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Cardiac Arrest का यह लक्षण दिखता है पैरों में, न करें नज़रअंदाज, डॉ ने दी चेतावनी

Published On: September 23, 2025
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Cardiac Arrest का यह लक्षण दिखता है पैरों में, न करें नज़रअंदाज, डॉ ने दी चेतावनी
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Cardiac Arrest और Heart Attack और जैसी जानलेवा बीमारियां अक्सर बिना किसी बड़ी चेतावनी के आती हैं, और जब तक हम कुछ समझ पाते हैं, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका शरीर, खासकर आपके पैर, इस आने वाले खतरे का एक महत्वपूर्ण संकेत बहुत पहले से ही देना शुरू कर देते हैं? एक ऐसा लक्षण जिसे 99% लोग महज एक कॉस्मेटिक समस्या या उम्र बढ़ने का सामान्य हिस्सा मानकर नजरअंदाज (Ignore) कर देते हैं, लेकिन अगर इसे समय पर समझ लिया जाए, तो आपकी जान बच सकती है।

हम बात कर रहे हैं पैरों में दिखने वाली उभरी हुई, नीली या बैंगनी रंग की नसों की, जिसे वैरिकोज वेन्स (Varicose Veins) कहा जाता है।

पैरों में दिखने वाली ‘नीली नसें’ हैं कार्डियक अरेस्ट का 1 बड़ा संकेत!

वर्ल्ड हार्ट डे (29 सितंबर) के विशेष अवसर पर, इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर के कार्डियक वैस्कुलर सर्जरी के निदेशक और विभागाध्यक्ष, डॉक्टर सौरभ जुनेजा, ने इस गंभीर विषय पर प्रकाश डाला है। उन्होंने बताया है कि कैसे हमारे पैरों में दिखने वाली यह आम समस्या असल में हमारे दिल के स्वास्थ्य (Heart Health) का एक महत्वपूर्ण बैरोमीटर है और यह शरीर में पनप रही खतरनाक कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों (Cardiovascular Diseases) का एक शुरुआती चेतावनी संकेत हो सकती है।

क्या होती हैं वैरिकोज नसें

सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि वैरिकोज नसें क्या होती हैं। हमारे शरीर में नसें (Veins) खून को वापस हृदय तक ले जाने का काम करती हैं। इन नसों के अंदर छोटे-छोटे वाल्व (Valves) होते हैं, जो खून को केवल एक ही दिशा (हृदय की ओर) में बहने देते हैं।

  • कैसे बनती हैं: जब ये वाल्व कमजोर या खराब हो जाते हैं, तो खून सही से ऊपर नहीं चढ़ पाता और पैरों की नसों में ही जमा होने लगता है। इस जमे हुए खून के दबाव के कारण नसें फूल जाती हैं, मोटी हो जाती हैं और त्वचा पर टेढ़ी-मेढ़ी, उभरी हुई नीली या बैंगनी रंग की दिखाई देने लगती हैं।

क्यों है यह सिर्फ पैरों की नहीं, दिल की भी समस्या?

डॉ. जुनेजा बताते हैं कि वैरिकोज नसें सीधे तौर पर दिल की बीमारी का कारण नहीं बनतीं, लेकिन यह एक मजबूत चेतावनी का काम करती हैं। इसके पीछे का विज्ञान समझिए:

  • एक ही है असली दुश्मन: नसों के वाल्व की कमजोरी के पीछे के कारण – जैसे लगातार सूजन, अत्यधिक तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, और खराब लाइफस्टाइल – न केवल आपकी नसों को, बल्कि आपकी धमनियों (Arteries) को भी समान रूप से प्रभावित करते हैं।
  • खतरनाक बीमारी का संकेत: समय के साथ, यही समस्याएं एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) यानी ‘धमनियों का सख्त होना’ का रूप ले लेती हैं, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का मुख्य कारण है।

तो, अगर आपके पैरों में वैरिकोज नसें दिख रही हैं, तो यह इस बात का संकेत है कि आपके पूरे सर्कुलेटरी सिस्टम (रक्त संचार प्रणाली) पर दबाव है और आपकी धमनियां भी खतरे में हो सकती हैं।

जानलेवा हो सकता है यह खतरा!

कई बार यह समस्या और भी गंभीर रूप ले सकती है। वैरिकोज नसों के कारण पैरों की गहरी नसों में खून का थक्का (Blood Clot) बन सकता है, जिसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) कहते हैं। यदि यह थक्का टूटकर आपके फेफड़ों तक पहुंच जाए, तो यह पल्मोनरी एंबोलिज्म (Pulmonary Embolism) जैसी जानलेवा स्थिति पैदा कर सकता है।

इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज!

यदि आपको वैरिकोज नसों के साथ-साथ ये लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, तो इसे तुरंत गंभीरता से लें:

  • पैरों या टखनों में लगातार सूजन बने रहना।
  • नसों के आसपास की त्वचा का रंग बदलना (लाल, भूरा या बैंगनी होना)।
  • त्वचा पर खुजली होना या घाव का बनना जो ठीक न हो रहा हो।
  • पैरों में बेचैनी, भारीपन या उन्हें बार-बार हिलाने की तीव्र इच्छा होना।
  • पैरों में गहरा दर्द, जलन या ऐंठन महसूस होना।

क्या है बचाव और देखभाल का तरीका?

  1. नियमित जांच: अपने ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर की नियमित रूप से जांच करवाएं।
  2. सक्रिय रहें: रोजाना टहलना, तैरना या साइकिल चलाना आपके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
  3. स्वस्थ आहार: अपनी डाइट में फाइबर, हेल्दी फैट और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन (फल, सब्जियां, साबुत अनाज) शामिल करें।
  4. लंबे समय तक बैठने से बचें: यदि आपकी जॉब सिटिंग है, तो हर घंटे में कुछ मिनट के लिए उठकर टहलें।
  5. सही वजन बनाए रखें: मोटापा नसों पर अतिरिक्त दबाव डालता है।

अगली बार जब आप अपने पैरों में इन नीली, उभरी हुई नसों को देखें, तो उन्हें सिर्फ एक सौंदर्य समस्या समझकर अनदेखा न करें। यह आपके दिल की एक खामोश पुकार हो सकती है, जिसे समय पर सुनना आपकी जिंदगी बचा सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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