October 1, 2025
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kidney health: किडनी का 'साइलेंट किलर' है क्रिएटिनिन, ये 5 प्राकृतिक उपाय बन सकते हैं जीवन रक्षक
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kidney health: हमारे शरीर का पूरा स्वास्थ्य काफी हद तक हमारी किडनी (गुर्दे) के सही ढंग से काम करने पर निर्भर करता है। किडनी हमारे शरीर की एक ‘सुपर फिल्टर’ मशीन है, जिसका सबसे जरूरी काम खून से गंदगी, अपशिष्ट पदार्थों (Waste Material) और अतिरिक्त तरल (Extra Liquids) को लगातार छानकर बाहर निकालना है। क्रिएटिनिन (Creatinine) भी एक ऐसा ही खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ है, जिसे स्वस्थ किडनी शरीर से आसानी से बाहर निकाल देती है। लेकिन अगर किडनी के फंक्शन में किसी भी तरह की खराबी आने लगे, तो यह जहर खून में जमा होने लगता है, जो किडनी रोग (Kidney Disease) या किडनी फेलियर का पहला और सबसे बड़ा संकेत हो सकता है।

क्यों है क्रिएटिनिन किडनी के लिए इतना खतरनाक?

क्रिएटिनिन हमारी मांसपेशियों के टूटने से बनने वाला एक नेचुरल वेस्ट प्रोडक्ट है। किडनी इसे खून से फिल्टर करके यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकालती है। जब खून में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ने लगता है, तो यह इस बात की सीधी चेतावनी होती है कि आपकी किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है। डाइट और लाइफस्टाइल में सही बदलाव के साथ-साथ, कुछ चमत्कारी प्राकृतिक सप्लीमेंट्स (Natural Supplements) किडनी फंक्शन को सुधारने और इस बढ़े हुए क्रिएटिनिन लेवल को नियंत्रित करने में मददगार साबित हो सकते हैं।

यहां हम आपको पांच ऐसे शक्तिशाली सप्लीमेंट्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका सेवन आपकी किडनी के स्वास्थ्य के लिए अमृत समान हो सकता है। हालांकि, यह याद रखना बेहद जरूरी है कि इनका सेवन बिना किसी विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह के बिल्कुल नहीं करना चाहिए।


1. रेहमनिया ग्लूटीनोसा (Rehmannia glutinosa): सदियों पुरानी चमत्कारी जड़ी-बूटी

रेहमनिया ग्लूटीनोसा एक प्राचीन चीनी जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल पारंपरिक चिकित्सा में सदियों से किडनी और एड्रिनल फंक्शन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता रहा है। इसमें कई ऐसे शक्तिशाली तत्व होते हैं जो किडनी को सूजन (Inflammation) और जहरीले पदार्थों (Toxins) से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। यह किडनी की कोशिकाओं को फिर से जीवंत करने में सहायक मानी जाती है।

2. काइटीन (Chitin): किडनी पर दबाव कम करने वाला रक्षक

काइटीन एक ऐसा प्राकृतिक तत्व है जो पेट में जाकर फैट और अपशिष्ट पदार्थों से चिपक जाता है, जिससे किडनी पर पड़ने वाला दबाव काफी कम हो जाता है।

  • अध्ययनों में साबित: कई अध्ययनों से यह पता चला है कि काइटीन के सेवन से क्रिएटिनिन का स्तर कम हो सकता है और क्रॉनिक किडनी रोग (CKD) के मरीजों में किडनी फंक्शन में काफी सुधार होता है। फार्मास्यूटिकल जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, क्रॉनिक किडनी फेलियर वाले मरीजों में 4 सप्ताह तक काइटीन लेने के बाद खून में यूरिया और क्रिएटिनिन का स्तर काफी कम हो गया।
  • कहाँ मिलता है: यह केकड़े, झींगा और लॉबस्टर जैसे समुद्री जीवों के बाहरी खोल से प्राप्त होने वाला एक प्राकृतिक पॉलीसेकेराइड है।

3. क्वेरसेटिन (Quercetin): एंटीऑक्सीडेंट का पावरहाउस

क्वेरसेटिन एक प्रकार का फ्लेवोनॉइड है जो आमतौर पर सेब, बेरी, प्याज और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।

  • कैसे करता है काम: इसके शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गुर्दों को नुकसान और ऑक्सिडेटिव तनाव (Oxidative Stress) से बचा सकते हैं, जो क्रॉनिक किडनी रोग (CKD) का एक प्रमुख कारण है। जानवरों पर की गई रिसर्च में क्वेरसेटिन सप्लीमेंट ने सूजन के लक्षणों को कम करने और गुर्दे की कार्यक्षमता को बढ़ाने में प्रभावशीलता दिखाई है, हालांकि मनुष्यों पर अभी और रिसर्च की जरूरत है।

4. बिच्छू बूटी की चाय (Nettle Leaf Tea): प्राकृतिक सफाई एजेंट

बिच्छू बूटी, जिसे नेटल (Nettle) भी कहा जाता है, सदियों से यूरिनरी इंफेक्शन और किडनी फंक्शन में मदद के लिए एक पुराने प्राकृतिक उपचार के रूप में इस्तेमाल होती रही है।

  • इसके फायदे: नेटल की पत्ती एक प्राकृतिक डाइयूरेटिक है, जो शरीर से अतिरिक्त पानी और खतरनाक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण किडनी फंक्शन को सीधे तौर पर सपोर्ट करते हैं। यह किडनी खराब होने के शुरुआती लक्षणों को नियंत्रित करने में काफी हद तक मदद कर सकती है। किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को इसे नियमित रूप से इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।

5. आर-लिपोइक एसिड (R-Lipoic Acid): कोशिकाओं का रक्षक

आर-लिपोइक एसिड एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो मेटाबॉलिज्म और शरीर की हर कोशिका की सुरक्षा में मदद करता है। यह किडनी में ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने और कोशिकाओं की ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है।

  • अध्ययनों में खुलासा: कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि आर-लिपोइक एसिड डायबिटीज, टॉक्सिन्स या सूजन के कारण किडनी को होने वाले नुकसान से बचाता है। यह लंबे समय में किडनी फंक्शन को बेहतर बनाकर क्रिएटिनिन लेवल को कम करने में मदद कर सकता है।
  • कैसे मिलेगा: यह पालक, ब्रोकली, टमाटर और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी सब्जियों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है।

सबसे जरूरी बात ध्यान रखें

यह समझना बहुत जरूरी है कि ये सप्लीमेंट्स असरदार तो हैं, लेकिन कोई जादू की गोली नहीं हैं। ये अकेले काम नहीं कर सकते। किडनी को स्वस्थ रखने के लिए एक संतुलित डाइट (Balanced Diet) सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें प्रोटीन, फॉस्फोरस, पोटैशियम और सोडियम की मात्रा नियंत्रित हो। इसके अलावा, ऐसा खानपान अपनाना चाहिए जो शरीर में सूजन और टॉक्सिन्स जमा होने के खतरे को कम करे।

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